वाघा बॉर्डर: फिदायीन हमले में 59 की मौत, 200 से ज्यादा घायल, भारत में अलर्ट
क्या है जानकारी
रविवार शाम करीब 5 बजकर 45 मिनट पर पाकिस्तान की सीमा में वाघा बॉर्डर के पास आत्मघाती हमला किया गया. हमलावर ने लोगों की भीड़ को निशाना बनाया. गौरतलब है कि वह बेगुनाह लोग वाघा बॉर्डर पर भारत और पाकिस्तान के जवानों की बीटिंग रिट्रीट सेरेमनी को देखने आए थे, लेकिन उन्हें क्या पता था कि यहां आने के बाद वह कभी वापस जा ही नहीं पाएंगे.
पाकिस्तान में किया गया हाई अलर्ट घोषित
बॉर्डर पर हुआ धमाका इतना शक्तिशाली था कि आसपास की इमारतें और दुकानें भी नष्ट हो गईं. हमले के बाद पूरे पाकिस्तान में हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है. लाहौर के सभी अस्पतालों में भी इमरजेंसी लागू कर दी गई है. प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने गृह मंत्रालय से इस हमले की पूरी रिपोर्ट मांगी है. भारत ने भी पाकिस्तान में हुए इस आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा की है. भारत के प्रधानमंत्री मोदी ने हादसे पर दुख जताते हुए पीड़ित परिवारों के लिए प्रार्थना की है.
भारत में भी अलर्ट
पाकिस्तान में हुए आत्मघाती हमले की जिम्मेदारी अलकायदा से जुड़े आतंकी संगठन जांदुल्लाह ने ली है. इसी संगठन ने पिछले साल सितंबर में भी पेशावर के एक चर्च में आत्मघाती हमले को अंजाम दिया था, जिसमें 78 लोगों की मौत हुई थी. पाकिस्तान में धमाके के बाद भारत में भी अलर्ट जारी कर दिया गया है. वाघा बॉर्डर और इसके आसपास बीएसएफ के जवान पूरी तरह से चौकन्ना हैं. बीएसएफ के आला अफसरों के मुताबिक भारतीय सीमा में अभी फिलहाल सबकुछ ठीक है. घबराने वाली कोई बात नहीं है. बीएसएफ का कहना है कि ब्लास्ट होने से काफी पहले ही भारतीय सीमा में दर्शक गैलरी खाली हो चुकी थी. धमाके के तुरंत बाद भारतीय जवान अत्याधुनिक हथियारों के साथ गश्त करने लगे थे और दोनों देशों की सीमा के बीच बना गेट बंद कर दिया गया था.
भारत के पास बीटिंग रिट्रीट में थी हमले की खुफिया सूचना
वहीं बीएसएफ का कहना है कि उन्हें दो हफ्ते पहले ऐसी खुफिया सूचना मिली थी कि आतंकी संगठन बीटिंग रिट्रीट समारोह को निशाना बना सकते हैं. रविवार के धमाके को लेकर पहले तो पाकिस्तान की तरफ से बीएसएफ को बताया गया कि ये कोई सिलेंडर ब्लास्ट है. मगर बाद में पता चला कि ये फिदायीन हमला था. बहरहाल पाकिस्तानी की अपील के बाद अब अगले तीन दिन के लिए बीटिंग रिट्रीट सेरेमनी को रद्द कर दिया गया है. गौरतलब है कि वाघा बॉर्डर पर पिछले कई साल से रोज दोनों देशों का झंडा उतारने का समारोह होता है, जिसे देखने के लिए दोनों तरफ सैकड़ों की तादाद में लोग इकट्ठा होते हैं.