PATNA : इंटरमीडिएट टॉपर्स घोटाला मामले में गिरफ्तार बिहार बोर्ड के पूर्व सेक्रेटरी श्रीनिवास चन्द्र तिवारी ने कबूल किया है कि बोर्ड के अंदर धांधली चलती थी। लालकेश्वर और उनके लोग हर काम में अपनी मर्जी चलाते थे। ख्0क्भ् के इंटरमीडिएट एग्जाम में भी बच्चा राय के वीआर कॉलेज के क्भ्0 स्टूडेंट्स के नंबर ज्यादा थे। जिस पर जांच हुई थी। कदाचार कमेटी की रिपोर्ट को लालकेश्वर ने बाहर नहीं आने दिया था। पूर्व सेक्रेटरी ने ये कबूलनामा कोर्ट में पेशी के दौरान किया। मंगलवार को दोपहर बाद उन्हें कोर्ट में पेश किया गया था। जहां उन्होंने अपना बयान दर्ज कराया। इसके बाद कोर्ट के आदेश पर उन्हें क्ब् दिनों के ज्यूडिशियल कस्टडी में जेल भेज दिया गया। गौरतलब है कि कई दिनों की पूछताछ के बाद सोमवार को एसआईटी ने श्रीनिवास चन्द्र तिवारी को गिरफ्तार किया था।

- जारी है छापेमारी

फरार तीन टॉपर्स, उनके पैरेंट्स और लालकेश्वर के दामाद विवेक रंजन की गिरफ्तारी के लिए बिहार से बाहर लगातार छापेमारी जारी है। सोर्स के अनुसार दिल्ली और एनसीआर के कुछ इलाकों में एसआईटी की ओर से टॉपर्स व उनके पैरेंट्स की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की गई। जबकि विवेक की तलाश में दूसरे शहर में छापेमारी की जा रही है। हालांकि अब तक इन सब की गिरफ्तारी में एसआईटी को कुछ खास सफलता नहीं मिली है। हालांकि इन सब की गिरफ्तारी के लिए एसआईटी के इंचार्ज एसएसपी मनु महाराज की ओर से कुछ नए निर्देश दिए गए हैं।

- नहीं मिला इश्तेहार

दामाद विवेक रंजन पर शिकंजा कसने के लिए एसआईटी ने कोर्ट में इश्तेहार के लिए शुक्रवार को ही अपील की थी। संभावना जताई जा रही थी कि मंगलवार को कोर्ट से परमिशन मिल जाएगा। लेकिन ऐसा हुआ नहीं। विवेक रंजन के खिलाफ इश्तेहार के लिए एसआईटी को एक-दो दिन और रुकना पड़ेगा। वहीं, इसके बैंक एकाउंट्स के डिटेल्स को भी खंगाला जा रहा है। सोर्स के अनुसार जल्द ही एसआईटी को पता चल जाएगा कि विवेक ने कितना काला धन जमा कर रखा है।

Posted By: Inextlive