INA के 4 सैनिक जब पहली बार पहुंचे गणतंत्र दिवस परेड में, उम्र 90 से अधिक लेकिन जज्बा किसी जवान से कम नहीं
नई दिल्ली (आईएएनएस)। सुभाष चंद्र बोस की इंडियन नेशनल आर्मी (आईएनए) आजादी के बाद पहली बार राजपथ पर होने वाली गणतंत्र दिवस परेड में शामिल हुई। 70वें गणतंत्र दिवस की परेड में आईएनए के सेवानिवृत्त सैनिकों में आज भी किसी जवान से कम जज्बा नहीं था। देश के प्रति प्रेम और जोश में उनकी उम्र भारी नहीं पड़ी क्योंकि गणतंत्र दिवस की परेड शामिल हुए इन चार सेवानिवृत्त सैनिकों परमानंद, लल्ती राम, हीरा सिंह और भागमल की उम्र 95 से 100 साल के बीच की है। इन सभी सैनिकों ने खुली जीप में सलामी देते हुए मार्च किया। इनके चेहरे पर खुशी साफ दिख रही थी।
बहुत कम ही आईएनए सेवानिवृत्त सैनिक जीवित
वहीं इस खास माैके पर चीफ ऑफ स्टाफ (हेडक्वार्टर दिल्ली एरिया) मेजर जनरल राजपाल पुनिया ने कहा कि यह बेहद ही सुखद पल है। आज बहुत कम ही आईएनए सेवानिवृत्त सैनिक जीवित है। इंडियन नेशनल आर्मी के सैनिकों परमानंद, लल्ती राम, हीरा सिंह और भागमल द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान सुभाष चंद्र बोस के नेतृत्व में खिलाफ लड़ाई लड़ी थी। हाल ही में केंद्र सरकार ने सुभाष चंद्र बोस व उनकी इंडियन नेशनल आर्मी के सम्मान में अंडमान एवं निकोबार द्वीपसमूहों में रोस द्वीप का नाम नेताजी सुभाष चंद्र बोस द्वीप, नील द्वीप का नाम शहीद द्वीप और हैवलॉक द्वीप का नाम स्वराज द्वीप रखा था।