डिम्पी की छोटी बहन शिम्पी उर्फ स्वीटी का प्रेमी ही निकला तीनों का कातिल

- 14 जुलाई को संकरी गली में नाला के पास बोरे में मिली थी दो बहनों की डेडबॉडी

- सात साल की बच्ची का भी किया मर्डर, पुलिस ने सुलझाई ट्रिपल मर्डर केस की गुत्थी

PATNA/PATNA CITY: आखिरकार कातिल ने सोफी को भी नहीं बख्शा था। उसकी भी हत्या बेरहमी से गला दबाकर कर दी थी। लाश भी मां और मौसी के की लाश के साथ प्लास्टिक के बोरे में डाल कर उसी नहर में फेंक दिया था। मासूम को बिना वजह मौत की नींद सुलाने से पहले उसने एक बार भी नहीं सोचा, उसके हाथ भी नहीं कांपे। एक साथ तीन-तीन हत्या हुई थी। पटना पुलिस ने ट्रिपल मर्डर केस की गुत्थी सुलझा ली। गुरुवार को पुलिस ने शिम्पी उर्फ स्वीटी, उसकी बड़ी बहन डिम्पी और उसके सात साल की बेटी सोफी पांडेय के मर्डर केस का खुलासा कर दिया। ट्रिपल मर्डर के जघन्य और दिल दहला देने वाली इस वारदात को किसी और ने नहीं, बल्कि स्वीटी के प्रेमी रमण कुमार साव ने अंजाम दिया था। फिलहाल रमण पुलिस की गिरफ्त में है। पटना पुलिस की टीम ने उसे मधुबनी डिस्ट्रिक्ट के बासोपट्टी थाना एरिया के वीरपुर स्थित उसके ससुराल से गिरफ्तार किया। हालांकि पुलिस सात साल की सोफी की डेडबॉडी बरामद नहीं कर सकी है। सीनियर एसपी मनु महाराज ने जल्द से जल्द सोफी की डेड बॉडी भी बरामद करने का दावा किया है। ट्रिपल मर्डर की ये वारदात पटना पुलिस के लिए पूरी तरह से ब्लाइंड केस थी। इसका खुलासा करना एक बड़ा चैलेंज था। पुलिस ने क्0 दिनों में पूरी वारदात का खुलासा कर दिया।

गला दबाकर किया था मर्डर

स्वीटी अपनी बड़ी बहन डिम्पी व सौफी के साथ क्ख् जुलाई को समस्तीपुर के हरैल गांव से पटना के लिए चली थी। स्वीटी की बात मोबाइल पर रमण से हो चुकी थी। रमण बाइक लेकर पटना से हाजीपुर चला गया। वहां स्टेशन से दोनों को बाइक पर बैठा सकरी गली स्थित अपने किराए के मकान में लेकर चला आया। बड़ी बहन डिम्पी को दोनों के अफेयर के बारे में पहले से पता था। रात के टाइम स्वीटी और रमण एक कमरे में थे, जबकि डिम्पी अपनी बेटी सोफी के साथ दूसरे कमरे में। रमण और स्वीटी के बीच उस दिन फिजिकल रिलेशन भी बना। इसके बाद स्वीटी को नींद आ गई। रमण ने गला दबाकर उसे मौत की नींद सुला दिया, फिर डिम्पी के कमरे में गया। रमण ने गला दबाकर उसे भी मौत के घाट उतार दिया। इन दोनों के बाद सात साल की सोफी का भी गला दबा मर्डर कर दिया। शातिर रमण ने इस वारदात को क्ख्-क्फ् जुलाई की देर रात अंजाम दिया। क्रूरता की सारी हदें पार करने के बाद रमण ने सबसे पहले स्वीटी की डेडबॉडी को बोरे में पैक कर भ्0 मीटर की दूरी पर नाले में फेंक दिया। उसी तरह दूसरे बोरे में डिम्पी की डेड बॉडी को ठिकाने लगाया। अंत में उसने सोफी की डेड बॉडी को सफेद रंग के खाद के बोरे में पैक कर नाले में फेंक दिया। सोफी की बॉडी हल्की होने की वजह से नाले के पानी के बहाव में बह गई।

रमण का मोबाइल बना टर्निग प्वाइंट

आलमगंज थाने में क्ब् जुलाई को ही इस ब्लाइंड केस में एफआईआर दर्ज किया गया। एसएसपी मनु महाराज ने सिटी एसपी आशीष भारती के डायरेक्शन में एक टीम बनाई। टीम की कमान पटना सिटी के एसडीपीओ राजेश कुमार खुद संभाल रहे थे। इसमें आलमगंज के एसएचओ अकील अहमद समेत दूसरे ऑफिसर शामिल थे। क्9 जुलाई को पिता विनय कुमार दूबे ने स्वीटी और डिम्पी की डेड बॉडी की पहचान की थी, जिसके बाद पुलिस ने दोनों के भाई प्रिंस उर्फ गोलू से पूछताछ की। इसके बाद ही रमण का नाम सामने आया। यहां से पुलिस ने इंवेस्टिगेशन तेज की। इसी दौरान रमण का दो मोबाइल पुलिस के हाथ लग गया। जब पुलिस ने उसके मोबाइल को खंगाला, तो उसमें डायल स्वीटी का नंबर मिल गया। पुलिस ने बिना किसी देरी के स्वीटी और रमण के मोबाइल का टावर लोकेशन खंगाला, जिसमें एक ही जगह पर दोनों का टावर लोकेशन मिला। इस केस में पुलिस के लिए यह सबसे बड़ा टर्निग प्वाइंट था। ट्रिपल मर्डर की वारदात को अंजाम देने के बाद रमण फरार हो चुका था।

