समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार उत्तर प्रदेश सरकार ने युवा आईएएस अधिकारी दुर्गा शक्ति नागपाल का निलंबन रद्द कर दिया है.


नागपाल ने एक दिन पहले शनिवार को ही राज्य के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से मुलाकात की थी.पीटीआई के अनुसार राज्य सरकार ने रविवार को एक लाइन का बयान जारी कर कहा, ''राज्य सरकार ने आईएएस अधिकारी दुर्गा शक्ति नागपाल का निलंबन रद्द कर उन्हें बहाल कर दिया है.''दुर्गा शक्ति नागपाल के खिलाफ अभी जांच पूरी नहीं हुई है, लेकिन नागपाल ने अपने पति अभिषेक सिंह के साथ, जो खुद एक आईएएस अधिकारी हैं, शनिवार को मुख्यमंत्री से मुलाकात की थी. पीटीआई के अनुसार इस मुलाकात में उन्होंने निलंबन के कारणों के बारे में अपना स्पष्टीकरण दिया था.गौतमबुद्धनगर जिले में एसडीएम के पद पर तैनात रहीं नागपाल को कथित रूप से सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने के आरोप में 27 जुलाई को निलंबित कर दिया गया था.एसडीएम रहते हुए नागपाल ने जिले के रेत माफियाओं के खिलाफ कड़े कदम उठाए थे.


मुख्यमंत्री ने 29 अगस्त को उनके खिलाफ नए सिरे से जांच के आदेश देते हुए मुख्य सचिव (गृह) आर. एम. श्रीवास्तव को जांच अधिकारी नियुक्त किया था. श्रीवास्तव से 15 दिनों के भीतर रिपोर्ट देने को कहा गया था.इसके बाद मेरठ डिविजन के आयुक्त की रिपोर्ट पर उन्हें 10 पन्नों का एक चार्जशीट दिया गया था.

चार्जशीट में कहा गया था कि नागपाल ने मस्जिद की दीवार गिराने के वक्त नियमों का पालन नहीं किया. इसके बाद नागपाल ने अपना जवाब दिया था.

Posted By: Satyendra Kumar Singh