- अक्षय तृतीया के अवसर पर सज गया है ज्वेलरी बाजार

PATNA : अक्षय तृतीया के संग सोना खरीदने का सीजन एक बार फिर से शुरू हो गया है। इस पावन मौके पर सर्राफा मार्केट एक बार फिर से गुलजार है। सबसे बड़ी बात है कि बीते दो महीने में स्वर्ण व्यवसायियों के बीच एक्साइज टैक्स को लेकर जबरदस्त विरोध और स्ट्राइक के कारण मार्केट का मिजाज ठंडा रहा। पाटलिपुत्र सर्राफा संघ के प्रेसिडेंट विनोद कुमार ने कहा कि हमारे निरंतर विरोध के कारण फिलहाल एक्साइज ड्यूटी नहीं लग रहा और मामला कोर्ट में है। तीन जून तक इस संबंध में फैसला आएगा। पहले से ही ज्वेलरी व्यवसायी कई प्रकार के टैक्स अदा कर रहे हैं।

हैंडमेड ज्वेलरी पर नहीं लगे एक्साइज

आज भी अधिकांश ज्वेलरी हैंडमेड हैं और इससे कई छोटे-बड़े कारीगर निर्भर है। संघ के प्रेसिडेंट विनोद कुमार ने कहा कि हमारी मांग है कि एक्साइज टैक्स से इसे पूरी तरह से अलग रखा जाए। इसके अलावा कई बातें जो एक्साइज के नए प्रावधान में स्पष्ट नहीं है उसे भी स्पष्ट किया जाए। यदि सोना गिरवी है, पुराने ज्वेलरी से नई ज्वेलरी बनाने और यदि ग्राहक अप्रूवल की ज्वेलरी नहीं ले जाए, तो ऐसी स्थितियों में एक्साइज नहीं लगाया जाना चाहिए। इसके अलावा छह करोड़ रुपए के टर्नओवर की लिमिट को भी बढ़ाया जाना चाहिए।

अभी मौका है शानदार

राजधानी के विभिन्न ज्वेलरी हाउसों में सोना की खरीदारी पर कई आकर्षक ऑफर है। कहीं खरीद पर सोने के सिक्के तो कहीं वेडिंग कलेक्शन की एक से बढ़कर एक रेंज है। साथ ही मेकिंग चार्ज पर सौ फीसदी की छूट दी जा रही है। कुल मिलाकर एक लंबे अर्से के बाद गोल्ड, सिल्वर, प्लेटिनम आदि ज्वेलरी खरीदने का अभी आकर्षक मौका है। ग्राहक इस मौके का पूरा लाभ लेने की तैयारी में है।

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ये रखें ख्याल

- हॉलमार्क हो प्रोडक्ट, लेकिन देख लें कि वह किस रेंज का है

- हॉलमार्क 9क्म् और 7भ्0 का भी होता है लेकिन 9क्म् की प्योरिटी अधिक होती है

- हमेशा खरीदारी का पक्का बिल ले

- पहले ही तय कर ले कि सामान्य ज्वेलरी लेगें या बारीक काम किया हुआ। इससे समय और पैसे दोनों का ही बजट रहेगा।

हमें विश्वास है कि एक्साइज को लेकर कई प्रकार की जटिलताएं हैं, उसका समाधान निकलेगा। कम से कम हैंडमेड ज्वेलरी को एक्साइज टैक्स से अलग रखा जाए। इस पावन अवसर पर फिर से बाजार में रौनक है।

- विनोद कुमार, पाटलिपुत्र सर्राफा संघ

Posted By: Inextlive