Agra: अगर आप सिटी में रहकर स्वीमिंग में कॅरियर बनाने की सोच रहे हैं तो यहां आपका कॉरियर बनने से पहले ही खत्म हो जाएगा. क्योंकि एकलव्य स्पोट्र्स स्टेडियम के स्वीमिंग पूल में स्वीमिंग के शौकीनों के लिए तो जगह लेकिन प्रॉफेशनल लोगों के लिए कोच की व्यवस्था है ही नहीं.

नहीं है coch
एकलव्य स्पोट्र्स स्टेडियम में स्वीमिंग की शुरुआत 1998 में हुई थी। समर सीजन शुरू होते ही स्वीमिंग पूल ओपन कर दिया जाता है। अप्रैल से शुरू होने वाला पूल केवल तीन महीने के लिए खोला जाता है। स्टेडियम ऑथॉरिटीज जुलाई में स्वीमिंग पूल बंद कर देती हैं। अप्रैल से जुलाई चलने वाले स्वीमिंग पूल में सुबह-शाम तीन शिफ्ट्स में क्लासेज चलती हैं। लेकिन स्वीमिंग को अपना प्रोफेशन बनाने के लिए आने वालों के प्रॉपर गाईडेंस के लिए कोई स्वीमिंग कोच की तैनाती नहीं की गई है। ऐसे में न्यूकमर्स को अपने-आप हाथ पैर मारकर ही स्वीमिंग सीखनी पड़ती है।
एंज्वॉयमेंट के लिए है स्वीमिंग
स्टेडियम में होने वाली स्वीमिंग के कोच न होने से यहां केवल वही लोग आते हैं जिन्हें स्वीमिंग आती है। इतना नहीं, उनमें से 80 परसेंट लोगों का उद्देश्य केवल और केवल एंज्वॉयमेंट ही होता है।
नहीं होते हैं state competition

वैसे सिटी में 30 से ज्यादा स्वीमिंग पूल्स हैं। लेकिन इसमें से 50 परसेंट होटल्स में बने हुए। बाकी स्कूल्स में बने हुए हैं। लेकिन इसमें कोई भी कॉम्पटीशंस के नॉम्स को फॉलो नहीं करते हैं। अगर किसी सिटी में स्टेट कॉम्पटीशन कराया जाता है तो इसके 50 मीटर स्वीमिंग पूल होना जरूरी है। लेकिन यहां बने हुए स्वीमिंग पूल्स 25 मीटर के हैं।
district के लिए sufficient

एकलव्य स्पोट्र्स स्टेडियम में बना स्वीमिंग पूल भी 25 मीटर का है। ऐसे में यहां डिस्ट्रिक्ट कॉम्पटीकंस ही होते हैं। इसके अलावा सालभर में तीन महीने से ज्यादा न खुलने के कारण यहां कॉम्पटीशनंस नहीं होते हैं। स्वीमिंग एसोसिएशंस की ओर कोई कॉम्पटीशन कराया भी जाता है तो उसे प्राइवेट स्कूल में ऑर्गनाइज कराना पड़ता है।
 Delhi में करते हैं prectic
स्टेडियम में सभी गेम्स के प्लेयर हैं। लेकिन स्वीमिंग के प्लेयर ढ़ंूढ़े से नहीं मिलते हैं। इसके अलावा अगर कोई प्लेयर निकला भी है तो उसे पर्सनल लेवल पर दिल्ली जाकर प्रेक्टिस करनी पड़ती है।
कॉम्पटीशन कराने की जिम्मेदारी एसोसिएशंस की होती है, तो ऐसे में गेम्स कराने के लिए लायबल यही हैं।
अजय कुमार सेठी, प्रभारी आरएसओ


सिटी में स्वीमिंग ही इकलौता गेम है जिसके लिए प्रॉपर ध्यान नहीं दिया जाता है। इतना ही नहीं, पूरे यूपी में ऐसे कोई पूल नहीं बना हुआ जहां स्वीमर्स को पूरे साल प्रैक्टिस करने को मिले।
उमेश शर्मा, एसोसिएशन सेक्रेटरी

Posted By: Inextlive