GORAKHPUR : संडे को रेलवे स्टेशन पर एक बड़ा हादसा होते-होते टल गया कई जिंदगियां काल के गाल में समाने से बच गईं. दरअसल संडे को जंक्शन के बुकिंग हॉल में शार्ट सर्किट से आग लग गई जिसके कारण यात्रियों के बीच भगदड़ मच गई. भगदड़ के दौरान करीब दर्जन भर यात्रियों को गंभीर रूप से चोटें आई हैं. यह हादसा उस वक्त हुआ जब स्टेशन पर कई महत्वपूर्ण गाड़ियां आती हैं. हालांकि शार्ट सर्किट की मेन वजह क्या थी इसकी जांच के लिए रेलवे एडमिनिस्ट्रेशन ने जांच कमेटी बना दी है.


हो सकता था बड़ा हादसा जंक्शन के बुकिंग हाल में करीब 14 अनारक्षित काउंटर्स हैं। हर एक काउंटर पर औसतन 15-20 यात्रियों की लाइन लगती है, संडे को भी सैकड़ों यात्रियों का जमावड़ा बुकिंग हॉल में लगा हुआ था। यात्री ट्रेन पकड़ने के लिए टिकट ले ही रहे थे, तभी शाम करीब 5.15 बजे बुकिंग हॉल की वायरिंग में शार्ट सर्किट से आग लग गई। शार्ट सर्किट से निकल रही चिंगारियों को देखते ही टिकट ले रहे यात्रियों ने इधर उधर भागना शुरू कर दिया जिससे भगदड़ मच गई। भगदड़ के दौरान पैसेंजर्स ने बुकिंग हॉल के शीशे तोड़ दिए, भगदड़ में करीब दर्जन भर से ज्यादा यात्रियों के पैर और सिर में गंभीर रूप से चोट लगी। लोगों की मानें तो बुकिंग हॉल कीछत में लगी प्लाई ने अगर आग पकड़ लिया होता तो बड़ा हादसा हो सकता था।


सदमे में आ गई थी महिला कांस्टेबल

मौके पर तैनात जीआरपी की महिला कांस्टेबल मीरा शर्मा ने बताया कि इंक्वायरी ऑफिस से यूटीएस की तरफ आने वाले वायर्स में शार्ट सर्किट हुई जिससे यह आग लगी। इसकी सूचना फौरन उन्होंने जीआरपी थाने को दी गयी, मौके पर पहुंची जाआरपी और आरपीएफ ने किसी तरह भीड़ पर काबू पाया। मीरा ने बताया कि आग पर समय रहते काबू नहीं पाया गया होता तो कई यात्रियों की जान जा सकती थी। आग का सीन देखकर वह भी काफी सदमे में आ गई थीं लेकिन सूझबूझ के साथ उन्होंने कई यात्रियों की मदद की। चंद पलों में खाली हो गया बुकिंग हॉल आग की लपटें देख यात्रियों के बीच मची भगदड़ के कारण कुछ ही पल में पूरा बुकिंग हॉल खाली हो गया। मौके पर मौजूद शशिकांत चतुर्वेदी ने बताया कि यात्री अगर शीशा तोड़कर नहीं भागते तो कई यात्री शार्ट सर्किट की चपेट में आ सकते थे। वहीं आरपीएफ के सीसीटीवी कैमरे में जिस तरह से बुकिंग हॉल खाली होने का विजुअल है। उससे तो यही साबित होता है कि अगर बुकिंग हॉल समय से खाली नहीं हुआ होता तो कई यात्री आज अपनी जान गंवा बैठते।नहीं होती प्रॉपर मॉनिटरिंग

रेलवे कर्मचारियों की मानें तो बुकिंग हॉल कीछत में लगे वायर्स की प्रॉपर मॉनिटरिंग नहीं होती। यहां लगी प्लाई को देखकर साफ पता चलता है कि उस पर बरसाती पानी जमा होता है जिसके चलते वायर्स के बीच शार्ट सर्किट हुआ है। स्टेशन पर तैनात कर्मचारियों की माने तों इलेक्ट्रिकल डिपार्टमेंट की लापरवाही के चलते यह हादसा हुआ। बरसात आने से पहले अगर इन वायर्स को चेंज नहीं किया गया तो आगे फिर से हादसा हो सकता है, ऐसी सिचुएशन में इलेक्ट्रिकल डिपार्टमेंट ही जिम्मेदार होगा। "शार्ट सर्किट की वजह क्या थी इसके लिए लखनऊ डिवीजन के अधिकारियों को जांच के लिए जिम्मेदारी सौंपी गई है। इसके अलावा जो भी प्रॉब्लम आ रही होगी उसे ठीक करा दिया जाएगा."आलोक कुमार सिंह, सीपीआरओ, एनई रेलवे

Posted By: Inextlive