कमल किशोर भगत प्रकरण

- बताया, कमल किशोर व अलस्टेयर बोदरा पर हुआ था जानलेवा हमला

- पुलिस अधिकारियों की मिलीभगत व सही जांच नहीं किए जाने से खारिज कर दिया गया था मामला

RANCHI: पूर्व उपमुख्यमंत्री सह आजसू के अध्यक्ष सुदेश महतो ने अपने पार्टी पदाधिकारियों के साथ बुधवार को मुख्यमंत्री रघुवर दास से उनके आवास पर मुलाकात की। उन्होंने कमल किशोर भगत मामले में एसआइटी गठित कर इसकी निष्पक्ष जांच कराने की मांग की है।

सुदेश ने मुख्यमंत्री को पार्टी प्रवक्ता देवशरण भगत, प्रभाकर तिर्की, रोशन लाल चौधरी, प्रदीप प्रसाद तथा हसन अंसारी के हस्ताक्षर वाला ज्ञापन भी सौंपा, जिसमें कहा गया है कि 1993 में चिकित्सक केके सिन्हा तथा उनके पुत्र पप्पू सिन्हा द्वारा सुदर्शन भगत, कमल किशोर भगत तथा अलस्टेयर बोदरा पर जानलेवा हमला किया गया था। इस घटना के बाद पार्टी द्वारा सदर थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी, लेकिन पुलिस अधिकारियों की मिलीभगत तथा उनके द्वारा मामले में उचित जांच नहीं किए जाने से मामला खारिज कर दिया गया। दूसरी तरफ, इसी मामले में केके सिन्हा ने भी प्राथमिकी दर्ज कराई थी, जिसमें सिर्फ अंगुली टूट जाने का जिक्र किया गया था। एक तरफ गलत साक्ष्य के आधार पर उनकी प्राथमिकी खारिज कर दी गई, वहीं अंगुली में हल्की चोट के नाम पर पुलिस अधिकारियों की मिलीभगत से अदालत को गुमराह किया गया। इससे कमल किशोर व अलस्टेयर बोदरा को दोषी करार दिए जाने का मार्ग प्रशस्त हुआ। जबकि इस घटना में कमल किशोर व अलस्टेयर बोदरा भी घायल हुए थे, जिन्हें आरएमसीएच में भर्ती कराया गया था। इसी घटना में झारखंड आंदोलनकारी सुदर्शन भगत की हत्या कर दी गई थी।

Posted By: Inextlive