जब मोबाइल फोन और इंटरनेट का आविष्कार हुआ था तब किसी ने नहीं सोचा था कि एक मोबाइल कभी मिनी कंप्यूटर में बदल जाएगा लेकिन स्टीव जॉब्स ने एक सपना देखा और उसे सच कर दिखाया. जॉब्स की देन आई फोन आज सभी की जरूरत बना हुआ है. उन्होंने 17 साल की उम्र से काम करना शुरू किया था. 1971 में एक गैराज से एप्पल कंपनी शुरूआत की थी. इस साल उन्होंने जिंदगी को अलविदा कह दिया. जॉब्स की मौत 5 अक्टूबर 2011 को हुई थी.


उस भाषण में स्टीव ने अपने अनुभवों को कुछ यूं बयां किया था- “मेरे पास रहने के लिये कोई कमरा नहीं था और मैं एक दोस्त के घर में फ्लोर पर सोता था. कोक की बाटल को 5 सेंट में बेच कर मैं अपने और मेरे दोस्त के लिये खाने खरीदता था और संडे को पैसे बचाने के लिये कई मील पैदल चल कर हरे कृष्णा मन्दिर में खाना खाता था.” पूरी स्पीच के लिये वीडियो देखें.

Posted By: Divyanshu Bhard