- वारदात के बाद दर्ज की सुसाइड के लिये उकसाने की रिपोर्ट

-हत्या, हादसा या सुसाइड इस पर अब भी एकराय नहीं

-आरोपी उमेश यादव अब भी फरार, पुलिस तलाश में जुटी

LUCKNOW: रतन स्क्वॉयर में रहस्यमय हालात में पांचवीं मंजिल से गिरकर हुई मोना वर्मा की मौत हत्या थी, हादसा थी या फिर सुसाइड। कहने को तो घटना के ख्ब् घंटे बीत चुके हैं लेकिन कैसरबाग पुलिस इसे हादसा साबित करने पर तुल गई है। इसीलिए पुलिस ने मृतका की बहन से आनन-फानन तहरीर लेकर मोना के पूर्व बॉस उमेश यादव के खिलाफ सुसाइड के लिये उकसाने की एफआईआर भी दर्ज कर ली। खास बात यह है कि इस वारदात का एक भी चश्मदीद नहीं है। पर, पुलिस ने सुसाइड की थ्योरी खुद ही गढ़ी और उस पर आगे की कार्रवाई भी शुरू कर दी।

आर्थिक तंगी से जूझ रही थी

पिता की मौत के बाद आर्थिक तंगी से जूझ रही मोना ने पढ़ाई के लिए नौकरी की थी, लेकिन वहां उसका शोषण किया गया। सोर्सेज का कहना है कि आरोपी उमेश ने नौकरी के दौरान उसकी मजबूरी का फायदा उठाने की कोशिश की थी। इतना ही नहीं उसने मोना को तीन महीने तक सैलरी भी नहीं दी। ऐसे में इस आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता कि यह सुसाइड न होकर किसी योजनाबद्ध ढंग से की गई हत्या हो। पर, कैसरबाग पुलिस ने खुद ही पोस्टमार्टम से पहले उसका रिजल्ट तय कर लिया और मृतका की बहन की तहरीर पर सुसाइड के लिये उकसाने की एफआईआर दर्ज कर ली। हालांकि, जानकारी मिलने पर पहुंचे परिजन उसकी हत्या कीआशंका जता रहे थे। मृतका के पास से मिला सुसाइड नोट भी किसी भी संभावना की ओर इशारा कर रहा था।

उमेश को बताया जिम्मेदार

जांच पड़ताल के दौरान मोना के पास से एक लेटर मिला था। जिसमें उसने लिखा था कि 'मैं मोना वर्मा, मेरे पाइस टाइम नहीं है। मुझे कुछ शब्दो में ही अपनी बात कहनी है। मेरा बॉस उमेश यादव मुझे तीन महीनों से परेशान कर रहा है। यहां तक कि उसने मेरी तीन महीने की सैलरी भी नहीं दी है। मांगने पर टरकाता है। तीन दिनों से वह गलत हरकत कर रहा है। शनिवार को उमेश अचानक मेरे सामने आ गया और जबरन गलत हरकत करने लगा। मैं किसी तरह से वहां से निकल गई। सोमवार सुबह से ही उमेश मुझे फॉलो कर रहा है। लगातार दबाव बना रहा है। अगर मुझे कुछ होता है तो उसका जिम्मेदार सिर्फ और सिर्फ उमेश यादव होगा-मोना उर्फ चांदनी।

सैलरी लेने के लिए बुलाया था

पुलिस को मिले मोना के मोबाइल फोन में मिले मैसेजेस के मुताबिक, सोमवार को उमेश ने मोना को सैलरी लेने के लिए बुलाया था। लिहाजा वह साढ़े पांच बजे पार्क रोड स्थित कार्यालय से रतन स्क्वॉयर पहुंची थी। आशंका जताई जा रही है कि वहां पहुंचने पर उमेश ने उससे गलत हरकत करने की कोशिश की। जिसके बाद हादसा हो गया।

पांच मार्च को छोड़ दिया था काम

सीओ राजेश श्रीवास्तव ने बताया कि रतन स्क्वॉयर के फ‌र्स्ट फ्लोर स्थित एक्साइड लाइफ इंश्योरेंस के कार्यालय में मोना काम कर रही थी। पर, उमेश की हरकतों से तंग आकर उसने बीती भ् मार्च को नौकरी छोड़ दी थी और इन दिनों वह हलवासिया मार्केट स्थित भारती एक्सा लाइफ इंश्योरेंस में नौकरी कर रही थी।

Posted By: Inextlive