-नक्सली हमले में खूंटी में शहीद हुआ था पुलिस जवान रूमुल सवैया

-पुलिस लाइन में सीएम समेत कई पुलिस अधिकारियों ने दी अंतिम सलामी

-दाह संस्कार के लिए मिले 10 हजार रुपए

-रूमुल के शहादत दिवस पर रांची में मनेगा शहीद दिवस

>RANCHI: नक्सली हमले में मारा गया पुलिस जवान एसएसपी की गाड़ी का ड्राइवर रूमुल सवैया का क्ख् वर्षीय बेटा अजीत बाल पुलिस में बहाल किया जाएगा। इसके संकेत पुलिस मुख्यालय से मिले हैं। जल्द ही अजीत को बाल सिपाही बनाने की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी। गौरतलब हो कि कई शहीदों के पुत्र बाल पुलिस में नियुक्त होकर पुलिस लाइन में काम कर रहे हैं। अजीत भी उन्हीं के साथ काम करेगा। बाल पुलिस बनने के साथ ही वह पढ़ाई भी पूरी करेगा।

बुधवार को रूमुल की पत्‍‌नी बेलो भी अपने बेटे को बाल सिपाही बनाने की इच्छा जता दी। बेलो के मुताबिक, वह अपने बेटे को उसके पिता के सपनों को पूरा करने लायक बनाना चाहती है।

शहीद को अंतिम सलामी

बुधवार की सुबह तिरंगे में लिपटा रूमुल का शव न्यू पुलिस लाइन केंद्र लाया गया, जहां शहीद जवान को अंतिम सलामी दी गई। मौके पर सीएम रघुवर दास, मुख्य सचिव राजीव गौबा, डीजीपी डीके पांडेय, डीआईजी अरुण कुमार सिंह, एडीजी एसएन प्रधान, एडीजी अजय भटनागर, सिटी एसपी जया रॉय, ग्रामीण एसपी राजकुमार लकड़ा, सार्जेट मेजर तुषारकांत झा सहित पुलिस एसोसिएशन व पुलिस मेंस एसोसिएशन के मेंबर्स मौजूद थे।

पूरी सर्विस का मिला वेतन

रूमुल सवैया को अंतिम सलामी देने के बाद उनके शव को चाईबासा स्थित पैतृक गांव भेज दिया गया। सलामी के वक्त उसके दोनों बेटे और रिश्तेदार मौजूद थे। रूमुल सवैया के दाह संस्कार के लिए पुलिस विभाग की ओर से तत्काल दस हजार रूपए दिए गए। डीआईजी अरुण कुमार सिंह ने कहा कि रूमुल सवैया की पूरी नौकरी तक का वेतन उसके परिजनों को दिया जाएगा, साथ ही साथ सरकार की ओर से दस लाख रुपए भी दिए जाएंगे। पुलिस परिवार उनके बच्चों के लालन-पालन व पढ़ाई का अतिरिक्त खर्च उठाएगी।

Posted By: Inextlive