-सीएसजेएमयू के फाइन आ‌र्ट्स डिपार्टमेंट के प्रोफेसर डॉ। ब्रिजेश और पत्नी मंजू को गर्व है इकलौती बेटी पर

- आर्किटेक्ट फाइनल इयर की छात्रा, टाउन प्लानर बनना चाहती है

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KANPUR: बेटों के लिए भगवान के दरबार में आरजू करना व मन्नतें मानना अब गुजरे जमाने की बातें होती जा रही हैं। 21वीं सदी के पेरेंट्स अब बेटे या बेटी में कोई भेद नहीं करते हैं। ऐसे ही कपल है सीएसजेएमयू के इंस्टीट्यूट ऑफ फाइन आ‌र्ट्स के सीनियर प्रोफेसर डॉ। ब्रिजेश कटियार व वीरेन्द्र स्वरूप एजूकेशन सेंटर की टीचर मंजू कटियार। इकलौती बेटी सौम्या पर पेरेंट्स को नाज है। ऐसी होनहार बेटी पाकर उन्हें बेटे की कोई चाहत नहीं है। सौम्या इंडिया के टॉप टेन आर्किटेक्चर कॉलेज में शुमार होने वाले सरदार बल्लभ भाई पटेल इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एण्ड मैनेजमेंट में आर्किटेक्ट की फाइनल इयर की छात्रा है। बेटी का कहना है कि वह पूरी लाइफ अपने पेरेंट्स के पास ही गुजारेगी।

हमारी सोच समाज से हटकर है

सीएसजेएमयू कैंपस में रहने वाले डॉ। ब्रिजेश कटियार ने बताया कि बेटी सौम्या का जन्म 1994 में हुआ था। इसके बाद ही तय कर लिया था कि अब यही मेरा संसार है उसे ही इस काबिल बनाना है कि लोग तारीफ करें। बेटी ने मेरे सपनों को साकार किया और जो कहा उसी दिशा में चल पड़ी। डॉ। कटियार का कहना है कि वह भले ही ग्रामीण परिवेश से ताल्लुक रखते हों लेकिन इस मैटर पर हमारी सोच समाज से हटकर है।

कभी कोचिंग नहीं की

मां मंजू कटियार ने बताया कि सौम्या पढ़ाई में हमेशा जीनियस रही है। उसको कभी भी कोचिंग नहीं कराई गई है। वह हमेशा अपनी मेधा के दम पर बोर्ड एग्जाम और फिर कॉम्पटीटिव एग्जाम में सफलता हासिल करती रही है। टेंथ में उसने 95 और ट्वेल्थ में 96 परसेंट मा‌र्क्स हासिल किए थे। क्लास टेंथ से उसने डिसाइड कर लिया था कि वह आर्किटेक्चर की फील्ड में फ्यूचर बनाएगी।

पापा के आइडिया पर अमल किया

सौम्या ने बताया कि वह आर्किटेक्ट की डिग्री लेकर मास्टर डिग्री दिल्ली से हासिल करेगी। इसके बाद टाउन प्लानर के रूप में करियर की शुरुआत करना चाहेगी। करीब चार पांच साल जॉब करने के बाद अपना काम शुरू कर देगी। उसकी दिली ख्वाहिश है कि वह अपनी पूरी लाइफ अपने पेरेंट्स के आसपास ही गुजारे ताकि उनकी पूरी तरह से देखभाल कर सकूं। पापा ने ही आर्किटेक्ट की फील्ड का आइडिया दिया था जिस पर हमने अमल करना शुरू कर दिया है। गिटार बजाना मुझे अच्छा लगता है इसके अलावा फ्रेंच लैंग्वेज भी सीख रही हूं।

Posted By: Inextlive