करोड़ों रुपये की जमीन है विवाद की जड़

कई प्रॉपर्टी डीलरों ने कर रखा है अवैध कब्जा

20 बीघा जमीन पर पिछले 15 सालों से चल रहा विवाद

200 से 500 रुपये प्रति झुग्गी से ले जाता था किराया

2500 आसाम के परिवार के लोगों की एलआईयू कर रही जांच

Meerut। हापुड़ रोड आशियाना कॉलोनी में बीते दिनों झुग्गी झोपड़ी में आग कहीं जानबूझकर तो नहीं लगाई गई थी। पुलिस और प्रशासन अब इसकी भी पड़ताल कर रहा है कि कहीं हर बार हो रही आगजनी के पीछे करोड़ों की जमीन पर कब्जे का मामला तो नहीं है। पुलिस व जिला प्रशासन ने इस मामले की अलग से जांच शुरू कर दी है। जबकि पूर्व विधायक की शिकायत पर एलआईयू ने झुग्गी बस्ती के रहने वालों की जांच भी शुरू कर दी है। पुलिस व फायर विभाग के मुताबिक अब अगर किसी ने प्लाट पर दोबारा से झुग्गी बनाकर किराए पर देने का प्रयास किया तो खिलाफ कार्रवाई होगी।

चल रहा है विवाद

गौरतलब है कि हापुड़ रोड पर खाली पड़ी 20 बीघा जमीन पर पिछले 15 सालों से विवाद चल रहा है। कई प्रॉपर्टी डीलरों ने कॉलोनी में अपना दावा पेश करके कॉलोनी भी काट दी। इस जमीन की करोड़ों रुपये कीमत आंकी जा रही है। कई डीलरों ने जमीनों पर कब्जा करके आसाम के रहने वाले लोगों को 200 से 500 रुपए झुग्गी के हिसाब से किराए पर दे रखी थी। पुलिस का कहना है कि जमीन को खाली कराने को लेकर भी कई प्रॉपर्टी डीलरों का आपस में विवाद चल रहा है। जिसके चलते रंजिशन झुग्गियों में आग लगाने की आशंका व्यक्त की जा रही है।

एलआईयू ने शुरू की जांच एलआईयू ने हापुड़ रोड पर निवास कर रहे 2500 आसाम के परिवार के लोगों की जांच शुरू कर दी है। उनके आधार कार्ड व पहचान कार्ड से वेरिफिकेशन किया जा रहा है। पांच साल पहले भी एलआईयू की जांच में इसी बस्ती में पांच बांग्लादेशी पकड़े गए थे।

फायर विभाग का नोटिस

सीएफओ अजय कुमार शर्मा ने आशियाना कॉलोनी में आस मोहम्मद, जमील खां व इरशाद प्रॉपर्टी डीलर को नोटिस जारी किया है। उनका कहना है कि अगर उन्होंने अपने प्लाट पर बसाई गई झुग्गियों को खाली नहीं कराई तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इन झुग्गी से आसपास के लोगों को खतरा बना हुआ है।

दोबारा बसाने का विरोध

इस इलाके में दोबारा से झुग्गियों को बसाने का विरोध हो रहा है। वहीं झुग्गी बस्ती के लोगों ने डीएम से वहां फिर से बसाने की गुहार लगाई है।

पूर्व विधायक ने की है शिकायत

पूर्व विधायक डॉ। लक्ष्मीकांत वाजपेई ने एसएसपी ने शिकायत दर्ज कराई थी कि हापुड़ रोड में बनी झुग्गियों में संदिग्ध लोग रहते है। वह अपने आप को आसाम का निवासी बताते है। उन्होंने कहा कि इन्हें कहीं और बसाने से पहले इनकी जांच करानी चाहिए। उन्होंने अपना आधार कार्ड व पहचान पत्र भी मेरठ का बनवा लिया है.पूर्व विधायक की शिकायत पर एसएसपी राजेश पांडे ने एलआईयू को जांच के आदेश्ा दिए है।

फर्जी तरीके से किराएदारी

पुलिस की जांच में सामने आया है कि प्लॉट मालिक झुग्गियों में रहने वाले इन लोगों से एक झुग्गी से 500 से 800 रुपये प्रतिमाह किराया वसूलता है। जिसकी किसी को रसीद भी नहीं दी जाती है।

एसीएम रखेंगे नजर

आगजनी की वारदात के बाद जिला प्रशासन चौकन्ना है। डीएम अनिल ढींगरा के निर्देश पर संबंधित क्षेत्र के एसीएम अब खानाबदोशों की गतिविधियों पर नजर रखेंगे। किसी अनहोनी हो टालने के लिए जिला प्रशासन ने शहर के बीचोबीच बसी इस अवैध कॉलोनी को दोबारा विकसित न होने का फैसला लिया है तो वहीं आसाम के निवासियों की नागरिकता पर भी आए दिन सवाल उठते रहे हैं। एसीएम मौका मुआयना कर यथास्थिति से जिला प्रशासन को अवगत कराएंगे।

मेरठ में स्थित खानाबदोशों की बस्तियों पर संबंधित क्षेत्र के प्रशासनिक अधिकारियों को निगरानी के निर्देश हैं। आग के कारणों को भी तलाशा जा रहा है।

अनिल ढींगरा, डीएम, मेरठ

Posted By: Inextlive