JAMSHEDPUR: पुलिस ने हर महीने करोड़ों रुपए गरीबों के राशन की हेराफेरी करनेवाले आठ लोगों को दबोचा है। गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए 438 फर्जी मोबाइल फोन के सिम के साथ मोबाइल दुकानदार सचिन कुमार दास समेत आठ राशन दुकानदार को गिरफ्तार किया किया गया। गिरफ्तार लोगों के पास से सिम के आलावा, 13 मोबाइल फोन, एक-एक लैपटॉप व एक टैब बरामद किया। इसकी जानकारी रविवार को एसएसपी अनूप बिरथरे ने अपने कार्यालय में दी। बिरथरे ने बताया कि फर्जी सिम बनाकर अपराधियों व अन्य व्यक्तियों को उपलब्ध कराने की सूचना मिली थी। पता यह भी चला था कि उसका उपयोग जनवितरण प्रणाली के दुकानदारों द्वारा फर्जी तरीके राशन के उठान में किया जा रहा है।

पुलिस टीम का गठन

सिटी एसपी प्रभात कुमार के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया। टीम ने आठ लोगों को दबोचा है। फर्जी सिम उपलब्ध कराने वाले सचिन कुमार दास पुत्र भरत दास, बागुनहातु वर्तमान पता रोड नंबर पांच, तिलकनगर थाना सिदगोड़ा को गिरफ्तार किया गया। सचिन मूलरूप से खंडारा, थाना जसीडीह, जिला देवघर का रहने वाला है। उसकी दुकान से 133 फर्जी सिम व तीन मोबाइल फोन बरामद किया गया। पूछताछ में उसने बताया कि वह सिम प्रमोटर हैं और भोले-भाले ग्रामीणों को झांसा देकर उनका आधार कार्ड व अन्य दस्तावेज लेकर उनके नाम से फर्जी सिम निकाल लेता है। ऐसे सिम को वह 120, 150 व 200 रुपये में अपराधियों व जन वितरण प्रणाली के दुकानदारों को बेच देता है। एक साल से वह ऐसा कर रहा है। एसएसपी ने बताया कि इसकी जानकारी उपायुक्त अमित कुमार, एसडीओ चंदन कुमार तथा विशिष्ट अनुभाजन पदाधिकारी को दे दी गयी है।

ऐसे उठाते हैं राशन

प्रशासन की ओर से जनवितरण प्रणाली के कार्डधारियों के खाते को उनके मोबाइल फोन नंबरों से जोड़ा गया है। जब उपभोक्ता राशन उठाने के लिए दुकानदार के पास जाता है, तो वह उसका राशन कार्ड नंबर अपने पास की पॉश मशीन में दर्ज करता है। इसके बाद उपभोक्ता का डिटेल उसके पास आ जाता है। इसके साथ ही उपभोक्ता के रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर ओटीपी आता है। जिसे दर्ज करने पर विभाग को पता चल जाता है कि उचित उपभोक्ता को ही राशन मिला है। इधर, दुकानदार फर्जी सिम लेकर उपभोक्ताओं के खाते से जोड़ लिए हैं और उन्हीं के पास ओटीपी आता है। राशन को गबन कर दुकानदार ओटीपी नंबर अपनी मशीन में दर्ज कर देते हैं। इससे विभाग समझता है कि संबंधित उपभोक्ता को राशन मिल गया। राशन देने के लिए एक व्यवस्था फिंगर प्रिंट का भी है। इसमें बगैर संबंधित व्यक्ति के फिंगर प्रिंट दिए बिना राशन का उठाव नहीं हो पाता है।

आज होगी विस्तृत जांच

विशिष्ट अनुभाजन पदाधिकारी नवीन कुमार ने कहा कि इस मामले में सोमवार को विस्तृत जांच-पड़ताल की जाएगी। कंप्यूटर से डाटा का मिलान करने के बाद पता चलेगा कि इस गोरखधंधे में कुल कितने लोग शामिल हैं।

पुलिस ने जब्त किए सामान

- सचिन कुमार दास, बागुनहातु रोड नंबर-5 सिदगोड़ा -133 फर्जी सिम व तीन मोबाइल।

- रोहित गुप्ता, पंचवटी नगर सोनारी - 61 सिम, लैपटॉप एक, टैब एक व एक मोबाइल।

- मो। मोनाहिर, खूंटाडीह सोनारी - 15 फर्जी व एक मोबाइल।

- मो। मुद्दस्सर, महतोपाड़ा रोड जुगसलाई - 76 सिम।

- मो। तनवीर, इस्लामनगर जुगसलाई - 28 सिम।

- सुरेश रविदास, नया बस्ती बागबेड़ा - 20 सिम।

- अशोक चक्रवर्ती, न्यू सीतारामडेरा - 29 सिम।

-राजेंद्र प्रसाद गुप्ता, टैंक रोड उलीडीह - 74 सिम, मोबाइल 8.

Posted By: Inextlive