- एसडीआरएफ और पुलिस टीम की निगरानी में यात्रियों को कराया जा रहा आर-पार

- चमोली में दो आवासीय भवन और दो गौशालाएं जमींदोज

DEHRADUN: उत्तराखंड में बारिश का दौर जारी है। अधिकांश जिलों में पूरे दिन और शाम रुक-रुक कर बारिश होती रही। गौरीकुंड हाईवे पर पहाड़ी से करीब एक घंटे तक पत्थर गिरते रहे, इससे यात्री सहम गए। देर पत्थरों को हटाकर मार्ग सुचारु किया गया। भूस्खलन की वजह से गंगोत्री हाईवे भी बाधित रहा। चमोली जिले में दो आवासीय भवन और दो गौशालाएं बारिश की वजह से जमींदोज हो गई। संयोग से दोनों आवासों में उस वक्त कोई मौजूद नहीं था।

पहाड़ी से गिर रहे पत्थर

राज्य में पिछले सप्ताहभर से बारिश का दौर चल रहा है। इससे शहरों में जलभराव तो पर्वतीय इलाकों में भूस्खलन के चलते दिक्कतें खड़ी हो रही हैं। चारधाम यात्रा मार्ग भी इससे अछूते नहीं हैं। केदारनाथ पैदल ट्रैक भीमबली और लिनचौली के बीच ज्यादा जोखिमभरा हो गया है। यहां पहाड़ी से पत्थर गिर रहे हैं। हालांकि, रविवार को यह क्रम कुछ थमा, लेकिन खतरा बना हुआ है। यहां एसडीआरएफ और पुलिस की टीम की निगरानी में यात्रियों को आर-पार कराया जा रहा है। चमोली जिले में सुबह करीब सात बजे घाट ब्लाक के मल्ला-कांडा गांव में बारिश के कारण दो आवासीय भवन क्षतिग्रस्त हो गए। उस वक्त इन घरों में कोई नहीं था, अन्यथा बड़ा हादसा हो जाता। दो ग्रामीणों की गौशालाएं भी बारिश की भेंट चढ़ गई। इसी जिले के पीपलकोटी इलाके में बरसाती नाले के पानी के साथ आया मलबा नगर पंचायत कर्मचारियों के घरों में घुस गया। इससे वहां अफरा-तफरी रही।

गौरीकुंड हाइवे रहा डेढ़ घंटे अवरुद्ध

रुद्रप्रयाग में अपराह्न करीब तीन बजे गौरीकुंड हाईवे पर बांसवाड़ा में एक घंटे तक पहाड़ी से पत्थरों की बरसात होती रही। इससे यात्री सहम गए। शुक्र है कोई इनकी चपेट में नहीं आया। यहां वाहनों का इस स्थल से काफी पहले रोक लिया गया गया था। जब पहाड़ी से पत्थर गिरने बंद हुए, तब जेसीबी मार्ग को खोलने में जुटी। शाम पांच बजे जाकर यातायात शुूरू हो पाया। मार्ग खुलने का इंतजार कर रहे यात्रियों ने इसके बाद ही राहत की सांस ली। नेशनल हाईवे के अधिशासी अभियंता जितेन्द्र त्रिपाठी ने बताया कि यहां स्थिति पर नजर रखी जा रही है। भूस्खलन और क्षतिग्रस्त होने की वजह से प्रदेश में 29 संपर्क मार्ग बंद हैं।

गंगोत्री हाईवे आधा घंटा बाधित

ऋषिकेश-गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर टिहरी जिले में ताछला के समीप मलबा आने के कारण राजमार्ग सुबह करीब आधे घंटे तक बाधित रहा। चार संपर्क मार्ग बाधित हैं। इनमें घुत्तू-गंगी मार्ग तीन दिनों से आवाजाही ठप है। इससे लोगों को दिक्कतें हो रही हैं। पिथौरागढ़ जिले में जौलजीवी-मदकोट- मुनस्यारी मार्ग दूसरे दिन भी यातायात के लिए बंद रहा। जबकि, थल-मुनस्यारी और नाचनी-मुनस्यारी मार्ग यातायात के लिए खुल गए हैं।

Posted By: Inextlive