DEHRADUN : एसजीआरआर पीजी कॉलेज के बीएससी एग्रीकल्चर और हॉर्टीकल्चर के स्टूडेंट्स युनिवर्सिटी की लेटलतीफी का शिकार तो पहले ही थे लेकिन अब लापरवाही का शिकार भी होने लगे हैं. दरअसल जहां एग्रीकल्चर के कई स्टूडेंट्स को पिछले सेमेस्टर के रिजल्ट का पता तक नहीं. वहीं हॉर्टीकल्चर डिपार्टमेंट का और बुरा हाल है. यहां 40 स्टूडेंट की स्ट्रेंथ में से करीब 30 बच्चे एक्स्टर्नल में फेल हैं. युनिवर्सिटी के इस रिजल्ट से कॉलेज प्रशासन भी अचरज में है. कॉलेज ने रिजल्ट को दोबारा जांचने के लिए युनिवर्सिटी वापस भेज दिया है. साथ ही कॉलेज ने इस मामले में लिखित में भी युनिवर्सिटी को लेटर भेजा है.


स्टूडेंट्स परेशान एसजीआरआर पीजी कॉलेज मुख्य रूप से एग्रीकल्चर कोर्स के लिए ही फेमस है, लेकिन इस कोर्स के स्टूडेंट्स यहां सबसे ज्यादा परेशान हैं। हालांकि स्टूडेंट्स को प्रॉब्लम कॉलेज लेवल पर नहीं बल्कि युनिवर्सिटी लेवल पर है। बीएससी एग्रीकल्चर और हॉर्टीकल्चर दोनों कोर्स के स्टूडेंट्स यूनिवर्सिटी की लापरवाही झेलने को मजबूर हैं। कॉलेज में बीएससी एग्रीकल्चर में लगभग तीन सौ बीस स्टूडेंट की स्ट्रेंथ है। वहीं बीएससी हॉर्टीकल्चर में करीब 160 स्टूडेंट की स्ट्रेंथ है। कॉलेज के यह पौने पांच सौ बच्चे फिलहाल युनिवर्सिटी के ढीले रवैये का शिकार हो रहे हैं। बीएससी हॉर्टीकल्चर में तीस फेल


कॉलेज के हॉर्टीकल्चर डिपार्टमेंट में करीब 40 स्टूडेंट की स्ट्रेंथ है। साथ ही इनका रिजल्ट काफी बेहतर रहा है, लेकिन पिछले दिनों हुए सेमेस्टर एग्जाम के रिजल्ट में आधी से ज्यादा क्लास फेल हो गई है। यूनिवर्सिटी से आई लिस्ट की माने तो ये बच्चे एक्स्टर्नल में फेल हो गए हैं। इस रिजल्ट के बाद जहां बच्चे शॉक्ड हैं, वहीं कॉलेज भी अचरज में पड़ गया है। कॉलेज क्यों हैं शॉक्ड

दरअसल, पूरा एग्जाम 75 माक्र्स का होता है, जिसमें 15 नंबर का इंटरनल, 35 नंबर का एक्सटर्नल और 25 नंबर का प्रैक्टिकल होता है। जानकारों की माने तो 15 नंबर के इंटरनल और प्रैक्टिल में कॉलेज लेवल पर ही माक्र्स मिल जाते हैं। बाकी एक्स्टर्नल में 35 नंबर के लिए भी बच्चा ज्यादा प्रयासरत रहता है। सूत्रों की माने तो कॉलेज को इंटरनल लेवल पर मालूम है कि बच्चों को पहले ही पासिंग माक्र्स कॉलेज लेवल पर जा चुके थे, लेकिन अब इतनी बड़ी संख्या में बच्चों का फेल हो जाना कॉलेज प्रशासन की समझ से परे है। अब कॉलेज इसके लिए यूनिवर्सिटी को फेल बच्चों की स्क्रूटनी कराने की बात कह रहा है। इसके अलावा कॉलेज लिखित में भी यूनिवर्सिटी के मामले की जांच के लिए लेटर लिखने जा रहा है। कॉलेज और यूनिवर्सिटी के पास फेल के चक्कर में स्टूडेंट्स परेशान हो रहे हैं। हॉर्टीकल्चर कोर्स में बच्चे काफी ब्राइट है। कॉलेज लेवल पर सभी बच्चे पास हैं, लेकिन युनिवर्सिटी एग्जाम में एक साथ इतने बच्चे फेल हुए। येमामला थोड़ा समझ नहीं आ रहा है। इस मामले में युनिवर्सिटी को पत्र भेजा गया है। रिजल्ट में चूक होने की संभावना है। इसके लिए दोबारा जांच कराने की मांग भी की गई है। - प्रो। वीए बौड़ाई, प्रिंसिपल, एसजीआरआर पीजी कॉलेज

Posted By: Inextlive