क्त्रन्हृष्ट॥ढ्ढ : रिम्स में मंगलवार को रेडियोलॉजी डिपार्टमेंट के पीजी स्टूडेंट्स पेन डाउन स्ट्राइक पर रहे. इससे मरीजों का अल्ट्रासाउंड, एमआरआई प्रभावित रहा. पीजी स्टूडेंट्स के नहीं रहने से सीनियर रेजीडेंट्स व असिस्टेंट को मरीजों की जांच का जिम्मा संभालना पड़ा. इस कारण मरीजों की काफी भीड़ जमा थी. हड़ताल के कारण कई लोग तो प्राइवेट में जांच कराने चले गए. इस दौरान स्ट्राइक किये पीजी स्टूडेंट्स ने कहा कि वे रिम्स में सीखने के लिए आए हैं. लेकिन उन्हें प्रैक्टिकल के लिए मशीनें ही नहीं मिल रही हैं. केवल थ्योरी पढ़ने से हमें बेहतर जानकारी नहीं मिल सकती. इसलिए हमने डायरेक्टर से मशीनों को दुरुस्त कराने की मांग की है.

रिम्स पर दें ध्यान

पीजी स्टूडेंट्स का कहना था कि प्रबंधन प्राइवेट संस्थानों को बढ़ावा दे रहा है. जबकि रिम्स में ही अगर पीजी स्टूडेंट्स को सुविधाएं मिलें तो मरीजों का बेहतर ढंग से इलाज और जांच हो सकता है. वहीं इसके लिए रिम्स को एजेंसी को पैसे भी नहीं देने होंगे. इस पैसे का इस्तेमाल मरीजों को अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराने में किया जा सकता है.

अल्ट्रासाउंड की दो मशीनें खराब

स्टूडेंट्स ने बताया कि चार अल्ट्रासाउंड मशीनों में से दो खराब हैं. इस कारण टेस्ट कराने वाले मरीजों की लंबी लाइन लगी रहती है. एमआरआई मशीन भी 14 साल पुरानी हो चुकी है. इसके अलावा सीटी स्कैन मशीन तो महीनों से खराब पड़ी है. इस वजह से मरीजों को ज्यादा परेशानी का सामना करना पड़ता है. इन परेशानियों के चलते मरीजों को प्राइवेट सेंटर में जांच के लिए अधिक पैसे भी चुकाने पड़ते हैं.

Posted By: Prabhat Gopal Jha