फ्लैग : फीस वसूली में स्कूलों की मनमानी पर रोक न लगने से भड़के पेरेंट्स, डीअईओस को हटाने की मांग

- कलेक्ट्रेट पहुंचकर डीएम को सौंपा ज्ञापन, उत्पीड़न नहीं रुकने पर आंदोलन की दी चेतावनी

BAREILLY:

मनमानी फीस वसूली पर रोक लगाने के लिए बनी जिला शुल्क कमेटी के सुस्त रवैये के कारण पैरेंट्स को थर्सडे को सड़क पर उतरना पड़ा। अभिभावक संघ के सदस्यों ने डीएम से डीआईओएस अचल कुमार मिश्र के काम करने के तरीके की शिकायत करते हुए चेताया कि यदि फीस के मामले में जल्द कोई फैसला नहीं हुआ तो आंदोलन किया जाएगा। पेरेंट्स आंदोलन के मूड़ में हैं तो स्कूल फीस न देने वाले बच्चों को परेशान व अपमानित करने पर तुले हैं। पेरेंट्स के आरोप हैं कि कॉम्पीटेंट स्कूल ने फीस न जमा करने वाले 400 बच्चों को थर्सडे को स्कूल मैदान में खड़ा कर अपमानित किया, जिससे बच्चों को मानसिक तौर पर गहरी चोट पहुंची है। अपनी सफाई में स्कूल का कहना है कि कुछ पेरेंट्स स्कूल को बदनाम कर रहे हैं।

बच्चों का हो रहा उत्पीड़न

थर्सडे को अभिभावक संघ के कई सदस्य कलेक्ट्रेट पहुंचे और डीआईओएस पर आरोप लगाते हुए कहा कि जिला शुल्क कमेटी अब तक फीस को लेकर किसी निर्णय पर नहीं पहुंच सकी है। इसे लेकर डीआईओएस की मंशा साफ नहीं है। वह संतोषजनक जवाब देने की बजाय अपने पद का दुरुपयोग कर रहे हैं। नतीजन, निजी स्कूल मनमानी कर रहे हैं। लगातार बच्चों का स्कूल में उत्पीड़न हो रहा है। कई स्कूलों में बच्चों के नाम काटने की सूचनाएं भी मिल रही हैं।

डीआईओएस को हटाने की मांग

संघ ने कहा कि यदि फीस को लेकर कमेटी ने जल्दी ही कोई फैसला नही लिया तो पेरेंट्स सड़क पर उतरने को मजबूर होंगे। इसलिए डीआईओएस को हटाकर अभिभावकों का भरोसा जीतना होगा। जल्द कमेटी की बैठक बुलाकर मसला हल नहीं किया गया तो स्थिति विस्फोटक हो सकती है, जिसकी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी। इस मौके पर संजीव मेहरोत्रा, अजय सिंह, सुरेश छाबडि़या, राहुल यादव, मोहित चौधरी सहित अभिभावक संघ के अन्य सदस्य भी माैजूद रहे।

बच्चों को ग्राउंड में खड़ा करके किया अपमानित

सीबीगंज के काम्पीटेंट स्कूल के बच्चों का भविष्य दांव पर लगा है। पेरेंट प्रेम शर्मा का आरोप है कि थर्सडे को करीब 400 बच्चों को स्कूल मैदान में खड़ा करके अपमानित किया गया, जिससे उन्हें मानसिक तौर पर गहरी चोट पहुंची है। इन बच्चों के पेरेंट्स ने निजी स्कूल पर मनमानी का आरोप लगाते हुए फीस जमा नहीं की है। पेरेंट्स का कहना है कि स्कूल की शिकयत के बाद भी शिक्षा विभाग के अफसर सुनने को तैयार नहीं है। जबकि पेरेंट्स जिला शुल्क कमेटी के फैसले के इंतजार में हैं, लेकिन अभी तक शुल्क कमेटी ने फीस निर्धारित नहीं करके बच्चों का भविष्य अधर में लटका दिया है।

स्कूल को बदनाम करने की कोशिश

इस संबंध में स्कूल संचालक एनए शर्मा का कहना है कि बच्चों को किसी भी तरह से अपमानित व उत्पीड़न नहीं किया जा रहा। फीस जमा करने के लिए कहा है। कुछ पेरेंट्स स्कूल को बदनाम कर रहे हैं।

वर्जन

गणतंत्र दिवस के बाद कमेटी की बैठक होने पर सभी स्कूलों के साथ काम्पीटेंट स्कूल का मामले का भी हल निकाला जाएगा।

अचल कुमार मिश्र, डीआईओएस

Posted By: Inextlive