Stay on your feet
Effects of wearing wrong shoe
एक्सपट्र्स का मानना है कि रांग शू का सबसे ज्यादा इफेक्ट टीनेजर्स पर होता है, क्योंकि उनकी बोन्स ग्रोइंग स्टेज में होने से काफी सॉफ्ट होती हैं. जनरली पैरेंट्स टीनेजर्स को ज्यादा हील वाले फुटवियर पहनने से मना करते हैं, जबकि उन्हें सही फ्लैट शू के बारे में भी बताया जाना चाहिए. लम्बे समय तक रांग शू पहनने से पैरों का शेप कुछ अननेचुरल फॉर्म में ग्रो करता है. एड़ी में दर्द हो सकता है. इससे बचने के लिए ऐसे शूज सेलेक्ट करें जिसमें थोड़ा कुशन हो.
कई फ्लैट शूज से पैरों को प्रॉपर सपोर्ट नहीं मिलता है. एकदम फ्लैट और हाई हील फुटवियर भी अवाइड करनी चाहिए. हाई हील पहनने से आपकी हाइट पर कोई खास फर्क नहीं पड़ता है पर हेल्थ पर काफी साइड इफेक्ट्स पड़ जाते हैं. हाई हील ज्यादा पहनने से नीज़ और पैरों की बोन्स पर प्रेशर पड़ता है जिसकी वजह से डैमेज होने के चान्सेज ज्यादा रहता है. इससे आपका नेचुरल पोसचर भी डीफार्म हो सकता है. बल्ड सरकुलेशन स्कूवीज होने से थोड़ा दूर चलने से ही पैरों में दर्द होने लगता है और बहुत थकान महसूस होती है. इन सबसे बचने के लिए जरूरी है सही शूज का सिलेक्शन.
Choose right shoes
आर्थोपेडिस्ट ए. एस. प्रसाद राइट शूज के बारे में कहते हैं कि ‘आप जिस शू के साथ कंफर्टेबल फील करते हैं वही हेल्थ के लिए बेहतर होगा. मॉडर्न स्पोट्र्स शूज कंफर्ट को ध्यान में रखते हुए तैयार किए जाते हैं. शू लेते वक्त लुक से ज्यादा सोल आदि पर ध्यान देना चाहिए.’
•दिन में पैरों में स्वेलिंग होती है और दोपहर बाद इनका आकार कुछ बड़ा हो जाता है इसलिए शूज हमेशा दोपहर या शाम को खरीदिए.
•दोनों पैरों का साइज या शेप एक सा नहीं होता है. इनमें से एक पैर कुछ बड़ा होता है. शूज का साइज बड़े पैर से मेजर करना चाहिए. इस दौरान सॉक्स पहनना ना भूलें.
•रनिंग करने वालों को शूज नॉर्मल साइज से थोड़े बड़े होने चाहिए दस किलोमीटर से ज्यादा रनिंग करने पर पैर एक्सपैंड करता है. एक ही शू पहनने की जगह उन्हें बदल-बदलकर पहनें, इससे पैरों को बेहतर सपोर्ट मिलेगा.Right shoes protect your foot from injuries & health problems like back ache. Always keep the discussed tips in mind while buying shoes. Comfort should be primary & style secondary. Right shoes keeps you healthy.