स्पीडी ट्रायल करा दिलायी जाएगी फांसी

एसएसपी मनु महाराज ने बताया कि ट्रिपल मर्डर के इस केस का पटना पुलिस स्पीडी ट्रायल कराएगी। साथ ही मर्डर की वारदात को अंजाम देने वाले रमण कुमार साव को फांसी की सजा दिलाई जाएगी, साथ ही बड़ी बहन डिम्पी के शरीर पर मिले रमण के शर्ट का पुलिस डीएनए टेस्ट कराएगी। रमण का शर्ट पुलिस के लिए एक बड़ा सबूत है।

बहनोई और कंपनी के मैनेजर से मिला क्लू

मामले में तेजी दिखाते हुए पुलिस टीम ने सबसे पहले पटना में रहने वाले रमण के बहनोई देव कुमार से पूछताछ की। पूछताछ में बहनोई ने पुलिस को रमण के दूसरे मोबाइल नंबर की जानकारी दी। साथ स्वीटी और रमण के रिलेशन के बारे में भी बताया। रमण पटना में किराए पर रहकर अमेजन कंपनी में डिलीवरी ब्यॉय का वर्क करता था। पुलिस ने कंपनी के मैनेजर से भी पूछताछ की। उससे भी कुछ क्लू मिले।

मधुबनी मिला दूसरे नंबर का लोकेशन

बहनोई से मिले मोबाइल नंबर का पुलिस ने टॉवर लोकेशन खंगाला, जो मधुबनी में मिला। इसी के आधार पर पुलिस टीम पटना से मधुबनी गई। पता लगाते हुए पुलिस टीम रमण के ससुराल जा पहुंची। घर में ही दुकान होने की वजह से पुलिस को खोजने में ज्यादा कठिनाई नहीं हुई। उस टाइम रमण अपने ससुराल में छिपा हुआ था। पुलिस के आने की भनक मिलते ही वह फरार होने लगा। घर के पीछे के रास्ते वह खेतों में कूद गया और भागने लगा। पुलिस टीम की नजर उस पर पड़ गई। खदेड़ कर पुलिस ने उसे धर दबोचा।

स्वीटी की शादी तय होने से था नाराज

मधुबनी डिस्ट्रिक्ट के अरेर थाना एरिया के झोझी गांव के रहने वाले रमण कुमार साव की शादी उसके फैमिली वालों ने साल ख्0क्फ् में करा दी थी। शादीशुदा होने के बावजूद वह स्वीटी को अपनी सेकेंड वाइफ बनाना चाहता था, जबकि स्वीटी की शादी उसके फैमिली वालों ने तय कर दी थी। इसी साल आने वाले क् दिसंबर को स्वीटी की शादी होने वाली थी, जिससे रमण सख्त नाराज था। क्ख् जुलाई की रात उसने स्वीटी पर उसने शादी नहीं करने का प्रेशर बनाया, जिस पर स्वीटी ने ऐतराज जताया। दोनों के बीच काफी देर तक बहस हुई। इसके बाद स्वीटी सो गई, लेकिन ये बात रमण का नागवार गुजरी। इसके बाद ही उसने स्वीटी को मौत के घाट उतारने का फैसला कर लिया। इस जद में उसकी बहन डिम्पी और उसकी बेटी सोफी भी आ गई।

झगड़ा कर वाइफ को छोड़ आया बहन के घर

क्ख् जुलाई के दिन रमण की वाइफ सकरी गली स्थित किराए के मकान में ही थी। स्वीटी और डिम्पी को उसे अपने घर लाना था। इस लिए उसने प्लान के तहत अपनी वाइफ विनेखा से जबरन झगड़ा किया। फिर उसे चौधरी टोला स्थित अपने बहन के घर जा कर छोड़ आया।

ख्0क्फ् में हुई थी दोनों की मुलाकात

रमण और स्वीटी की मुलाकात साल ख्0क्फ् में हुई थी। उस टाइम दोनों सुल्तानगंज के चौधरी टोला, महेन्द्रू स्थित एक किराए के मकान में रह रहे थे। कुछ ही दिनों में दोनों के बीच अफेयर की शुरू हो गया। उस टाइम स्वीटी और उसका भाई प्रिंस साथ रहते थे। वहां डिम्पी भी रहती थी।

सुल्तानगंज में दर्ज हुआ था किडनैपिंग का मामला

रमण और स्वीटी का अफेयर चरम सीमा पर पहुंच गया था, तो साल ख्0क्फ् में कुछ दिनों के लिए दोनों गायब हो गए थे। स्वीटी के फैमिली वालों ने सुल्तानगंज थाने में किडनैपिंग का मामला दर्ज कराया था। पुलिस की मानें तो इसी बीच दोनों ने करौटा मंदिर में जाकर शादी कर ली थी, फिर घुमाने के लिए स्वीटी को लेकर रमण कर्नाटक चला गया। कुछ दिनों बाद दोनों को पुलिस ने सुल्तानगंज एरिया से ही बरामद किया था।

Posted By: Inextlive