प्रदेश सरकार ने हिन्दुस्तानी एकेडेमी के सामान्य परिषद और कार्यसमिति के सदस्यों की नियुक्ति की

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PRAYAGRAJ: हिन्दुस्तानी एकेडेमी प्रयागराज में वर्ष 2004 में जिस सामान्य परिषद का अस्तित्व समाप्त हो गया था उसे एक बार फिर से स्थापित किया गया है. लोकसभा चुनाव की तेज हो चली सरगर्मी के बाद रविवार को आचार संहिता लागू होने से पहले प्रदेश सरकार ने ना केवल एकेडेमी की सामान्य परिषद का गठन कर दिया बल्कि एकेडेमी की सर्वोच्च कार्यसमिति के लिए भी दो सदस्यों का मनोनयन किया है. सामान्य परिषद में प्रदेश से कुल दस सदस्यों को नामित किया है.

महत्वपूर्ण तथ्य

- बसपा के कार्यकाल में वर्ष 2007 में एकेडेमी की कार्यसमिति को भंग किया गया था. इसके बाद से अब तक कोरम के अभाव में कभी कार्यसमिति की बैठक नहीं बुलाई गई. दो नए सदस्यों के मनोनयन के साथ कार्यसमिति का कोरम भी पूरा हो गया है. पांच सदस्यीय कार्यसमिति में अध्यक्ष, सचिव व कोषाध्यक्ष के साथ दो सदस्य रहते हैं.

- कार्यसमिति के बाद एकेडेमी की दूसरी सर्वोच्च बॉडी सामान्य परिषद में अध्यक्ष, सचिव व कोषाध्यक्ष के अलावा दस सदस्य होते हैं. सदस्यों का मनोनयन रविवार को किया गया है.

- एकेडेमी के पूर्व अध्यक्ष हरिमोहन मालवीय के तीन वर्षीय कार्यकाल वर्ष 2001-04 के समाप्त होने के बाद से एकेडेमी में परिषद का अस्तित्व समाप्त हो गया था. दस सदस्यों के मनोनयन के बाद परिषद का भी कोरम पूरा हो गया है.

सामान्य परिषद के सदस्य

-एमपी सिंह, सुल्तानपुर

-शैलतन्या श्रीवास्तव, प्रयागराज

-डॉ. दीप सौरभ, बिजनौर

-डॉ. वकुल रस्तोगी, मेरठ

-नागरदास मिश्रा, बस्ती

-डॉ. हदय नारायण अवस्थी, औरैया

-डॉ. रामजी मिश्रा, प्रयागराज

-राज बहादुर सिंह, आगरा

-अनिरुद्ध गोयल, मेरठ

-किरन श्रीवास्तव, लखनऊ

कार्यसमिति के सदस्य

-विजय त्रिपाठी, लखनऊ

-डॉ. आभा द्विवेदी, कानपुर

कार्यसमिति के अधिकार

- एकेडेमी की कार्यसमिति सामान्य परिषद के नीति संबंधी निर्णयों को कार्यान्वित करेगी और एकेडेमी के कार्यो के परिपालन की व्यवस्था करेगी.

- हर तीन महीने में एकेडेमी की कार्यसमिति की कम से कम एक बैठक अवश्य होगी. इसके लिए दस दिन पहले सूचना जाएगी. सदस्यों का कार्यकाल तीन वर्ष तक रहेगा.

सामान्य परिषद का अधिकार

- एकेडेमी की सामान्य परिषद नीति संबंधी समस्त प्रश्नों का एकेडेमी के उद्देश्यों के अनुकूल समाधान करेगी. वर्ष में सामान्यतया परिषद की दो बैठकें आयोजित होंगी. सदस्यों को एक महीने की सूचना दिए बिना परिषद की बैठक नहीं बुलाई जा सकती है. परिषद के सदस्यों की पदावधि एक वर्ष की होगी.

मुझे ऑफिस से जानकारी मिली है कि शासन ने एकेडेमी की सामान्य परिषद और कार्यसमिति के लिए सदस्यों की नियुक्ति कर दी है. इससे स्पष्ट होता है कि सरकार एकेडेमी के जरिए साहित्य के संव‌र्द्धन के लिए कटिबद्ध है. अब पुरस्कार योजना व अन्य महत्वपूर्ण कार्यो के लिए बैठकें बुलाई जाएंगी.

डॉ. उदय प्रताप सिंह, अध्यक्ष, हिन्दुस्तानी एकेडेमी

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इन विभागों में भी नियुक्तियां

उत्तर प्रदेश पिछड़ा वर्ग वित्त एवं विकास निगम लिमिटेड

महेश प्रजापति

उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड

डॉ. किशन वीर सिंह शाक्य, कासगंज

डॉ. अवध नरेश शर्मा, से.नि. शिक्षा निदेशक

उत्तर प्रदेश उच्चतर शिक्षा सेवा आयोग

डॉ. आरएएन त्रिपाठी, बीएचयू

राज्य सफाई कर्मचारी आयोग

छाया देवी, प्रयागराज सदस्य

पूर्वाचल विकास बोर्ड

केपी श्रीवास्तव, प्रयागराज, सदस्य

अशोक चौधरी, प्रयागराज, सदस्य

उत्तर प्रदेश आवास एवं विकास परिषद

रामलखन पटेल, प्रयागराज

Posted By: Vijay Pandey