Allahabad: इस भयंकर गर्मी में आपको कुछ खरीदने के लिए दो-तीन घंटे लाइन में लगना पड़े तो कैसा लगेगा? जाहिर है बुरा ही लगेगा. लेकिन बात जब कॅरियर से रिलेटेड हो तो यह बर्दाश्त करना ही पड़ेगा. कुछ ऐसा ही इन दिनों झेल रहे हैं सीपीएमपी का फॉर्म भरने वाले स्टूडेंट्स. 40 डिग्री सेल्सियस तापमान में पसीने से तर-ब-तर स्टूडेंट बस एक ही चाहत में यहां लाइन लगाता है कि किसी तरह बस फॉर्म मिल जाए.

बैंक खुलने से पहले लगती है लाइन

ठंडे-ठंडे में फॉर्म लेकर घर पहुंच जाने के चक्कर में इन दिनों स्टूडेंट्स और उनके पैरेंट्स सुबह नौ बजे ही लाइन में लग जाती है। बैंक दस बजे खुलता है। तब तक यह संख्या सैकड़ों में पहुंच जाती है। लाइन में लगा कोई भी व्यक्ति अपना स्थान छोडऩा नहीं चाहता, इस चक्कर में उन्हें धूप में ही खड़े रहना पड़ता है। कंबाइंड प्री मेडिकल टेस्ट (सीपीएमटी) का फॉर्म लेने के लिए स्टूडेंट्स की यह लाइन सिर्फ सेंट्रल बैंक के बाहर दिखती है क्योंकि इसी बैंक की सिटी में स्थित आठ शाखाओं से फॉर्म डिस्ट्रीब्यूट हो रहा है। यूपी के मेडिकल कॉलेजेस में एमबीबीएस, बीएचएमएस, बीएएमएस और बीयूएमएस कोर्सेस में इसी टेस्ट की मेरिट के बेस पर एडमिशन होता है. 

जानकारी न होना भी समस्या है

ज्यादातर स्टूडेंट्स को यह पता नहीं है कि इलाहाबाद में आठ ब्रांच में ही सीपीएमटी के फॉर्म मिल रहे हैं। इस चक्कर में मैक्सिमम स्टूडेंट्स सिविल लाइंस ब्रांच पहुंचते हैं। इससे यहां प्रेशर बढ़ गया है। फार्म लेने की लास्ट डेट 8 मई है। सेंट्रल बैंक की सिविल लाइंस ब्रांच के चीफ मैनेजर केएस शुक्ला ने बताया कि इस ब्रांच में तीन काउंटर बनाए गए हैं जिससे स्टूडेंट्स को प्रॉब्लम न हो। इस ब्रांच से रोजाना करीब 500 फार्म बिक रहे हैं। उन्होंने बताया कि जनरल और ओबीसी कैटेगरी के लिए फार्म 1280 रुपए और एससी/एसटी के लिए 680 रुपए का है। उन्होंने बताया कि जानकारी के अभाव में ज्यादातर स्टूडेंट्स इसी ब्रांच में आ जाते हैं इसलिए भीड़ बढ़ जाती है। यहां भीड़ ज्यादा होने का यह भी कारण है कि बस स्टेशन पास में ही है। इसीलिए बाहर से आने वाले लोग भी सीधे इसी ब्रांच में आते हैं।

 

फार्म लेने में काफी दिक्कतें आ रही हैं। भीड़ की वजह से एक घंटा लाइन में लगना पड़ा। फार्म लेने के और भी कई ऑप्शन होने चाहिए ताकि लोगों को परेशानी न हो।

-मैत्रेयी द्विवेदी 

 

कुछ और बैंकों और ब्रांचेस में फार्म अवेलेबल होता तो मिलने में आसानी होती। इतनी देर तक लाइन न लगाना पड़ता। एक घंटा से लाइन में लगा हूं लेकिन, अभी तक नंबर नहीं आया है।

-शिरीश चंद्र दुबे

 

Posted By: Inextlive