Case 1सुधा सिंह बीसीबी की बीए फस्र्ट ईयर की स्टूडेंट है. मार्कशीट में उसका नाम गलत हो गया है. सुधा को इंप्रूवमेंट फॉर्म भी भरना है लेकिन इससे पहले उसे अपनी मार्कशीट में सुधार कराना है. इसके लिए वह यूनिवर्सिटी का चक्कर काट रही है.Case 2सुमित गंगवार बीएससी सेकेंड ईयर का स्टूडेंट है. उसने प्रैक्टिकल एग्जाम दिया था. लेकिन मार्कशीट में अब्सेंट शो कर रहा है. उसे भी इंप्रूवमेंट एग्जाम देना है. लेकिन इससे पहले उसे प्रैक्टिकल में प्रेजेंट वाली मार्कशीट नए सिरे बनवानी होगी. इसका प्रोसेस भी काफी टफ है.Bareilly : आरयू की तमाम गलतियों का खामियाजा इंनोसेंट स्टूडेंट्स को भुगतना पड़ रहा है. आरयू ने जैसे तैसे करके रिजल्ट डिक्लेयर तो कर दिया. लेकिन अभी भी हजारों की संख्या में स्टूडेंट्स की मार्कशीट में ऑब्जेक्शंस लगे हुए हैं. इसको लेकर कई स्टूडेंट्स काफी प्रॉब्लम्स में फंस गए हैं. ऐसे सैकड़ों स्टूडेंट्स हैं जिन्हें इंप्रूवमेंट एग्जाम में अपीयर होना है. इसके लिए फॉर्म जमा करने की प्रक्रिया अभी चल रही है. ऐसे में स्टूडेंट्स को डर सता रहा है कि समय रहते मार्कशीट करेक्ट नहीं कराई तो उन्हें इंप्रूवमेंट एग्जाम में अपीयर होने से हाथ धोना पड़ सकता है.


10 August तक मिलेंगे formsप्रेजेंट में यूजी और पीजी कोर्सेज के इंप्रूवमेंट और बैक पेपर एग्जाम के लिए फॉर्म मिल रहे हैं। पहले फॉर्म मिलने की लास्ट डेट 30 अगस्त तक थी। लेकिन मार्कशीट अवेलेबल न होने की वजह से आरयू ने डेट बढ़ाकर 10 अगस्त कर दी है। Marksheet में तमाम गड़बडिय़ां


स्टूडेंट्स के हाथ में मार्कशीट तो आ गई हैं लेकिन उनमें तमाम गड़बडिय़ों के चलते उन्हें प्रॉब्लम फेस करनी पड़ रही है। एक अनुमान के मुताबिक करीब 3 हजार से ज्यादा स्टूडेंट्स की मार्कशीट में गड़बडिय़ां हैं। जिन्हें करेक्ट कराने के लिए स्टूडेंट्स कॉलेज से यूनिवर्सिटी तक का चक्कर काट रहे हैं। नाम गलत होना, एग्जाम में अपीयर होने के बावजूद अब्सेंट शो करना, एग्जाम में जीरो माक्र्स देना, सब्जेक्ट मिलान न होने व फॉर्म उपलब्ध न होने की वजह से मार्कशीट में आरडी लगाकर मार्कशीट रोक देने जैसी कई गड़बडिय़ां हैं। यहां तक कि कई स्टूडेंट्स के अभी तक रिजल्ट शो नहीं कर रहा है। पड़ताल में पता चला कि आरयू से उनका फॉर्म ही गायब है।गड़बडिय़ा करेक्ट करने में बीत जाएगा टाइम

स्टूडेंट्स को इस समय इंप्रूवमेंट फॉर्म फिल कर जमा कराना है। लेकिन ऐसे सैकड़ों स्टूडेंट्स फॉर्म जमा कराने की बजाय अपनी मार्कशीट ठीक कराने के लिए भटक रहे हैं। इंप्रूवमेंट फॉर्म जमा करने के साथ मार्कशीट की ओरिजनल कॉपी भी जमा कराई जाती है। ऐसे में जब तक उन्हें करेक्टेड मार्कशीट नहीं मिलेगी तब तक वे इंप्रूवमेंट फॉर्म जमा नहीं कर सकते। ऐसे सैकड़ों स्टूडेंट्स को यह डर सता रहा है कि टाइम पर करेक्टेड मार्कशीट नहीं मिली तो वे इंप्रूवमेंट फॉर्म जमा नहीं करा पाएंगे और एग्जाम में अपीयर नहीं हो पाएंगे।

Posted By: Inextlive