अप्रैल का महीना शुरू हो चुका है. भले ही देश में गर्मी ने अपना पूरा ज़ोर दिखाना शुरू ना किया हो लेकिन चुनावी गर्मी अपने पूरे शबाब पर है. और अब बॉलीवुड भी इससे अछूता नहीं है.


कभी राजनीति से दूर भागने वाला मनोरंजन जगत अब इससे हाथ मिलाने को तैयार है. कई कलाकार सोशल मीडिया पर चुनावी माहौल पर चर्चा कर रहे हैं तो कुछ ने सीधे इस चुनावी अखाड़े में कूदने का फ़ैसला कर लिया है. एक नज़र ऐसी ही कुछ अभिनेताओं पर जिन्होंने नेता बनने की ठान ली है.किरण खेर70 और 80 के दशक के जाने-माने संगीतकार बप्पी लाहिड़ी भी बड़े उत्साह से राजनीति के समंदर में डुबकी लगाने के लिए तैयार हैं.बप्पी, भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर पश्चिम बंगाल के श्रीरामपुर से लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं.


वो कहते हैं, "चुनावी अखाड़े में मैं तो बहुत देरी से आया. मुझसे पहले अमिताभ बच्चन जी, विनोद खन्ना, शत्रुघ्न सिन्हा, हेमा मालिनी जी राजनीति में क़िस्मत आज़मा चुके हैं. हम फ़िल्म तो करते ही रहेंगे, पर देश की सेवा करनी भी ज़रूरी है. राजनीति तब तक बुरी नहीं है जब तक आपने कोई घपला नहीं किया हो और हम फ़िल्म स्टार्स की काफ़ी फ़ेस वैल्यू होती है."राखी सावंतगायक बाबुल सुप्रियो, भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर आसनसोल से चुनाव लड़ रहे हैं.

फ़िल्म 'कहो ना प्यार है' से अपने गायन करियर का सुपरहिट आग़ाज़ करने वाले बाबुल सुप्रियो पश्चिम बंगाल के आसनसोल से भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं.बाबुल का मानना है, "संगीत और राजनीति दोनों समान हैं. संगीत लोगों के दिलों को सुकून पहुंचाता है और राजनीति में आकर हम लोगों की तक़लीफ़ें दूर कर सकते हैं."बॉलीवुड में गायन के सवाल पर बाबुल कहते हैं, "मीका और हनी सिंह जैसे गायकों के आ जाने से और रॉयल्टी के विवाद की वजह से अब गायकों का काम बहुत कम मिल रहा है. इसलिए वो अब दूसरी जगह अपना हाथ आज़मा रहे हैं लेकिन मेरे राजनीतिक सफ़र को पेशे का नाम ना दें क्योंकि राजनीति मेरी रोज़ी रोटी नहीं है."उन्होंने ये भी कहा कि जो वादे वो लोगों से कर रहे है अगर उन्हें पूरा करने नहीं दिया गया तो वो राजनीति छोड़ देंगे.मुन मुन सेनअभिनेत्री मुन मुन सेन तृणमूल कांग्रेस के टिकट पर पश्चिम बंगाल के बांकुरा से चुनाव लड़ रही हैं.गुज़रे ज़माने की मशहूर अभिनेत्री सुचित्रा सेन की बेटी अभिनेत्री मुन मुन सेन ने मार्च में तृणमूल कांग्रेस से अपना नाता जोड़ा और लोक सभा चुनाव में वो पश्चिम बंगाल के बांकुरा से चुनाव लड़ेंगी.

इसके अलावा गुल पनाग, परेश रावल, महेश मांजरेकर, रवि किशन और  जावेद जाफ़री जैसे सितारे भी चुनावी समर में कूद पड़े हैं. हेमा मालिनी तो पहले से ही राजनीति के मैदान में सक्रिय है.वैसे बॉलीवुड सितारों को राजनीति रास ही आ जाए ऐसा भी नहीं है.इससे पहले अमिताभ बच्चन और धर्मेंद्र जैसे बड़े सितारों ने राजनीति में पैर जमाने की कोशिश की और चुनाव में भी विजय पाई लेकिन वो स्थापित राजनेता नहीं बन पाए और जल्द ही राजनीति को अलविदा कह दिया.इतिहास देखें तो ऐसे कई सितारे हैं जिन्हें राजनीति रास नहीं आई और हमेशा के लिए उन्होंने राजनीति को अलविदा कह दिया.

Posted By: Subhesh Sharma