-बीएचयू ट्रामा सेंटर में इलाज नहीं मिलने से बलिया के मरीज की मौत

-जूनियर रेजिडेंट्स की हड़ताल के चलते कई विभाग की ओपीडी रही

प्रभावित

कोलकाता के एनआरएस अस्पताल व मेडिकल कॉलेज में जूनियर रेजिडेंट से मारपीट की घटना से नाराज बनारस के डॉक्टर्स की हड़ताल जानलेवा बन गयी. सोमवार को बीएचयू के ट्रामा सेंटर में इलाज के अभाव में मरीज की मौत हो गयी. बलिया निवासी युवक मारपीट की घटना में गंभीर रूप से घायल हो गया था. परिजन इलाज के लिए उसे बीएचयू ट्रामा सेंटर ले आए थे. यहां जूनियर रेजिडेंट के हड़ताल की वजह से उसका इलाज नहीं हो सका. इसके बाद उसे परिजन उसे आजगमढ़ ले गए जहां इलाज के दौरान मौत हो गयी.

ओपीडी सेवा रही प्रभावित

शुक्रवार के बाद सोमवार को भी बीएचयू के जूनियर रेजिडेंट हड़ताल पर रहे. पर्याप्त सुरक्षा की मांग करते हुए ओपीडी में नहीं गए. इसके चलते विभिन्न विभागों में ओपीडी सेवा प्रभावित रही. इस बीच बलिया के शिवपुर कपूर दियर गांव निवासी राजेंद्र सिंह (52 वर्ष) रविवार को मारपीट में गंभीर रूप से घायल हो गया. बलिया से वाराणसी के लिए रेफर कर दिया गया था. परिजन राजेंद्र को बीएचयू के ट्रामा सेंटर लेकर आए. यहां अस्पताल में डॉक्टर्स के हड़ताल की सूचना मिला. परिजन गंभीर राजेन्द्र को लेकर आजमगढ़ स्थित निजी अस्पताल ले गए जहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई.

सिर में लगी थी चोट

राजेन्द्र को सिर में गंभीर चोट लगी थी. परिजनों का आरोप है कि समय पर उपचार मिला होता तो स्थिति काफी हद तक नियंत्रित की जा सकती थी. बलिया की जिस घटना में राजेन्द्र की मौत हो गयी उसमें घटना में घायल रामजी सिंह की स्थिति गंभीर बनी हुई है.

Posted By: Vivek Srivastava