Gorakhpur: जिले के थानों में शनिवार को समाधान दिवस लगा तो जरूर लेकिन न ही अपेक्षा के अनुसार मामले पहुंचे और न ही अपेक्षा के अनुरूप उनका निष्पादन ही हुआ. निष्पादन में हीला हवाली के ही चलते धीरे-धीरे समाधान दिवस से लोगों का मोह भंग होता जा रहा है और फरियादियों की संख्या घटती जा रही है. स्थिति यह है कि शनिवार को थानों पर कहीं एक मामला पहुंचा तो कहीं दो या तीन. अव्वल तो यह कि इतना कम मामला होने के बाद भी शत-प्रतिशत निष्पादन नहीं हो सका.


उरुवा में समाधान दिवस एसडीएम गोला नलिनीकांत सिंह की अध्यक्षता में आयोजित हुआ। इसमें दो मामले राजस्व के और दो मामले पुलिस से सम्बंधित आए। थानाध्यक्ष उरूवा राजेश कुमार ने बताया दो ही मामलों का तत्काल निस्तारण हो पाया। सुबह 10 बजे से दोपहर में 2 बजे तक एसओ समेत राजस्व कर्मी गणेश दुबे, नंदकिशोर, रविप्रताप, एसआई रमाकांत पांडेय, अमित कुमार, धनंजय सिंह, दिलीप कुमार आदि लोग मौजूद रहे।गगहा में 14 में 6 का निष्पादनमाह के पहले शनिवार को पिपराईच थाना परिसर में आयोजित समाधान दिवस में राजस्व व शिकायत सम्बन्धी कुल 14 मामले आए। इनमें सिर्फ 6 मामलों का ही तत्काल समाधान कराया गया। एसओ का दावा है कि शेष मामलों के निस्तारण के लिए टीम भेजी गई है। दिवस की अध्यक्षता थानाध्यक्ष अनिल सिंह यादव ने की। इस दौरान कानूनगो नन्दलाल चौधरी समेत अन्य अधिकारी मौजूद रहे।यहां भी सूखा राहत का मुद्दा
गगहा थाने पर उपजिलाधिकारी बलराम सिंह की अध्यक्षता में आयोजित समाधान दिवस में भी सूखा राहत का मुद्दा छाया रहा। सिहाईचपार, नर्रे खुर्द, घेवरपार, सोनईचा, जगदीशपुर भलुआन, हाटा बाजार, जमीन लौहरपुर से विभिन्न मामले आए। इनमें सर्वाधिक मामले राजस्व से संबंधित रहे किंतु राजस्व से संबंधित  किसी भी मामले का निस्तारण नहीं हुआ। क्राइम संबधी आये चार मामले मौके पर ही निष्पादित कर दिए गए। इस मौके पर अतायर, परिहस्थी, गगहा, टिकरी, नर्रे, बेलकूर, हटवा, मेहदियां, गजहड़ा, उज्जरपार, मझगांवा के किसानों ने सूखा राहत सहायता राशि न मिलने की शिकायत की। इस संबंध में उपजिलाधिकारी बलराम सिंह ने कहा कि शासन से स्वीकृत हुए  बारह करोड़ की राशि बांट दी गई है। बाकी की लिस्ट बनाकर शासन को भेज दिया गया है।

Posted By: Inextlive