आज एक बार फिर एप्‍पल कंपनी पूरी दुनिया में छा गई हैं। उसने कल आईफोन 6S 6S प्लस के साथ 5 प्रोडक्ट्स को लॉन्च कर दिया है। जिसमें एप्‍पल ने स्‍टाइलस यानी की एक पेंसिल के साथ 12.9 इंच के आईपैड प्रो भी लॉन्‍च किया है। ऐसे में एप्‍पल की इस शानदार पेशकश को दुनिया में लोग पसंद करते हैं या नहीं ये तो बाद मेें पता चलेगा लेकिन एक बात जरूर है इस कंपनी को शिखर पर पहुंचाने वाले फाउंडर स्‍टीव जॉब्स इसे कभी नहीं पसंद करते थे। वह सिर्फ स्‍टालश ही नहीं नहीं बल्‍कि बड़ा आईफोन और ज्‍यादा बड़ा व छोटा आईपैड भी बिल्‍कुल नहीं पसंद करते थे। हालांकि बाद में एप्‍पल ने उनकी नापंसद की तीनों चीजों को बाजार में उतार दिया है। ऐसे में आइए जानें क्‍यों फाउंडर स्‍टीव जॉब्स इन 3 चीजों को नहीं पसंद करते थे...


स्टाइलश:


दुनिया की बड़ी मोबाइल कंपनियों में से एक कंपनी एप्पल ने बड़ा धमाका किया है। एप्पल ने अब तक के सारे आईपैड को पीछे छोड़ दिया है। उसने इस बार सबसे बड़े और सबसे तेज आईपैड को लॉन्च कर किया है। सबसे खास बात तो यह है कि 12.9 इंच के आईपैड प्रो के साथ फुल साइज की-बोर्ड और एप्पल पेंसिल यानी की स्टाइलश भी लॉन्च किया है। एप्पल का दावा है कि स्टाइलश को प्रोफेशलनल्स को ध्यान में रखते हुए बनाया गया है। इसके टिप में दो सेंसर लगाए गए हैं, जो स्क्रीन पर पड़ने वाले दबाव को महसूस करते हुए किसी भी आकृति को रूप देते हैं। जबकि एप्पल के स्टीव जॉब्स ने इसे 2008 में कंपनी के इस प्लान को सिरे से खारिज कर दिया था। मैकवर्ल्ड इवेंट में स्टीव जॉब्स का कहना था कि स्टाइलश की क्या जरूरत है। यूजर्स के हाथों में कुदरती स्टाइलश मौजूद हैं वो भी एक नहीं पूरे दस। फिंगर्स स्टाइलश से बेहतर काम करेंगी। जिससे साफ है कि स्क्रीन पर टच करने के लिए एक बेहतर नेचुरली डिवाइस का इस्तेमाल हो रहा है। जिससे साफ था कि स्टीव जॉब्स ने इस प्रोजेक्ट पर यानी की स्टाइलश डिवाइस पर अपनी सहमति नहीं जताई थी।


आईफोन:
आज बाजार प्रतिस्पर्धा के चलते भले ही एप्पल ने 4 इंच से बड़े आइफोन उतारे हों, लेकिन स्टीव जॉब्स इससे भी सहमत नहीं थे। स्टीव जॉब्स बेहतर काम करने वाले आईफोन की स्क्रीन का साइज 4 इंच मानते थे। बाजार में बड़े आईफोन आने के बाद एप्पल भी इस दिशा में सोच रही थी, लेकिन स्टीव जॉब्स की सहमति न होने से पीछे रही। स्टीव जॉब्स का मानना था कि बडे़ आईफोन हाथ में पकड़ने में काफी दिक्कत देते हैं। इसके अलावा जिस हाथ में आईफोन पकड़े हो उसी हाथ की उंगलियों का उसकी पूरी स्क्रीन पर पहुंचना मुश्किल हैं। इस दौरान इसे यूज करने के लिए दूसरे हाथ इस्तेमाल करना जरूरी होगा। इतना ही नही ड्राइव या राइड करते हुए इसका इसतेमाल करना आसान नहीं होगा। यूजर्स को यूज से ज्यादा उसकी केयर में ही परेशान रहेंगे।

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Posted By: Shweta Mishra