चन्द्रशेखर आजाद पार्क में प्रदर्शन करके जताया विरोध

ALLAHABAD: इलाहाबाद यूनिवसिवर्सिटी विजुअल आर्ट डिपार्टमेंट के स्टूडेंट्स ने माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड के खिलाफ चन्द्रशेखर आजाद पार्क में धरना दिया। छात्रों ने बोर्ड पर आरोप लगाते हुए कहा कि बोर्ड 1974 के बाद से अभी तक प्रशिक्षित स्नातक चित्रकला का चयन फर्जी तरीके से करता चला आ रहा है। आरोपों की गंभीरता के मद्देनजर छात्रों ने इलाहाबाद हाईकोर्ट में याचिका भी दाखिल करने का दावा किया।

ये हैं आरोप

छात्र सत्यचितानन्द रावत, शशांक शेखर यादव, सुनील, ऋषि, जगदीश, राजकुमार, मनीष, बलराम आदि का आरोप है कि विज्ञापन संख्या 1क्/ 2013 में प्रशिक्षित स्नातक चित्रकला टीचर के लिए शर्त रखी गई है कि कैंडिडेट को इंटर के साथ प्राविधिक कला विषय में पास होना चाहिए। विज्ञापन एक्ट 1921 के अनुलग्नक अ के क्रम संख्या 10 का है, जिसमें नम्बर दो की क्वालीफिकेशन इंटर प्राविधिक कला में उत्तीर्ण तथा विषय के साथ ग्रेजुएशन है जोकि तीन अक्टूबर 1974 की संशोधित राजाज्ञा के अनुसार पूरी तरह से गलत है। कहा गया है कि संशोधित शासनादेश 1974 में प्रशिक्षित चित्रकला पद की क्वालीफिकेशन चित्रकला/रंजन कला सब्जेक्ट के साथ या विषय में ग्रेजुएशन है। अत: संशोधन के बाद भी बोर्ड अभी भी पूर्व के नियमों के अनुसार ही अवैध रूप से रिक्रूटमेंट करता आ रहा है।

Posted By: Inextlive