- एटीएम के पास क्लास लगाकर गरीब बच्चों को पढ़ा रहा सिक्योरिटी गार्ड

--रोजाना 2 घंटे बच्चों की क्लास लगाने के अलावा पढ़ने की सामग्री भी करा रहे उपलब्ध

DEHRADUN:

समाज को नई दिशा देने में यूं तो कई शिक्षक अपनी सेवाएं दे रहे हैं। लेकिन गरीब, असहाय बच्चों के भविष्य को संवारने का जिम्मा देहरादून के एक सिक्योरिटी गार्ड ने लिया है। जो पिछले फ् सालों से रोजाना शाम को ख् घंटे गरीब बच्चों को एटीएम के पास ही खाली जगह पढ़ाकर उनका भविष्य संवारने में जुटे हैं। सिक्योरिटी गार्ड विजेन्द्र सिंह का कहना है कि गरीब बच्चों को पढ़ाना और उनकी हेल्प करना उनके लिए जुनून बन गया है। अब तक वे ख्भ्0 से फ्00 बच्चों को पढ़ा चुके हैं।

रोजाना ख्00 रुपए का खर्चा

ब्फ् वर्षीय विजेन्द्र सिंह इलाहाबाद बैंक के आईएसबीटी ब्रांच पर सिक्योरिटी गार्ड हैं। विजेन्द्र पटेलनगर के रहने वाले हैं और पिछले क्म् सालों से इसी तरह गरीब बच्चों की हेल्प कर रहे हैं। जिसमें वे हर दिन करीब भ्0 बच्चों को एटीएम के पास खाली जगह पर बच्चों को ख् घंटे तक पढ़ाते हैं। जिसमें अधिकतर गरीब बच्चों को ही पढ़ाया जाता है। विजेन्द्र बताते हैं कि गरीब बच्चों को पढ़ाने का जूनून उनकी लाइफ का एक मात्र उद्देश्य रह गया है। जिसके लिए वे अब परिवार और रिश्तेदारों से तक भिड़ जाते हैं। दरअसल बच्चों को पढ़ाने, उनकी किताबें और अन्य हेल्प करने में रोजाना ख्00 रुपए तक खर्चा आ जाता है। जिससे घर परिवार चलाने और बच्चों की हेल्प करने में उनको काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है।

पढ़ने के साथ अन्य एक्टिविटी भी

विजेन्द्र सिंह पिछले फ् सालों से इलाहाबाद बैंक की आईएसबीटी ब्रांच के एटीएम में सिक्योरिटी गार्ड के रुप में तैनात हैं। उनके पास ब्राह्मणवाला, मेंहूंवाला, शिमला बाईपास, निरंजनपुर आदि कई इलाकों से गरीब बच्चे रोजाना पढ़ने आते हैं। विजेन्द्र हर बच्चे को क्ख् किलो गेहूं, क् किलो गुड़ भी देते हैं। विजेन्द्र रोजाना भ् बजे बच्चों की क्लास शुरू करते हैं। जो ख् घंटे तक चलती है। जिसमें बच्चों को गणित और सामान्य विषय के साथ व्यवहारिक ज्ञान भी सिखाया जाता है। इस के अलावा विजेन्द्र के इस स्कूल में महीने में क् बार प्रोग्राम भी आयोजित किए जाते हैं। जिसमें गरीब बच्चों से केक कटवाया जाता है और खाना पीना भी होता है। इसके अलावा बच्चों के बीच ख् संडे में डांस कांम्प्टीशन भी कराया जाता है।

अब गरीब लड़कियों पर फोकस

विजेन्द्र का कहना है कि वे अब गरीब लड़कियों पर फोकस कर रहे हैं। बेटियों को दूसरे घर जाना है इसलिए उनको कई प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ता है। इसलिए बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ की तरह वे सिर्फ गरीब बेटियों को पढ़ाने पर फोकस कर रहे हैं।

मैं जब से आर्मी में था तब से बच्चों को पढ़ाने का काम कर रहा हूं। पिछले फ् साल से इसी एटीएम के पास गरीब बच्चों को पढ़ाने का काम कर रहा हूं। गरीब बच्चों को मंजिल तक पहुंचाना ही मेरा मकसद है।

विजेन्द्र सिंह, सिक्योरिटी गार्ड

Posted By: Inextlive