- स्वच्छ सर्वेक्षण 2019 के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए छपवाए गए पैम्फलेट में सवालों के जवाब में सिर्फ हां का विकल्प

- जनता भी हो रही है गुमराह, कहा, गलत चीज का आंसर हां में कैसे दें

स्वच्छ सर्वेक्षण ख्0क्9 के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए छपवाए गए पैम्फलेट में सवालों के जवाब में सिर्फ हां का विकल्प

- जनता भी हो रही है गुमराह, कहा, गलत चीज का आंसर हां में कैसे दें

BAREILLY:

BAREILLY:

स्वच्छ सर्वेक्षण ख्0क्9 में अव्वल आने के लिए क्या नगर निगम लोगों को गुमराह कर रहा है? सर्वेक्षण के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए उसने जो पैंतरा अपनाया है, उससे यही प्रतीत हो रहा है। दरअसल नगर निगम ने लोगों को स्वच्छ सर्वेक्षण के बारे में जानकारी देने के लिए पैम्फलेट छपवाए हैं, जिसमें शहर की साफ सफाई को लेकर कुछ सवाल पूछे गए हैं। जवाब के लिए सिर्फ हां का ही ऑप्शन दिया गया है। इससे लोगों को यह समझ नहीं आ रहा है कि जिस व्यवस्था से वे संतुष्ट नहीं हैं, उसका जवाब हां में कैसे हो सकता है? हालांकि शहर के लोग सर्वेक्षण में सिर्फ ऑनलाइन शामिल हो सकते हैं, जहां उन्हें हां और न दोनों ऑप्शन मिलेंगे। मामले पर नगर आयुक्त का कहना है कि और शहर अच्छे मा‌र्क्स प्राप्त करे इस लिए लोगों को हां में जवाब देने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। लेकिन लोगों का कहना है कि जब साफ सफाई स्तरीय है ही नहीं तो हां में जवाब क्यों दें?

जनता को पता चले कि उन्हे किस पर टिक करना है

जब नगर आयुक्त राजेश श्रीवास्तव से पूछा गया कि पैम्फलेट में दिए गए सवालों के उत्तर में सिर्फ हां का ही विकल्प क्यों है तो उन्होंने बताया कि शहर में अभी भी कई लोग ऐसे हैं जिन्हें यह नहीं पता है कि शहर स्वच्छ सर्वेक्षण में पार्टिसिपेट कर रहा है। पैम्फलेट के जरिए उन्हें यह बताया जा रहा है कि स्वच्छ सर्वेक्षण के आने वाली टीम उनसे क्या सवाल करेगी और उन्हें क्या जवाब देना है।

वेबसाइट पर दोनाें ऑप्शन

नगर आयुक्त ने बताया कि जो पैम्फलेट बांटे जा रहे हैं, वे सिर्फ जानकारी देने के लिए हैं। जो व्यक्ति इन सवालों के जवाब देना चाहता है वह नगर निगम की वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन सर्वेक्षण में दिए गए सवालों के जवाब दे सकता है। वहां हां और न दोनों ही ऑप्शन दिए गए हैं। हालांकि नगर निगम का प्रयास है कि ज्यादा से ज्यादा लोग सवालों के जवाब में हां पर क्लिक करें जिससे शहर को आगे बढ़ने का माैका मिले।

वर्जन

पार्षद बोले, गुमराह किया जा रहा है

इस तरह के पैम्फलेट से तो जनता सिर्फ गुमराह ही होगी। नगर निगम को यदि कोई जानकारी देनी है तो उसमें दोनों ऑप्शन रखने चाहिए थे।

यामीन रजा, पार्षद

एक ऑप्शन नहीं का भी होना चाहिए था, जिससे जनता को भी पता चल सके कि उनके पास ऑप्शन है। ऐसे तो जनता को गुमराह किया जा रहा है।

अंजुम, पार्षद

जनता को भी अपनी बात कहने का अधिकार है। जो पैम्फलेट नगर निगम ने छपवाए है उसमें एक ऑप्शन नहीं का भी होना चाहिए।

अवनेश, पार्षद

-------------------

इस तरह के पैम्फलेट देखकर तो लगता है कि हम लोगों को सिर्फ हां में ही जबाव देना है। कई जगहों पर शौचालयों की बहुत खराब हालत है।

अखिलेश

हमारे इलाके में तो कई बार कूड़ा पड़ा रहता है। लेकिन यदि नगर निगम का पैम्फलेट देखें तो लगता है कि हमें उसका उत्तर भी हां में ही देना है। भले ही सफाई हो या नहीं।

अलमास

Posted By: Inextlive