Jamshedpur: कई बार ऐसा होता है जब कोई स्टूडेंट्स कम माक्र्स की वजह से या फिर फाइनेंसियल प्रॉब्लम के चलते अपने ड्रिम कॉलेज में एडमिशन नहीं ले पाता. ऐसे में स्टूडेंट्स का अच्छे कॉलेज से पढऩे का सपना और कुछ कर गुजरने का जज्बा कमजोर पड़ जाता है.

 अगर आप भी उन्हीं स्टूडेंट्स में से हैं जिनका सपना पूरा नहीं हो सका है, तो अब आपके लिए है गुड न्यूज है। आप मनचाहे कॉलेज के प्रोफेसर और इंडिया के फेमस लेक्चरर की क्लासेस आने वाले कुछ महीनों में अटेंड कर पाएंगे।

20,000 कॉलेज वीडियो कॉफ्रेंसिंग से जुड़ेंगे
कंट्री के 20 हजार कॉलेज वीडियो कॉफ्रेसिंग से जुडऩे जा रहे हैं। सेंट्रल गवर्नमेंट ने हायर एजुकेशन सेक्रेटरी और कंट्री के डिफरेंट कॉलेज व यूनिवर्सिटी से 60 वाइस चांसलर के साथ की गई मीटिंग में यह फैसला लिया है। कंट्री में हायली क्वालिफाइड एक्सपिरिएंस टीचर की कमी को देखते हुए यह डिसीजन लिया गया। इस वीडियो कॉन्फरेंस सॉफ्टवेयर को कोल्लम अमृता यूनिवर्सिटी में डेवलप किया गया है। सॉफ्टवेयर का नाम ए व्यू रखा गया है। इससे यहां के स्टूडेंट्स को काफी फायदा होगा। एक तो उन्हें एक्सपोजर मिलेगा, साथ ही सिटी के कॉलेज का नाम भी होगा।

एजुकेशन क्वालिटी होगी इंप्रूवमेंट
कंट्री के कई यूनिवर्सिटी अगर हमारी सिटी के कॉलेज से जुड़ जाते हैैं तो इससे यहां के स्टूडेंट्स के साथ-साथ कॉलेज को भी फायदा मिलेगा। यहां के कॉलेजों में फैकल्टी की बहुत कमी है। टीचर्स नहीं होने के कारण कई कॉलेजेज में क्लासेस नहीं हो पाते हंै। ऐसे में इसके जरिए इस कमी को कुछ हद तक पूरा किया जा सकेगा। इतना ही नहीं इससे एजुकेशन क्वालिटी में भी इंप्रूवमेंट हो पाएगी। स्टूडेंट्स कंट्री के फेमस लेक्चरर से डायरेक्ट इंटरैक्ट कर अपने डाउब्ट क्लीयर कर सकेंगे।

'गवर्नमेंट अगर ऐसा स्टेप लेती है, स्टूडेंट्स को इंडिया के टॉप लेक्चेरर की क्लास करने का मौका मिलेगा। हमारे यहां वीडियो कॉन्फरेंसिंग की फैसिलिटी भी है.'
शुक्ला मोहंती, वीमेंस कॉलेज प्रिंसिपल

Report by: neha.verma@inext.co.in

Posted By: Inextlive