- आजमगढ़ में एसटीएफ ने दो बदमाशों को दबोचा

- मर्डर के बाद भागने की कोशिश में चढ़े पुलिस के हत्थे

GORAKHPUR : आजमगड़ जिले में एक्टिव गोरखपुर के एक बदमाश सहित दो सुपारी किलर्स को एसटीएफ ने अरेस्ट किया है। उनके तीसरे साथी की पुलिस तलाश कर रही है। एसटीएफ की जांच में खुलासा हुआ कि महराजगंज जेल में बंद शातिर श्यामबाबू पासी और आजमगढ़ जेल में बंद राजन पासी पूर्वाचल में सुपारी किलिंग का धंधा चला रहे हैं। इनके गैंग के मेंबर्स गोरखपुर सहित अन्य जिलों में एक्टिव होकर लूट और मर्डर की वारदातें कर रहे हैं।

देवगांव में मर्डर के बाद फरार हुए थे बदमाश

आठ अक्टूबर की रात करीब आठ बजे गोसाईगंज में मर्डर की वारदात हुई। बदमाशों ने अशोक गिरी उर्फ पप्पू गिरी की गोली मारकर हत्या कर दी। उनके साथ मौजूद राज नारायण उर्फ डब्बू भी घायल हो गया। इस मामले में देवगांव थाना में हत्या और हत्या की कोशिश का मुकदमा दर्ज कराया गया। इस मामले में आजमगढ़ जिले के गोपालपुर निवासी राकेश सरोज उर्फ राकेश पासी, बरहद थाना क्षेत्र के मोहन सराय निवासी लवकुष राय उर्फ साधू राय का नाम सामने आया। तीनों की तलाश में एसटीएफ की टीम लग गई। सीओ विकास चंद के निर्देश पर संडे मार्निग करीब नौ बजे एसटीएफ ने देवगांव एरिया में किसी दूसरी वारदात के लिए पहुंचे दो बदमाशों को अरेस्ट कर लिया। उनके पास से दो तमंचा, कारतूस और मोबाइल बरामद किया।

श्यामबाबू पासी और राजन पासी का गठजोड़ पुलिस का नया सिरदर्द

महराजगंज जेल में बंद श्यामबाबू पासी और आजमगढ़ की जेल में बंद राजन पासी ने समझौता कर लिया है। दोनों के गैंग में शामिल ख्भ् से अधिक बदमाश सुपारी किलिंग और लूट की वारदातें कर रहे हैं। गोरखपुर, आजमगढ़, मऊ, गाजीपुर, वाराणसी सहित कई जिलों में फैले गैंग के बदमाश वारदात कर रहे हैं। दोनों शातिर बदमाशों का गठजोड़ यूपी पुलिस के लिए सिरदर्द बन रहा है। दोनों ने नये तरीके से पुलिस को चुनौती देना शुरू कर दिया है। पुलिस की जांच में सामने आया कि आजमगढ़ के दिलीप उर्फ बबलू गिरी ने सुपारी के लिए जेल में बंद राजन पासी से संपर्क किया। इसके लिए श्यामबाबू पासी से भी सहयोग मांगा।

एक माह पहले जमानत पर छूटा है राकेश सरोज उर्फ राकेश पासी

एसटीएफ के हाथ लगा आरोपी राकेश सरोज इसके पहले भी जेल जा चुका है। आजमगढ़ जिले के गंभीरपुर एरिया में फ्क् जुलाई को हत्या के मामले में पुलिस ने अरेस्ट किया था। क्9 सितंबर को वह जेल से जमानत पर बाहर आया है। उसके साथ पकड़ा गया रोहन रावत भी शातिर बदमाश है। हत्या और डकैती के मामले मामले में वह ख्फ् सितंबर को रिहा हुआ है। दोनों कीे जेल में ही जान-पहचान हुई थी।

पहले भी पकड़े जा चुके हैं श्यामबाबू पासी के गुर्गे

एसटीएफ का कहना है कि महराजगंज जेल में बंद श्यामबाबू पासी ने लंबा नेटवर्क बना लिया है। उसके खिलाफ जेल से पेशी पर जाने के दौरान रंगदारी मांगने की शिकायत मिल चुकी है। गोरखपुर, वाराणसी और आजमगढ़ में एक्टिव उसके गैंग के छह से अधिक मेंबर्स को पुलिस अरेस्ट कर चुकी है। गोरखपुर जेल में रहकर क्राइम का नेटवर्क चलाने वाले श्यामबाबू पासी को हाल ही में महराजगंज शिफ्ट किया गया है।

पकड़े गए युवक हत्या और लूट के मामलों में पहले भी जेल जा चुके हैं। दोनों श्याम बाबू पासी और राजन पासी के लिए काम करते हैं। उनकी गैंग के अन्य सदस्यों की पुलिस तलाश कर रही है।

विकास चंद त्रिपाठी, सीओ, एसटीएफ गोरखपुर यूनिट

Posted By: Inextlive