-19 जून को अपनी उच्च की राशि कर्क में जा रहा है बृहस्पति गृह

-रातों-रात बदल सकती है किस्मत, कड़े कानून बना सकती है गवर्नमेंट

ALLAHABAD: समय से पहले और भाग्य से ज्यादा किसी को कुछ नहीं मिलता है। ग्रहों की चाल आपकी किस्मत बदलने के लिए तैयार है। रातों-रात किस्मत का सितारा बुलंदी पर पहुंच सकता है। दरअसल देवताओं के गुरु और सौर मंडल का सबसे बड़ा ग्रह बृहस्पति क्9 जून को अपनी राशि बदल रहा है। वह अपनी उच्च की राशि कर्क में गोचर करेगा। इसका सीधा प्रभाव ग्रहों की चाल पर पड़ेगा।

क्ख् साल बाद होगा ऐसा

बृहस्पति को सौर मंडल का सबसे बड़ा ग्रह होने साथ देवताओं का गुरु माना जाता है। यह एक राशि में साल भर रहता है। ज्योतिष में इस ग्रह को धन, धर्म और ज्ञान का कारक माना जाता है। इनका राशि बदलना ज्योतिष की बड़ी घटना मानी जाती है। इस साल क्9 जून को होने वाला बदलाव काफी बड़ा है, क्योंकि पूरे क्ख् साल बाद बृहस्पति अपनी उच्च की राशि कर्क में जा रहा है। गुरुवार को सुबह 8 बजकर फ्8 मिनट पर वह बुध की मिथुन राशि को छोड़कर चंद्रमा की राशि कर्क में गोचर करेगा। कर्क राशि में बृहस्पति उच्च का प्रभाव देता है।

बड़े बदलाव लाएगा यह परिवर्तन

ऐसा नहीं है कि केवल बृहस्पति अपनी उच्च की राशि में जाकर भाग्य परिवर्तन करेगा। एक अद्भुत संयोग और बन रहा है जो देश हित में बड़े बदलाव लाएगा। बृहस्पति के साथ शनि भी अपनी उच्च राशि तुला में मौजूद रहेगा। शुक्र भी स्वग्रही होकर वृषभ राशि में रहेगा। इससे शिक्षा के क्षेत्र में कई महत्वपूर्ण बदलाव होंगे। उच्च के शनि की दशम दृष्टि उच्च के गुरु पर है इसलिए लॉ एंड ऑर्डर भी मेंटेन होगा। काला धन देश में लाने की दिशा में पॉजिटिव रिजल्ट सामने आएंगे। सबसे अहम ग्रहों का प्रभाव गंगा को स्वच्छ और निर्मल बनाने में मददगार साबित हो सकता है।

जानिए कैसा रहेगा आपका राशिफल

मेष-भूमि, भवन या वाहन खरीद सकते हैं। प्रभुत्व बढ़ने के साथ धार्मिक कार्यो से जुड़ेंगे। मान-सम्मान बढ़ेगा। प्रभावशाली लोगों से दोस्ती होगी। विदेश यात्रा के योग बनेंगे।

उपाय- शनि, राहु, केतु के उपाय करें।

वृष-आत्मविश्वास बढ़ेगा। धार्मिक तौर पर सोच में बदलाव। बॉस और दोस्तों से तारीफ मिलेगी। कोई बड़ी जिम्मेदारी मिल सकती है। स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान देना होगा।

उपाय-देवी आराधना से लाभ होगा।

मिथुन-धन के साथ ख्याति बढ़ेगी। विरोधी पीछे हटेंगे और धन संचय दोबारा शुरू होगा। नए काम शुरू करने का समय आ गया है।

उपाय- राहु-केतु की शांति करवाएं।

कर्क-घर में किसी मांगलिक कार्य का योग बन रहा है। विवाह योग्य हैं तो तैयार रहें। आय और सम्मान में बढ़ोतरी। भाग्य साथ देगा और बड़े धार्मिक अनुष्ठान से जुड़ेंगे।

उपाय- राहु-केतु की शांति करवाएं।

सिंह-बिना किसी करीबी से सलाह लिए कोई बड़ा निर्णय लेने से बचें। विरोधी छिपकर वार करेंगे, सावधान रहें।

उपाय- गुरु का जाप करें या करवाएं।

कन्या-आय का स्रोत बढ़ेगा। शिक्षा में सफलता के साथ भाई-बहनों के रिश्ते प्रगाढ़ होंगे। नए व्यापार शुरू कर सकते हैं। धार्मिक भाव जागृत होगा।

उपाय- राहु-केतु की शांति कराएं।

तुला-डेढ़ साल से चली आ रही परेशानी कम होगी। नौकरी पेशा वाले लोगों का प्रमोशन हो सकता है। व्यापार में विस्तार भी होगा।

उपाय-शिवजी की आराधना करें

वृश्चिक साढ़ेसाती के कारण चल रहा मानसिक तनाव खत्म होगा। सम्मान बढ़ने के साथ घरेलू माहौल शांतिपूर्ण होगा।

उपाय-शनि का उपाय करें।

धनु-मन की शांति कम हो सकती है। जांच परख करने के बाद ही नए काम में पूंजी निवेश करें। नवंबर से साढ़ेसाती शुरू हो रही है इसलिए होशियार रहें।

उपाय- गुरु और शनि का जाप करवाएं।

मकर-मान सम्मान बढ़ेगा। जीवनसाथी से संबंध मधुर होगा। जोश में निर्णय न लें।

कर्क जल तत्व की राशि है। वृहस्पति के इस राशि में जाने से पृथ्वी में जल का अभाव हो सकता है। वैसे उच्चकोटि के मानवीय गुणों के विकास के लिए अगला एक साल उपयुक्त होगा।

-आचार्य अविनाश राय, ज्योतिषाचार्य

उपाय- राहु-केतु की शांति करवाएं।

कुंभ- किसी भी दस्तावेज पर साइन करने से पहले समझ लें। मेहनत के हिसाब से फल न मिलने पर निराश न हों। कोर्ट कचहरी से पाला पड़ेगा।

उपाय- गुरु योग के साथ हनुमानजी की उपासना करें।

मीन-आध्यात्मिक रुझान बढ़ेगा। प्रेम-प्रसंग में भाग्य का साथ मिलेगा। पानीजनित बीमारियों से सावधान रहें।

उपाय-राहु-केतु का उपाय करें।

यह भी जान लीजिए

-क्ख् साल में बृहस्पति अपना स्थान बदलते हैं।

-कर्क राशि में इनका गोचर सबसे प्रभावशाली माना जाता है।

-धनु और सिंह राशि वालों के लिए यह साल कम लाभदायक होगा।

-वृष और कर्क राशि वालों को अधिक लाभ होगा। बाकी राशियों को भी लाभ मिलेगा।

इस बड़ी ज्योतिषीय घटना से आम आदमी का भाग्य तो प्रभावित होगा, साथ ही देशहित में भी कई बड़े बदलाव देखने को मिलेंगे। शनि के उच्च में होने के चलते केंद्र सरकार कुछ कड़े कानून भी बना सकती है।

अमित बहोरे, ज्योतिषाचार्य

अपनी उच्च राशि में सर्वाधिक बलवान देवगुरु बृहस्पति गंगा को संजीवनी प्रदान करने के साथ उसके जल को स्वच्छ और निर्मल बनाएंगे।

आशुतोष वाष्र्णेय, ज्योतिषाचार्य

Posted By: Inextlive