Bareilly : अब तक तो टीचर्स ही स्टूडेंट्स की साल भर की मेहनत का मूल्यांकन करते आ रहे हैं. अब स्टूडेंट्स भी टीचर्स का मूल्यांकन करेंगे और उनको माक्र्स देंगे. यही नहीं वे यूनिवर्सिटी में चल रहे कोर्सेज का भी मूल्यांकन करेंगे. नेशनल असेस्मेंट एंड एक्रीडिटेशन काउंसिल नैक की ग्रेडिंग प्रक्रिया की गाइडलाइंस 2012 में इसे मेंडेटरी कर दिया गया है. इसके चलते यूनिवर्सिटी को स्टूडेंट्स का फीडबैक लेना ही होगा. 4 वर्षों के गैप के बाद आरयू नैक की ग्रेडिंग की तैयारियां कर रहा है. इसी क्रम में वह स्टूडेंट्स का फीडबैक लेने की तैयारी भी कर रहा है. आरयू की हिस्ट्री में यह पहली बार होगा जब स्टूडेंट्स टीचर्स का मूल्यांकन करेंगे और उनको माक्र्स देंगे. नैक की ग्रेडिंग के लिए इस फीडबैक के प्वॉइंट्स भी मिलेंगे.


नैक ने किया मेंडेटरीनैक ने ग्रेडिंग के लिए 2012 में जारी किए गए गाइडलांइस को इस फीडबैक को मेंडेटरी कर दिया है। आरयू को 2004 में नैक की तरफ से बी प्लस ग्रेडिंग मिली थी, जो 2009 में एक्सपायर हो गया। 4 वर्ष बाद आरयू दोबारा नैक की इंस्पेक्शन के लिए तैयारी कर रहा है। यूजीसी ने 1 जून तक नैक के लिए अप्लाई करना कंपलसरी कर दिया है। नहीं तो नेक्स्ट ईयर से फंडिंग नहीं मिलेगी। इसी को देखते हुए ग्रेडिंग के लिए आरयू स्टूडेंट्स से भी फीडबैक लेगा। आरयू ने इसकी तैयारी शूरू कर दी है।कई पहलुओं का मूल्यांकन


नैक की गाइडलाइंस की मानें तो जो भी स्टूडेंट्स रेगुलर क्लास अटेंड करता है उनसे फीडबैक लेना कंपलसरी है। स्टूडेंट्स को एक सेट फॉर्मेट में क्वेश्चनायर दिया जाएगा। टीचर्स का मूल्यांकन कई पहलुओं पर किया जाएगा। वे कैसे पढ़ाते हैं, स्टूडेंट्स उनके पढ़ाने से संतुष्ट हैं कि नहीं, क्या वे इंट्रेस्ट लेकर पढ़ते हैं, पढ़ाने के अलावा अलग से टीचर्स स्टूडेंट्स के साथ कितना इंट्रैक्ट करते हैं, स्टूडेंट्स के साथ टीचर्स का संवाद कैसा है जैसे सवालों पर स्टूडेंट्स अपना जवाब देंगे। इसके साथ ही टीचर्स के पढ़ाने के तरीके का भी स्टूडेंट्स से मूल्यांकन कराया जाएगा। टीचर्स के पढ़ाने का मैथड कितना इनोवेटिव और इंट्रेस्टिंग है, पढ़ाने के लिए वे टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किस हद तक करते हैं, इंफॉर्मेशन, कम्यूनिकेशन एंड टेक्नोलॉजी (आईसीटी) के कौन-कौन से टूल्स पढ़ाई के लिए अप्लाई करते हैं, इन सब पहलुओं पर भी स्टूडेंट्स का फीडबैक लिया जाएगा।कोर्सेज का भी होगा मूल्यांकननैक की ग्रेडिंग प्रोसेस के तहत आरयू में कंडक्ट हो रहे कोर्सेज का भी स्टूडेंट्स से मूल्यांकन कराया जाएगा। करिकुलम कितना अपडेट है और मार्केट के लिहाज से स्टूडेंट्स के लिए कितना बेहतर हैं, रेगुलर इंटरवेल पर कोर्स में बदलाव होता है कि नहीं समेत कोर्सेज को लेकर कई तरह के सवाल पूछे जाएंगे। इन फीडबैक के आधार पर यूनिवर्सिटी को प्वाइंट्सदिया जाएगा।11 फैकल्टीज हैंआरयू में 11 टीचिंग फैकल्टीज हैं। इनके अंडर करीब ढाई दर्जन से ज्यादा डिपार्टमेंट्स हैं। आरयू में प्लांट साइंस, एनिमल साइंस, एंसिएंट हिस्ट्री, बिजनेस एडिमिनिस्ट्रेशन, लॉ, एजूकेशन समेत इंजीनियरिंग के कई डिपार्टमेंट्स हैं। इनमें कई तरह के यूजी और पीजी कोर्सेज चलते हैं। आरयू में करीब 100 टीचर्स हैं। इन सभी टीचर्स का मूल्यांकन स्टूडेंट्स करेंगे। टीचर्स के बारे में स्टूडेंट्स से फीडबैक लिया जाएगा।आरयू कर रहा है तैयारी

नैक की इंस्पेक्शन के लिए आरयू अपनी तैयारी में जुट गया है। सेल्फ असेस्मेंट रिपोर्ट तैयार करने के साथ ग्रेडिंग प्रोसेस के लिए जरूरी डॉक्यूमेंट्स और इंफॉर्मेशन जुटाने में लग गया है। यूनिवर्सिटी के सभी डिपार्टमेंट को इंफॉर्मेशन देना मेंडेटरी है। हालांकि स्टूडेंट्स से फीडबैक के लिए सभी रेगुलर स्टूडेंट्स का व्यू लेना जरूरी है, लेकिन आरयू फिलहाल हर डिपार्टमेंट के टॉप टेन स्टूडेंट्स का ही फीडबैक लेने की कवायद कर रहा है। आरयू के नैक कोऑर्डिनेटर प्रो। वीपी सिंह ने बताया कि जो स्टूडेंट्स बेहतर माक्र्स लाते हैं उनसे ही फीडबैक लेना ज्यादा मुनासिफ हैं। जो एवरेज स्टूडेंट्स हैं उनके फीडबैक का ज्यादा मतलब नहीं रहेगा।'इस बार टीचर्स और कोर्सेज के रिलेटेड सभी रेगुलर स्टूडेंट्स से फीडबैक लिया जाएगा। नैक की ग्रेडिंग के लिए यह जरूरी है। इसकी तैयारी हो चुकी है। फिलहाल हर डिपार्टमेंट में बेहतर परफॉर्म करने वाले स्टूडेंट्स से ही फीडबैक लेने की योजना बनाई जा रही है.'- प्रो। वीपी सिंह, नैक कोऑर्डिनेटर, आरयू

Posted By: Inextlive