-ब्लैक में 300 में बिकता है 100 का ब्लड बैग

-लखनऊ ही सहित कई जिलों में फैला है रैकेट

-जल्द हो सकती है गिरफ्तारी

LUCKNOW: खून के सौदागरों का गोरखधंधा राजधानी लखनऊ समेत कई अन्य जिलों में भी फैला हुआ था। लखनऊ से ही ब्लड बैग गैरकानूनी ढंग से कई जिलों में पहुंचाए जाते थे। खून के गोरखधंधे की जांच कर रही एसटीएफ को इसके सबूत मिले हैं। जल्द ही ब्लड बैग सप्लायरों व अन्य लोगों पर बड़ी कार्रवाई की तैयारी है।

ब्लैक में ब्लड बैग मुनाफे का सौदा

खून के सौदागरों से लेकर ब्लड बैग के सप्लायर तक के लिए यह गोरखधंधा बड़े मुनाफे का सौदा साबित हो रहा है। पांच दिन पहले मडि़यांव में पकड़े गए खून के सौदागरों ने बताया था कि उन्हें एक ब्लड बैग तीन सौ रुपए में सप्लायर से मिलता था जबकि ब्लड बैग की एमआरपी सिर्फ 100 रुपए है। होल सेल में यह ब्लड बैग 75 से 80 रुपए में ही आते हैं। इस प्रकार से खून के सौदागरों को सप्लाई करने से यह ब्लड बैग सप्लायर्स के लिए भी बड़े मुनाफे का सौदा है। बड़ी कमाई के कारण वे आसानी से गलत लोगों को ये बैग दे रहे हैं।

सरकारी एजेंसी पर सवाल

सख्त नियम कानून के बावजूद गोरखधंधा करने वालों तक ब्लड बैग पहुंचने से एफएसडीए से लेकर नार्को तक पर प्रश्नचिन्ह खड़े हो रहे हैं क्योंकि कंपनियों से लेकर सप्लायर तक सिर्फ लाइसेंसी ब्लड बैंक को ही ब्लड बैग सप्लाई कर सकते हैं। इसके लिए उन्हें हर एक ब्लड बैग और बैच नंबर की सारी जानकारी नार्को द्वारा मांगे जाने पर उपलब्ध करानी होती है, लेकिन कानून को ताक पर रखकर ये ब्लड बैग सप्लाई किए जा रहे हैं।

ब्लड बैंक के नाम से आते हैं बैग

एसटीएफ और एफएसडीए के सूत्रों के अनुसार जांच में पता चला है कि सप्लायर ये ब्लड बैग किसी न किसी ब्लड बैंक के नाम से भेजते थे, लेकिन ये उस ब्लड बैंक में न जाकर खून के सौदागरों के घर पहुंच जाते हैं। इसमें एक पैथोलॉजी कर्मी बड़ा रोल निभाता था। इसमें आरोपियों के साथ ही होल सेल सप्लायर और कंपनी तक की मिलीभगत सामने आई है।

बॉक्स बॉक्स

टीम ने दिन भर की जांच

एफएसडीए की टीम ने बुधवार को भी बीएनके अस्पताल और मेडिसन अस्पताल की जांच की। टीम ने दोनों ही ब्लड बैंक में डोनर्स और ब्लड रिसीव करने वालों के रिकार्ड खंगाले। जांच में पता चला है कि एक ही ब्लड डोनर ने कई कई बार ब्लड डोनेट किया है। इस रिपोर्ट के आधार पर ही एफएसडीए के अधिकारी दोनों ही ब्लड बैंकों को नोटिस जारी करेंगे। फिलहाल दोनो ही ब्लड बैंकों से ब्लड की प्रोसेसिंग पर रोक जारी है।

कोट-

ब्लड बैग इनके पास कैसे पहुंचे इसकी पड़ताल की जा रही है। जल्द ही सप्लायर्स और कंपनी को नोटिस जारी कर पूछताछ की जाएगी।

पीके मोदी, सहायक आयुक्त, एफएसडीए

Posted By: Inextlive