केदारपुरम स्थित बालिका निकेतन में वेडनसडे शाम को एक लड़की की मौत हो गई.

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DEHRADUN :  पुलिस के मुताबिक वह बाथरूम में फंदे पर लटकी मिली थी. यह वही लड़की थी,जिसने पिछले वर्ष हरिद्वार के कनखल में सगी मां का इसलिए कत्ल कर दिया था कि मां उसकी अस्मत का सौदा कर काली कमाई से अपने शौक पूरे करने लगी थी. लड़की नाबालिग थी. पुलिस और कोर्ट को उसने जो कहानी सुनाई वह झंकझोर देने वाली थी. उस मासूम के साथ जो हुआ वह सभ्य समाज में लोग सुनना भी पसंद नहीं करते. कोर्ट उसके जेहन पर लगे जख्मों को भुलाकर उसे फिर से सामान्य जिदंगी में लाने की खूब कोशिश की. देहरादून बालिका निकेतन में भेजा, समय समय पर काउंसिलिंग की,लेकिन उसके साथ शायद कुछ ऐसा हुआ था,जिसे वह भुलाए नहीं भूल पा रही थी. बालिका निकेतन में हुई इस घटना की गंभीरता से जांच चल रही है. देर रात बाल आयोग की अध्यक्ष, एसडीएम और सीओ जया बलूनी मौके पर पहुंच कर जांच में जुटे थे. मौत की वजह को लेकर अफसर अधिकारिक तौर पर रात तक स्थिति स्पष्ट नहीं कर पाए.

पुलिस की एक टीम दून अस्पताल और दूसरी बालिका सदन
नेहरू कॉलोनी थाना इंचार्ज दिलबर नेगी ने बताया कि वेडनसडे शाम साढे 7 बजे बालिका निकेतन से डीपीओ मीना बिष्ट ने द्वारा सूचना दी की बालिका निकेतन में एक युवती बाथरूम में बेहोशी की हालत में मिली थी. उसे दून अस्पताल ले जाया गया. वहां पहुंचते ही डॉक्टर्स ने उसे मृत घोषित किया गया. सूचना पर थाना नेहरू कॉलोनी से पुलिस की एक टीम दून अस्पताल और दूसरी बालिका सदन भेजी गई. मृतका अनीता (बदला हुआ नाम) मूल निवासी पंजाब हाल निवासी कनखल पता चला. वह पहले केदारपुरम स्थित इसी कैंपस में नारी निकेतन में रहती थी. नाबालिग होने के कारण उसे कोर्ट के आदेश पर 3 मई 2019 को नारी निकेतन से बालिका निकेतन में शिफ्ट किया गया था. तब से वह यहां के माहौल में एडजस्ट नहीं हो पा रही थी. चर्चा है कि वह कद काठी से वयस्क नजर आती थी, उसे बच्चों के बीच शिफ्ट कर दिया गया, जिसे लेकर उसने विरोध भी दर्ज कराया था, लेकिन किसी ने उसकी बात नहीं सुनी.

छोटी सी उम्र में क्या क्या नहीं हुआ उसके साथ
लड़की पर पिछले वर्ष हरिद्वार में अपनी मां के मर्डर का आरोप था. उसके माता-पिता पहले पंजाब में साथ रहते थे. मां का चालचलन ठीक नहीं था,तो पिता ने साथ नहीं रखा. पहले बेटी पंजाब में ही पिता के साथ रहती थी, लेकिन मां उसे कानूनी लड़ाई लड़कर अपने साथ ले आई. कनखल थाना इलाके में वह मां के साथ किराए के कमरे में रहती थी. मां ने उसे वेश्यावृति के दलदल में धकेल दिया. कई लोगों से उसके सेक्सुअल रिलेशन बनवाए थे. सगी मां की उसे वेश्यावृति के लिए बेचने लगी तो उसने 15 सितंबर 2018 की रात नींद की दवा लेकर सो रही मां को पाटल से हमला कर मौत के घाट उतार कर पंजाब में पिता के पास चली गई थी. पुलिस ने मकान मालकिन के बयान और सीसीटीवी कैमरे के फुटेज के आधार पर उसे पकड़ा तो उसने हत्या करना कबूल कर लिया था. फिर जुवेनाइल जस्टिस कोर्ट ने उसके पिता को पत्र लिखकर उसे साथ ले जाने का कहा.पिता भी उसे लेने नहीं आए. पहले उसे नारी निकेतन में रखा गया. वहां जब अन्य युवतियों से घुलमिल गई तो उसे बालिका सदन शिफ्ट कर दिया गया. जब से उसे बालिका सदन शिफ्ट किया गया तब डिप्रेशन में थी. वह वापस नारी निकेतन जाना चाहती थी.

डांस करते हुए निकली और सूसाइड कर लिया
बाल आयोग,पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों ने बालिका सदन पहुंच कर जांच शुरू की. पता चला कि एक सामाजिक संस्था बच्चों के लिए कल्चरल प्रोग्राम आयोजित करने जा रही थी. उसकी तैयारी चल रही थी. अनीता ने भी डांस में पार्टिसिपेट किया था. दो दिन से वह खुशी-खुशी डांस प्रैक्टिस और अन्य कार्यक्रमों में शामिल हो रही थी. स्टॉफ और अन्य बच्चे डांस कर रहे थे, वह सबसे बीच से निकली और बाथरूम मेंजाकर गेट के हत्थे से चुन्नी का फंदा लगा लिया.स्टॉफ ने करीब एक घंटे बाद बाथरूम की जाली से एक अन्य लड़की को अंदर घुसाकर दरवाजा खुलवाया और उसे फंदे से निकालकर दून अस्पताल पहुंचाया. शव मुर्दाघर में रखवाया गया है.

दरवाजे के हत्थे चुन्नी बांधकर सुसाइड
मौका मुआयना करने वाले पुलिस अधिकारियों के मुताबिक लड़की ने बाथरूम में गेट के हत्थे से फंदा लगाकर सूसाइड की बात सामने आई है. चूंकि पुलिस के पहुंचने से पहले शव को अस्पताल भेज दिया गया था, ऐसे में सारी बाते जांच के बाद ही साफ हो पाएगी. लड़की का शव को दून अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया गया है. बालिका निकेतन में फ ल्ड यूनिट के माध्यम से आवश्यक कार्यवाही की जा रही हैं.

दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने किया था आगाह
बालिका सदन में अव्यवस्थाओं और वहां रह रही बालिकाओं की देखरेख में बरती जा रही लापरवाही को लेकर वर्ष 2018 में 27 अप्रैल को दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने खबर छापकर आगाह किया था. बालिका निकेतन में पिछले वर्ष भी एक लड़की ने सूसाइड की धमकी दी थी.कुछ दिन निगरानी रखी गई,लेकिन फिर ढाक के तीन पात हो और व्यवथाएं लचर होने के कारण एक ल़डकी की जान चली गई.

Posted By: Ravi Pal