प्रदेश में सीपीएमटी के सभी आठ काउंसलिंग सेंटर्स की सीट्स फुल हो गई हैं. स्टूडेंट्स की छोड़ी हुई सीट्स के लिए अब अगस्त में सेकंड काउंसलिंग होगी.


काउंसलिंग में पहुंचे फ्यूचर डॉक्टर्स को उनके पसंद के कॉलेज तो जल्द ही मिल गए लेकिन अलॉटमेंट लेटर लेने के लिए उन्हें लंबा इंतजार करना पड़ा। अधिकतर कैंडिडेंट्स को अगले दिन लेटर दिए गए। ऐसे में दूसरे शहरों से आए स्टूडेंट्स को खासी मुश्किलें हुईं।

झूठे साबित हुए दावे

काउंसलिंग से पहले च्वॉइस फिलिंग के दो घंटे के अंदर ही अलॉटमेंट लेटर देने के दावे किए गए थे। मगर, काउंसलिंग के दौरान यह दावे झूठे साबित हुए। फ्राइडे को काउंसलिंग अटेंड करने वाले स्टूडेंट्स को सैटरडे एक बजे के बाद ही अलॉटमेंट लेटर्स दिए गए। हालांकि मनपसंद कॉलेज मिलने से स्टूडेंट्स खुश हो गए लेकिन इस खुशी के लिए उनको काफी प्रॉब्लम फेस करनी पड़ी। अलॉटमेंट लेटर मिलने के बाद स्टूडेंट्स को राहत मिली.

एक भी नहीं आया

फ्राइडे को सीपीएमटी काउंसलिंग के दौरान जिन चार स्टूडेंट्स पर फर्जी होने का शक  हुआ था सैटरडे को वह यकीन में बदल गया। फोटो मेल न खाने और बायोमेट्रिक पहचान में फेल होने पर इन्हें खुद को सही साबित करने के लिए एक और मौका दिया गया था। सैटरडे को चारो स्टूडेंट्स को पैरेंट्स के साथ ओरिजनल डॉक्यूमेंट्स लेकर आने को कहा गया था। मगर, इनमें से एक भी काउंसलिंग सेंटर नहीं पहुंचा.  प्रिंसिपल ने इनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करा लीगल एक्शन लेने की बात कही है.  डॉ। आनंद स्वरूप के मुताबिक, इन स्टूडेंट्स में महेश कुमार रोल नंबर 172947, संदीप कुमार रोल नंबर 173888, महफूज अली रोल नंबर 150487 और प्रांशु वर्मा रोल नंबर 191767 शामिल हैं। महेश की स्टेट रैंक 1315  और संदीप की 2035 है। दोनों ने गोरखपुर से एंट्रेंस दिया था। इसी तरह महफूज रैंक 1513 ने फैजाबाद से और प्रांशु रैंक 2130 ने सिटी से एंट्रेंस दिया था.  

Posted By: Inextlive