-हड़ताल के बाद मिड डे मील की सप्लाई भी हो जाएगी बंद

- बर्खास्तगी के खिलाफ एक जून से प्रदेश व्यापी हड़ताल की हुई है घोषणा

MEJA(30 May JNN):

उत्तर प्रदेश फूड एण्ड सिविल सप्लाई इंसपेक्टर व आफिसर एसोसिएशन की घोषित हड़ताल के बाद पूरे प्रदेश की वितरण प्रणाली व्यवस्था ध्वस्त होने वाली है। दो दर्जन विपणन अधिकारियों की बर्खास्तगी को लेकर एसोसिएशन में खासा आक्रोश है। ऐसे में एसोसिएशन के अधिकारियों ने एक जून से हड़ताल पर जाने की घोषणा की है। इस हड़ताल के बाद गांवों की सरकारी राशन की दुकानों पर सन्नाटा छा जायेगा। इससे राशन वितरण प्रणाली सहित स्कूलों की मिड डे मील व्यवस्था ठप्प पड़ जाएगी। साथ ही गेहूं की खरीद भी खासी प्रभावित होगी।

एक जून से हड़ताल

शासन की नई नीति के मुताबिक विपणन विभाग के इंसपेक्टर किसानों का धान खरीद कर उसे कुटाई के लिए विभाग में पंजीकृत राइस मिलर्स को देते हैं। राइस मिलर धान की कुटाई कर शासन के निर्धारित मानक के अनुसार चावल एफसीआई विभाग को सौंपते है। राइस मिलर्स द्वारा भेजे गये ज्यादातर चावल को एफसीआई अधिकारियों ने मानक के अनुरूप न होने पर लौटा दिया था। जिस कारण मिनर्स से पूरे चावल की रिकवरी नहीं हो सकी। रिकवरी पूरी न होने की दशा में खाद्य आयुक्त उत्तर प्रदेश अर्चना अग्रवाल ने प्रदेश के दो दर्जन से भी ज्यादा विपणन अधिकारियों को बर्खास्त कर दिया। इस बर्खास्तगी को लेकर उत्तर प्रदेश फूड एण्ड सिविल सप्लाई इंसपेक्टर व आफिसर एसोसिएशन ने कड़ा ऐतराज जताया है। एसोसिएशन के प्रांतीय अध्यक्ष धनंजय सिंह का कहना है कि मिलर्स धान की कुटाई कर चावल नहीं पहुंचा रहे हैं तो इसमें अधिकारियों का क्या दोष है। अधिकारियों ने तो धान को खरीद कर मिलर्स को सौंप दिया। अब मिलर्स चावल नहीं दे पा रहे हैं तो उनके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिये न कि अधिकारियों के खिलाफ। लेकिन खाद्य आयुक्त की मनमानी के कारण अधिकारियों को सजा मिल रही है। इसे कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इसी बात को लेकर एसोसिएशन के बैनर तले पूर प्रदेश के विपणन अधिकारी एक जून से हड़ताल पर जा रहे हैं।

Posted By: Inextlive