अभिभावक अप्रैल के महीने की फीस जमा नहीं कर पाए तो शिक्षक ने बच्चे को बेरहमी से पीटा...

ranchi: राजधानी रांची में एक बारह साल के बच्चे राहुल कुमार (नाम परिवर्तित) की स्कूल में बेतरह पिटाई का मामला सामने आया है. इस मामले में बच्चे के पैरेंट्स ने आरोप लगाया है कि अप्रैल महीने की फीस जमा नहीं करने के कारण बिशप हार्टमेन के वाइस प्रिंसिपल प्रेम जेम्स तिग्गा ने उसे बुरी तरह पीटा और भद्दी-भद्दी गालियां भी दीं. इसके बाद बच्चे ने घर आकर सारी बात पैरेंट्स को बताई, तो उन्होंने इसकी शिकायत करने का मन बनाया. उन्होंने इसकी लिखित शिकायत टाटीसिल्वे थाना में कर दी है.

कई बच्चों को पीटा गया
बच्चे के पिता एन दीक्षित ने टाटीसिल्वे थाने में एक लिखित शिकायत की है, जिसमें उन्होंने बताया कि न सिर्फ उनके बच्चे के साथ बल्कि कई अन्य बच्चों को भी बुधवार को स्कूल के प्ले ग्राउंड में सुबह साढ़े सात बजे बुरी तरह से पीटा गया है. आरोप स्कूल के वाइस प्रिंसिपल प्रेम जेम्स तिग्गा पर लगा है. श्री दीक्षित ने थाना प्रभारी को दिए गए आवेदन में लिखा है कि फीस जमा नहीं होने के कारण कई लड़कियों को घुटने के बल पर बिठाकर यातना दी गई.

डायरी का न होना भी थी वजह
इस घटना के बाद स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों के अभिभावक सकते में हैं. हालांकि, स्कूल से बच्चे को निकाल दिए जाने के डर से बहुत सारे पैरेंट्स सामने आकर शिकायत दर्ज नहीं कराना चाहते हैं. कुछ अभिभावकों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि बुधवार की घटना की एक वजह स्कूल की डायरी लेकर न आना भी है. दरअसल, नामकुम स्थित बिशप हार्टमेन स्कूल में यह नियम है कि असेंब्ली के दौरान सभी स्टूडेंट्स के पास डायरी होनी चाहिए. बुधवार को जब बच्चे स्कूल पहुंचे, तो कई बच्चों के पास डायरी नहीं थी. असल में अभी सेशन शुरू हुआ है और डायरी खरीदने का क्रम भी जारी है. स्कूल की जिस डायरी की कीमत महज पचास रुपए हैं. वाइस प्रिंसिपल द्वारा असेंब्ली में ही फीस और डायरी मांगी गयी, तो बच्चों ने बताया कि अभी उनके पास न तो डायरी है और न ही फीस लेकर आए हैं. इसके बाद असेंब्ली में ही राहुल की पिटाई शुरू कर दी गई. छड़ी से इतना पीटा गया कि उसके बाएं पैर के जांच की चमड़ी उधड़ गई. पैर पर पिटाई के निशान भी हैं. राहुल की उम्र केवल 9 साल है. वह 6 क्लास में पढ़ता है. असेंबली में पिटाई के बाद भी स्कूल प्रबंधन ने स्टूडेंट्स को स्कूल में ही रखा. जब छुट्टी के बाद राहुल घर वापस आया, तो अभिभावकों ने उसे काफी उदास देख. उससे कारण पूछा, तो वह पहले कुछ भी बता नहीं रहा था. काफी पूछने पर राहुल ने सारी जानकारी अभिभावकों को दी.

गालियां भी देने का आरोप
राहुल के एक परिजन वी मिश्रा ने 'दैनिक जागरण-आई नेक्स्ट' को बताया कि पिटाई के साथ ही अपशब्द भी कहे गये. उन्होंने कहा कि स्कूल में री एडमिशन के नाम पर पहले ही 11 से 12 हजार तक दिया गया है. वहीं डायरी समेत अन्य वस्तुएं स्कूल प्रबंधन से अलग से लेनी थीं. जिसे नहीं लिया गया है. इसके साथ ही अप्रैल माह की फीस नहीं दी गई है. उन्होंने बताया कि असेंब्ली के दौरान सभी छात्रों के सामने राहुल के साथ ऐसा व्यवहार करने से पूरा परिवार सकते में है.

क्या है सुप्रीम कोर्ट की गाईडलाइन
सुप्रीम कोर्ट के दिशा-निर्देशों के अनुसार किसी भी स्कूली छात्र को शिक्षक न ही मार सकते हैं और न ही अभद्र बातें कर सकते हैं. वहीं राइट टू एजुकेशन और बाल संरक्षण अधिकारों के तहत भी ऐसे नियमों का प्रावधान है. जिसे पिछले कुछ समय से देश भर के स्कूलों में सख्ती से लागू किया गया है. वहीं सरकारी और निजी दोनों स्कूल इसका पालन भी कर रहे हैं.

कोट
स्कूल में बच्चे की पिटाई से उसके मन-मस्तिष्क पर गहरा असर पड़ा है. वह अभी डरा हुआ है और पिटाई के कारण स्कूल भी जाना नहीं चाह रहा है. इस घृणित कार्रवाई के खिलाफ स्कूल प्रबंधन पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए.

वी मिश्रा, अभिभावक

स्कूल ने नहीं दी प्रतिक्रिया
नामकुम स्थित बिशप हार्टमेन स्कूल के प्रबंधन से जब इस मामले में पक्ष लेने की कोशिश की गई, तो कोई जवाब नहीं दिया गया. स्कूल के ऑफीशियल नंबर 8051126511 पर लगातार कॉल किया गया, लेकिन किसी ने फोन नहीं उठाया.

पुलिस ने भेजा सदर अस्पताल
राहुल की पिटाई के बाद जब पैरेंट्स ने थाने में शिकायत की, तो एएसआई एम कुमार ने बच्चे को इलाज और जांच के लिए सदर अस्पताल भेज दिया. उन्होंने अपनी रिपोर्ट में लिखा है कि बच्चे के बाएं जांघ में जख्म के निशान हैं और दर्द की शिकायत है. इसके अलावा पूरे शरीर में दर्द की शिकायत है.

कार्रवाई नहीं तो आज स्कूल में होगी तालाबंदी
इस मामले को लेकर कई सामाजिक और राजनीतिक संगठनों ने स्कूल प्रबंधन पर कार्रवाई की मांग की है. इसे लेकर एनएसयूआई के प्रदेश उपाध्यक्ष इंद्रजीत सिंह ने कहा है कि बच्चे के इलाज का पूरा खर्च स्कूल प्रबंधन को उठाना होगा. साथ ही दोषी वाइस प्रिंसिपल के खिलाफ तत्काल कार्रवाई करनी होगी. ऐसा नहीं होने पर गुरुवार को संगठन के कार्यकर्ता स्कूल में तालाबंदी करेंगे. इधर, झारखंड अभिभावक मंच के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने भी इस घटना की निंदा की है. उन्होंने मामले की निष्पक्ष जांच कर तत्काल कार्रवाई की मांग की है. मंच के सचिव संजय सर्राफ, नीरज भट्ट, संजीव दत्ता, अभय कुमार, प्रमोद कुमार, विनोद विजय, महेंद्र ठाकुर, दिलीप पाल, अजय गाड़ोदिया आदि ने भी निंदा करते हुए कार्रवाई की मांग की है.

Posted By: Prabhat Gopal Jha