स्वास्थ्य विभाग से परेशान युवक नए यमुना ब्रिज के पिलर पर चढ़ा

पुल पर लगा मजमा, मौके पर पहुंचे एसडीएम के आश्वासन पर उतरा

ALLAHABAD: कूद जाउंगाफांद जाऊंगामर जाऊंगाकुछ याद आया। जी हां, हिंदी सिनेमा के इतिहास की सबसे सफलतम फिल्मों में एक शोले के इस सीन में बंसती से शादी के लिए मौसी को मनाने के लिए पानी की टंकी पर चढ़े वीरू का यह डायलाग आज भी लोगों की जुबान पर है। ऐसा ही कुछ नजारा सोमवार को नए यमुना पुल पर देखने को मिला। स्वास्थ्य विभाग से परेशान एक युवक ने प्रशासन तक अपनी बात पहुंचाने के लिए पुल के पिलर 18 पर चढ़ लगभग दो घंटे तक हंगामा किया। इससे यहां शोले फिल्म की तरह ही लोगों का मजमा लग गया। इससे पुल पर आवागमन प्रभावित होने लगा तो इस बात की खबर पुलिस प्रशासन तक पहुंची। आनन फानन में मौके पर पहुंचे एसडीएम करछना ने युवक की समस्या का निदान कराने का आश्वासन दिया तो वह नीचे आया।

14 सौ के लिए दांव पर लगायी जान

कौंधियारा के कर्मा बाजार का रहने वाला लक्ष्मी शंकर यादव किसान के साथ सपा कार्यकर्ता भी है। एसडीएम के आश्वासन पर जब वह पिलर से नीचे उतरा तो उसकी समस्या जानने के लिए पब्लिक व मीडिया कर्मियों ने उसे घेर लिया। बेकाबू हो रही भीड़ को हटाकर पुलिस ने उसे कब्जे में ले लिया घेर लिया। इस दौरान युवक ने एसडीएम करछना को अपनी समस्या बतायी। कहा कि वह पिछले साल से कौंधियार स्थित कर्मा ब्लाक स्थित सामुदायिक स्वस्थ केन्द्र के खिलाफ भ्रष्टाचार के खिलाफ जंग लड़ रहा है। मई 2013 में उसने यहां से अपनी पत्‍‌नी पूनम का प्रसव कराया था। प्रसव के बाद सरकारी योजना के तहत उसकी पत्‍‌नी को चौदह सौ रुपए लाभ विभाग की तरफ से दिया जाना था लेकिन आज तक वह उसे नहीं मिला।

स्वास्थ्य केंद्र पर मढ़े आरोप

इतना ही गांव के कई ऐसे परिवार हैं, जिन्होंने स्वास्थ्य केंद्र में प्रसव कराया लेकिन उन्हें भी इस लाभ से वंचित कर दिया गया। जबकि उसने इस बात की शिकायत कई बार जिला प्रशासन के अधिकारियों से की लेकिन आश्वासन के सिवाए कुछ नहीं मिला। उसने आरोप लगाया कि स्वास्थ्य केंद्र केन्द्र में पिछले कई सालों से एक महिला जमी हुई है। सरकारी योजना के तहत मिलने वाले लाभ की रकम किसी को नहीं दे रही है। जब उसे कुछ कहो तो वह मुकदमे में जबरन फंसाने की धमकी देती है। इन्हीं सब वजहों से तंग आकर युवक ने यह सब ड्रामा किया।

Posted By: Inextlive