- इलाहाबाद में भी बीस हजार से ज्यादा परीक्षार्थी नहीं आए

- बरती गई सख्ती,वीडियोग्राफी रहा परीक्षार्थियों के लिए नया अनुभव

ALLAHABAD: स्टॉफ सेलेक्शन कमीशन (एसएससी) की कम्बाइंड ग्रेजुएट लेवल (सीजीएलल) 2013 री एग्जाम टीयर वन का सेकेंड फेज संडे को आयोजित किया गया। दोबारा से हो रही इस परीक्षा में अपेक्षा के अनुरूप काफी सख्ती बरती गई। परीक्षार्थियों को सिर घुमाने तक का मौका नहीं मिला। एग्जामिनेशन हाल में इंट्री से पहले प्रत्येक परीक्षार्थी की विडियोग्राफी करवाई गयी। परीक्षा दिन में 10 से 12 और दो से चार बजे तक दो पालियों में हुई।

छूटे हुए परीक्षार्थियों की हुई परीक्षा

बता दें कि सीजीएल 2013 टीयर वन की परीक्षा पूर्व में 21 अप्रैल एवं 19 मई 2013 को हुई थी। जिसमें दिल्ली पुलिस के छापे के दौरान हाईप्रोफाइल नकल रैकेट का पर्दाफाश हुआ था। पूरा मामला कैट, नई दिल्ली की अदालत में पहुंचा था। वहां से डायरेक्शन मिलने के बाद इलाहाबाद समेत सात शहरों में पूरी परीक्षा को निरस्त करके दोबारा से करवाने का निर्णय लिया गया। जिसके तहत 27 अप्रैल 2014 को दोबारा से इस परीक्षा के पहले चरण का आयोजन करना पड़ा। परीक्षार्थियों की अधिक संख्या के कारण आगरा, बरेली, गोरखपुर, कानपुर, मेरठ, वाराणसी, भागलपुर एवं मुजफ्फरपुर के छूटे हुए परीक्षार्थियों की परीक्षा का आयोजन दूसरे चरण में संडे को किया गया।

अच्छी तैयारी करने वालों को राहत

एसएससी ने इस परीक्षा के प्रत्येक सेक्शन में काफी नपे तुले अंदाज में प्रश्नों का संयोजन किया था। जिसे अच्छी तैयारी करने वालों ने आसानी से हल किया। 200 नम्बर के प्रश्न पत्र में मैथ, रिजनिंग, इंग्लिश और जीएस में प्रत्येक से पचास नम्बर के प्रश्न पूछे गए थे। प्रत्येक प्रश्न एक नम्बर का था। जीएस में जहां हिस्ट्री, इकोनामिक्स, इंडियन पालिटी, जागर्फी और साइंस के प्रश्नों का बोलबाला रहा। वहीं अंग्रेजी में पैसेज, एरर, एंटोनेम, सेनोनेम, इम्प्रुवमेंट, प्रपोजिशन, फिल इन द ब्लैंक्स, वन वर्ड सब्टीट्यूशन, कंजक्शन आदि से सवाल सवाल पूछे गए तो वहीं मैथ में सिम्प्लीफिकेशन, टिग्नामिट्री, वृत्त, शंकु, गोला, पाई चार्ट, पर्सनटेज से सवाल थे।

66.43 परसेंट ने छोड़ दी परीक्षा

इससे पहले एसएससी की परीक्षा में अमूमन प्रत्येक शहर से अच्छी खासी तादात में नकलची पकड़े जाते थे। लेकिन सख्ती का ही कमाल रहा कि संडे को हुई इस परीक्षा में एक भी नकलची नहीं पकड़ा गया। हालांकि, इस परीक्षा में परीक्षार्थियों की उपस्थिति का प्रतिशत काफी कम रहा। कुल 1,78,848 परीक्षार्थियों में केवल 33.57 (60,0399) फीसदी ने ही परीक्षा दी और 66.43 (1,18,8099) फीसदी ने परीक्षा छोड़ दी।

इलाहाबाद में बेहद कम उपस्थिति

इलाहाबाद में भी 33 परीक्षा केन्द्र पर 27,648 परीक्षार्थियों में 25.26 (6984ब्) फीसदी ने ही परीक्षा दी। जबकि ख्0,म्म्ब् ने परीक्षा छोड़ दी। इसी प्रकार पटना के फ्7 परीक्षा केन्द्रों पर फ्फ्,म्9म् परीक्षार्थियों में फ्9.9ब् फीसदी, लखनऊ के 8फ् परीक्षा केन्द्रों पर 78,फ्फ्म् परीक्षार्थियों में ख्9.क्म् फीसदी और वाराणसी में ब्ब् परीक्षा केन्द्रों पर फ्9,क्म्8 परीक्षार्थियों में फ्7.9 फीसदी ने परीक्षा दी। परीक्षा में इतनी कम उपस्थिति की वजह परीक्षा के दोबारा से आयोजन में एक साल से ज्यादा का गैप माना जा रहा है।

Posted By: Inextlive