- पटना कॉलेज के सामने धरना पर बैठे हैं स्टूडेंट्स

- 16 को होगा कंवेशन, वीसी से मिलने से रोका जा रहा

PATNA: पटना यूनिवर्सिटी (पीयू) में हॉस्टल एलॉटमेंट का मुद्दा गर्म रहा। पीयू स्टूडेंट्स ने पटना कॉलेज के प्रिंसिपल चेंबर के सामने धरना जारी रखा। यह धरना का सातवां दिन है। धरना पर मौजूद एक स्टूडेंट ने बताया कि हमलोगों की इस बदतर हालत के लिए वीसी का तानाशाही रवैया ही जिम्मेदार है। हमलोग प्राइवेट हॉस्टल एफोर्ड नहीं कर सकते और बार-बार मांग के बाद भी पीयू प्रशासन का लचर रवैया है। इसके कारण सैकड़ों स्टूडेंट्स बदहाली में दिन काट रहे हैं। हमलोग रात-दिन यही रह रहे हैं।

लोकतांत्रिक अधिकारों का हनन

पीयू प्रशासन ने कहा कि स्टूडेंट्स सीधे वीसी से नहीं मिल सकते हैं। यह शायद पहली बार हो रहा है कि पीयू के वीसी से स्टूडेंट्स नहीं मिल पाएंगे। यह पूरी तरह से एक अलोकतांत्रिक कदम है, क्योंकि ऐसे में अगर प्रिंसिपल से कोई शिकायत हो तो वे किससे करेंगे। इस बारे में छात्र राजद के नेता राज सिन्हा ने कहा कि यह वीसी का तानाशाही रवैया है। हम इसकी निंदा करते हैं।

चार संगठन होंगे शामिल

हॉस्टल एलॉटमेंट को लेकर पीयू प्रशासन के लचर रवैये और स्टूडेंट्स को वीसी से मिलने से रोकने के मुद्दे पर स्टूडेंट्स का कन्वेंशन बुधवार को होगा। इसमें मुख्य रूप से चार स्टूडेंट्स यूनियन-छात्र यूनियन राजद, एआईएसएफ, आइसा और एआईडीएसओ के प्रतिनिधि शामिल होंगे। इस बारे में एआईएसएफ के लीडर सुशील कुमार ने बताया कि इस कंवेंशन के माध्यम से हम यह मैसेज देना चाहते हैं कि वीसी गलत कर रहे हैं। हमारा प्रदर्शन तब तक जारी रहेगा, जब तक स्टूडेंट्स को हॉस्टल एलॉट नहीं कर दिया जाता है।

क्या कर रहा था पीयू

छात्र राजद के नेता राज सिन्हा ने सवाल किया है कि जो हॉस्टल जर्जर है, उसे स्टूडेंट्स को एलॉट नहीं किया गया, तो पुलिस को रहने क्यों दिया गया। आखिर किसी की जान को खतरे में क्यों रखा जा रहा है। ऐसा है, तो जीरो सेशन में पीयू एडमिनिस्ट्रेशन क्या कर रहा था।

Posted By: Inextlive