Patna: एक डिसीजन रुका तो स्टूडेंट्स से डिग्री छह महीने दूर हो गयी. लाखों लोगों के लिए हायर एजुकेशन का सहारा बनी इंदिरा गांधी नेशनल ओपन यूनिवर्सिटी के एक फरमान से हजारों स्टूडेंट्स की टेंशन बढ़ गयी है.


होल्ड करने का डिसीजन
इग्नू ने कम्यूनिटी कॉलेजों के प्रोपोजल को होल्ड करने का डिसीजन लिया है जबकि इस प्रोजेक्ट को लेकर इग्नू काफी एंबिशस रहा है। हर कम्यूनिटी कॉलेज की स्थापना धूमधाम से हुई लेकिन अचानक हुए इस फैसले से स्टूडेंट्स की परेशानी बढ़ गयी है। इग्नू एडमिनिस्ट्रेशन का यह फैसला कई एकेडमिशियन्स की नजरों में बेतुका है। क्योंकि इसे रोकने के पीछे रीजन दिया गया है, कॉलेजों में रिव्यू का.

फाइनल डिसीजन रिव्यू के बाद
इग्नू ने कम्यूनिटी कॉलेजों के कंडक्शन इश्यू पर तो तलवार लटकाया ही है एकेडमिक कामों को भी रोक दिया है। सभी कम्यूनिटी कॉलेजों को यह निर्देश दिया गया है कि अगले छह महीने तक कॉलेज में कोई भी काम नहीं होगा। इस बीच एक कमेटी बनाकर इस स्कीम का रिव्यू किया जाएगा। रिव्यू करने के बाद जो फाइंडिंग आएगी, उसी मुताबिक काम होगा। इस फैसले का विरोध हो रहा है। स्टूडेंट्स और कॉलेज के एडमिनिस्ट्रेटर्स ने विरोध को मंडे दो जुलाई तक के लिए टाल दिया है क्योंकि इस पर फाइनल डिसीजन मंडे के बाद होगा।

कम्यूनिटी कॉलेज स्कीम
कम्यूनिटी एजुकेशन को आगे बढ़ाने के लिए इंदिरा गांधी नेशनल ओपन यूनिवर्सिटी ने कम्यूनिटी कॉलेज स्कीम शुरू की थी। 2008 में शुरू हुई इस स्कीम में अभी देश भर में 441 कॉलेज जुटे हैं। जबकि बिहार में कम्यूनिटी कॉलेजों की संख्या पांच हैं। बिहार में इन कॉलेजों की स्थापना अभी शुरू हुई है जिसमें लगभग दो हजार स्टूडेंट्स पढ़ते हैं.

क्या है इग्नू की प्लानिंग
कम्यूनिटी कॉलेज स्कीम में कॉलेजों के पास पूरे अधिकार दिए गये। एडमिशन, एग्जामिनेशन से लेकर इवैल्यूएशन कॉलेजों पर ही डिपेंडेंट था। लेकिन इग्नू एडमिनिस्ट्रेशन कम्यूनिटी कॉलेजों के पावर को डी-सेंट्रलाइज करने की प्लानिंग में है। इसमें इग्नू के रीजनल सेंटर्स के रोल को बढ़ाने की है। सोर्सेज की मानें तो अब इग्नू के रीजनल सेंटर कम्यूनिटी कॉलेजों के स्टूडेंट्स की एग्जामिनेशन भी देखेंगे। कॉलेजों के पास सिर्फ पढ़ाने की जिम्मेदारी रहेगी।

डिसीजन का असर
* जितने जोर शोर से कम्यूनिटी कॉलेजों की स्थापना हुई, यह फैसला इसके फ्यूचर पर सवाल उठाएगा।
* इससे हजारों वैसे स्टूडेंट्स की टेंशन बढ़ गयी है जो जॉब पर्पस से सर्टिफिकेट कोर्स कर रहे हैं.
* कम्यूनिटी कॉलेज की इमेज पर भी असर होगा।

बिहार में इग्नू के कम्यूनिटी कॉलेज
* अंबेदकर इंस्टीच्यूट ऑफ हायर एजुकेशन, दानापुर।
* श्रृष्टि कम्यूनिटी कॉलेज, किदवईपुरी पटना।
* डॉ। जाकिर हुसैन कम्यूनिटी कॉलेज, पटना।
* सिमेज, पटना।
* बाल महिला कल्याण, कटिहार।

Posted By: Inextlive