शान्ति की तलाश में मेरा भारत में 7 महीने तक भटकना समय की बर्बादी नहीं रही क्योंकि इस दौरान मैं इन्ट्रोस्पेक्शन कर सका- स्टीव जाब्स


स्टीव जाब्स की बायोग्राफी मार्केट में है. इसे लिखने वाले वाल्टर ने बायोग्राफी में कुछ ऐसे खुलासे किये हैं जिनको पढ़कर सारी दुनिया चौंक गई है. इंडिया के बारे में भी उनके अनुभवों को किताब में जगह दी गई है. स्टीव जाब्स ने अपने इंडिया कनेक्शन के बारे में कहा है कि उनका इंडिया आना किसी भी मायने में नुकसानदेय नहीं रहा. उनके मुताबिक शान्ति की तलाश में भारत में 7 महीने तक भटकना समय की बर्बादी नहीं रही क्योंकि इस दौरान उन्होंने भारत में इन्ट्रोस्पेक्शन किया और एप्पल जैसी कम्पनी डालने के लिये मोटीवेट हुए.  सीबीएस न्यूज चैनल को दिए एक इंटरव्यू में बायोग्राफर वाल्टर आईजैक्सन ने कहा कि स्टीव जाब्स की डिजाइन की समझ बहुत हद तक बौद्ध धर्म की जेन शाखा से इंस्पायर्ड थी.

 

Posted By: Divyanshu Bhard