- सोशल साइट्स पर मोहनलालगंज हत्याकांड से नाराज लोगों ने शुरू की एसएसपी विरोधी मुहिम

- अधिकारी का मोबाइल नंबर शेयर कर लोगों से की जा रही न्याय मांगने की अपील

LUCKNOW: पुलिस के इस खुलासे के बाद सोशल मीडिया से लेकर चाय और नुक्कड़ तक पर इस खुलासे की आलोचना होती रही। पुलिस की इस थ्योरी को कोई भी मानने को तैयार ही नहीं। यहां तक कि अब सीधा अटैक लखनऊ के एसएसपी प्रवीण कुमार पर शुरू हो चुका है। व्हाट्स एप्प पर एक मैसेज शेयर किया जा रहा है जिसे कम से कम दस लोगों को फॉरवर्ड करने की अपील भी की जा रही है।

यह है मैसेज

यह है लखनऊ के एसएसपी प्रवीण कुमार का पर्सनल मोबाइल नंबर ------फ्फ्। इनसे पूछिए कि क्या कोई एक आदमी लखनऊ निर्भया कांड जैसा जघन्य घटनाक्रम अंजाम दे सकता है। घटनास्थल पर कई लोगों के अपराध में शामिल होने के सुबूत मिले हैं। आईपीएस अमिताभ ठाकुर तक ने लखनऊ पुलिस द्वारा किए गए खुलासे को फर्जी करार दिया है। लखनऊ की निर्भया को न्याय दिलाने और असली अपराधियों को दंडित कराने के लिए गांधीगिरी शुरू। दागी और विवादित एसएसपी लखनऊ प्रवीण कुमार के पर्सनल मोबाइल नंबर ------फ्फ् पर शेम शेम लिख भेजें। फिर फोन करके उनसे पूछें कि लखनऊ निर्भया कांड कोई एक आदमी कैसे अंजाम दे सकता है। असली हत्यारे रेपिस्ट कब पकड़े जाएंगे।

कोई कॉल नहीं उठा रहा

इस मैसेज के आखिर में लखनऊ की निर्भया को इंसाफ दिलाने के लिए इस मैसेज को सर्कुलेट करने की अपील की जा रही है। यह नम्बर एसएसपी का है भी या नहीं? इसकी तस्दीक कोई नहीं कर रहा है। क्योंकि, इस नम्बर पर कॉल करने पर रिंग तो हो रही है लेकिन फोन रिसीव नहीं हो रहा है।

सोशल साइट्स पर चल रही मुहिम

लखनऊ की निर्भया को इंसाफ दिलाओ और असली कातिल पकड़ो के स्लोगन के साथ फेसबुक और ट्विटर पर भी एक मुहिम छिड़ गयी है। इस मुहिम में प्रदेश सरकार के साथ लखनऊ पुलिस की भी जमकर आलोचना हो रही है। फेसबुक पर कमेंट में लोग प्रदेश सरकार और पुलिस दोनों के लिए पूरे गुस्से में दिख रहे हैं। वहीं राजनैतिक पार्टियों के साथ एनजीओ और दूसरे प्राइवेट संगठन भी इस मुहिम में लाम बंद हो रहे हैं। लगातार दूसरे दिन लखनऊ में इस हत्याकांड को लेकर प्रदर्शन हुआ।

Posted By: Inextlive