गोल्ड कैरेट को परख कर बनें स्मार्ट परचेजर
कैरेट का खुद कैलकुलेशन कर जानें कितना सोणा है आपका सोना
अक्षय तृतीया पर मिलावटी सोना खरीदने से बचने के लिए है जरूरी ALLAHABAD: हालात की मार से सर्राफा मार्केट में अभी भले ही सन्नाटा है, लेकिन अक्षय तृतीया पर धन वर्षा होना तय है। क्योंकि अक्षय पुण्य की लालसा में लोगों ने ज्वैलरी और गोल्ड आइटम परचेज करने की तैयारी कर रखी है। ऐसे में मिलावटी सोने की खरीद से बचने के लिए गोल्ड कैरेट को परख कर स्मार्ट परचेजर बनना जरूरी है। क्योंकि 24 कैरेट के नाम पर आसानी से 22 कैरेट का गोल्ड बेंच दिया जाता है। कैसे बनें स्मार्ट परचेजर आइए हम बताते हैं। ऐसे पहचानें असली हॉलमार्कखरीदी जा रही ज्वैलरी प्योर गोल्ड की है या नहीं इसका तत्काल पता लगाना आमतौर पर कस्टमर के लिए मुश्किल होता है। इसलिए सोने-चांदी की ज्वैलरी हॉलमार्क वाली ही खरीदनी चाहिए। हॉलमार्क से ज्वैलरी की शुद्धता प्रमाणित होती है। लेकिन कई ज्वैलर्स जांच प्रकिया पूरी किए बिना ही हॉलमार्क लगा देते है। इसलिए ओरिजनल हॉलमार्क की पहचान जरूरी है। ओरिजनल हॉलमार्क भारतीय मानक ब्यूरो का तिकोना निशान होता है। उस पर हॉलमार्किंग सेंटर के लोगो के साथ सोने की शुद्धता भी लिखी होती है। ज्वैलरी निर्माण का वर्ष और उत्पादक का लोगो भी होता है।
अंक के हिसाब से सोने की शुद्धता
24 कैरेट 99.9 23 कैरेट 95.8 22 कैरेट 91.6 21 कैरेट 87.5 18 कैरेट 75.0 17 कैरेट 70.8 14 कैरेट 58.5 9 कैरेट 37.5 24 कैरेट से नहीं बनती ज्वैलरी असली सोना 24 कैरेट का होता है। इससे ज्वैलरी नहीं बनती है, क्योंकि प्योर गोल्ड बेहद मुलायम होता है। ज्वैलरी के लिए ज्यादातर 22 कैरेट यानि 91.66 फीसद सोने का इस्तेमाल किया जाता है। हॉलमार्क पर पांच अंक होते हैं। सभी कैरेट का हॉलमार्क अलग होता है। 22 कैरेट पर 916, 21 कैरेट पर 875 और 18 कैरेट पर 750 लिखा होता है। ऐसे तय करें गोल्ड की कीमत कैरेट गोल्ड का मतलब होता है 1/24 पर्सेट गोल्ड। यदि आपका आभूषण 22 कैरेट का है तो 22 को 24 से भाग देकर उसे 100 से गुणा करें। (22/24)X100= 91.66 यानी आपके आभूषण में इस्तेमाल सोने की शुद्धता 91.66 फीसदी।24 कैरेट सोने का रेट टीवी पर 30,660 है और बाजार में इसे खरीदने जाते हैं तो 22 कैरेट सोने का दाम (30,660/24)X22=28,105 रुपए होगा। जबकि ज्वैलर आपको 22 कैरेट सोना 30,660 में ही देगा। यानी आप 22 कैरेट सोना 24 कैरेट के दाम पर खरीद रहे हैं।
ऐसे ही 18 कैरेट गोल्ड की कीमत भी तय होगी। (30,660/24)X18=22,995 जबकि ये ही सोना ऑफर के साथ देकर ज्वैलर आपको छलते हैं। पिघला कर या एसिड टेस्ट से परख सोने की शुद्धता जानने के लिए आमतौर पर इसे पिघला कर चेक किया जाता है। लेकिन कुछ केमिकल और एसिड होते हैं जिनके इस्तेमाल से भी सोने की गुणवत्ता परखी जा सकती है। शुद्ध सोने के संपर्क में आने के बाद इन पर कोई असर नहीं होता लेकिन अशुद्ध सोने के संपर्क में आने पर ये रियेक्ट करते हैं। केडीएम और तांबे की मिलावट कई सुनार केडीएम को भी शुद्ध बताकर बेचते हैं, लेकिन इसमें कैडमियम नामक तत्व होता है, जोकि फेफड़ों के लिए हानिकारक होता है। साथ ही, इसमें तांबे की मिलावट भी होती है। इस तरह के फ्राड से बचने के लिए सोने या ज्वैलरी पर मौजूद अंक जरूर देखें। प्योरिटी सर्टिफिकेट लेना न भूलें गोल्ड खरीदते वक्त आप प्योरिटी सर्टिफिकेट लेना न भूलें। सर्टिफिकेट में गोल्ड की कैरेट क्वालिटी भी जरूर चेक कर लें। साथ ही गोल्ड ज्वैलरी में लगे जेम स्टोन के लिए भी एक अलग सर्टिफिकेट जरूर लें। खरीद से पहले जानें करेंट रेटगोल्ड का रेट घटता बढ़ता रहता है। ऐसे में खरीद से पहले करेंट रेट जरूर जान लें। पुराना सामान देकर नई ज्वैलरी लेने पर नुकसान हो सकता है। इसलिए गोल्ड या गोल्ड ज्वैलरी खरीदने से पहले रेट की जानकारी आवश्यक है।
पर्ची नहीं पक्का बिल लें सोने की खरीद करते समय दुकानदार से पक्का बिल लेना न भूले, जिसमें सोने का कैरेट, शुद्धता, मेकिंग चार्ज, हॉलमार्क का जिक्र जरूर हो। क्योंकि कच्चे बिल की वैल्यू नहीं होती है। दुकानदार इस पर्ची को पहचानने से इनकार कर देते हैं। ऐसे में अगर ज्वैलरी में कोई गड़बड़ी होती है तो फिर वापस करने में आपको नुकसान उठाना पड़ सकता है। अगर आपको मालूम नहीं है कि कॉमन बुलियन सिक्के कैसे दिखते हैं तो पूरी आशंका रहेगी कि आप ज्यादा खर्च करके भी नकली सोने का सिक्का खरीद लेंगे। सिक्के हमेशा विश्वसनीय दुकानों से और ज्वैलरी हमेशा हॉलमार्क निशान वाली ही खरीदें। छोटे ज्वैलर्स के पास हॉलमार्क ज्वैलरी नहीं होती। ऐसे में वहां धोखा होने का डर ज्यादा होता है। विनय मिश्रा पदाधिकारी प्रयाग सर्राफा मंडल