राजभवन के पास गार्ड की हत्या कर कैश लूटने वाले बदमाश विनीत तिवारी को पुलिस ने शनिवार देररात रायबरेली से गिरफ्तार कर लिया.

- बातचीत के दौरान कैश वैन के ड्राइवर ने गाड़ी में कैश होने की दी जानकारी

- मृतक गार्ड की गोली से घायल हुआ था शातिर लुटेरा

- लुटेरे की पत्नी के पास से लूट की रकम बरामद हुई

 

- 30 जुलाई को 11.30 बजे से बैंक के बाहर मौजूद था लुटेरा

- 3.42 बजे दिया लूट को अंजाम

- 6.44 लाख रुपये लूट लिये

- 8 टीम और 12 सपोर्ट टीम ने शुरू की तलाश

- 4 से 5 मेंबर हर टीम में थे

- 8 सौ से ज्यादा फोटो प्रत्यक्षदर्शी को दिखाई गई

- 75 से 80 बदमाशों की फोटो दिखाने के बाद काम शुरू किया गया

- 50 कांस्टेबल को सादी वर्दी में लगाया गया

- बनारस, मुज्जफरनगर, मेरठ, सीतापुर और कानपुर भेजी गई टीम

- 35 स्पॉट के करीब 90 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरे देखे गए

- 23.30 बजे रायबरेली के लालगंज थाना स्थित भोले पुरवा से पकड़ा गया आरोपी

- 1 लाख रुपये का ईनाम की घोषणा की गई -

lucknow@inext.co.in
LUCKNOW : राजभवन के पास गार्ड की हत्या कर कैश लूटने वाले बदमाश विनीत तिवारी को पुलिस ने शनिवार देररात रायबरेली से गिरफ्तार कर लिया। इससे पहले पुलिस सुबह उसके घर पहुंच थी और तलाशी के दौरान बाइक समेत अन्य सामान बरामद किया था। विनीत की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने उसकी पत्‌नी से लूट की रकम 4 लाख 73 हजार 900 रुपये बरामद किये। पुलिस ने विनीत के साथ उसके बहनोई कविन्द्र को भी गिरफ्तार किया है। लुटेरे को फरार करने में वह मुख्य भूमिका निभा रहा था। पूछताछ में विनीत ने बताया कि उसके टारगेट पर कैश वैन नहीं थी बल्कि वह किसी और को लुटने आया था, लेकिन उसके न आने पर उसने कैश वैन को अपना निशाना बनाया।

बहनोई ने की थी फरार होने में मदद
आईजी रेंज सुजीत पांडेय ने बताया कि लुटेरा विनीत शनिवार सुबह 8.30 बजे अपने बहनोई कविन्द्र पांडेय के साथ घर से निकला था। पूछताछ में कविन्द्र ने बताया कि उसने विनीत को मानक नगर रेलवे स्टेशन के पास छोड़ा था। उसके बाद विनीत की पत्नी और बच्चों को लेकर मानकनगर रेलवे स्टेशन पहुंचा। यहां से विनीत पत्नी व बच्चों के साथ तेलीबाग चौराहे पर पहुंचा, जहां से रोडवेज बस में बैठकर बछरावां चला गया। बछरावां से वह रायबरेली के लालगंज निकल गया।

बहन के घर लेनी थी शरण
पुलिस ने देररात उसे लालगंज के बेलहटा मुख्य मार्ग से भोलापुर गांव के पास गिरफ्तार कर लिया। एसएसपी कलानिधि ने बताया कि भोलापुर गांव में विनीत की दूसरी बहन मंजू की ससुराल है जहां वह शरण लेने जा रहा था। पुलिस को विनीत की पत्नी सोनी के बैग की तलाशी में लूट के 4 लाख 73 हजार 900 रुपये मिले। इसके बाद पुलिस ने विनीत की निशानदेही पर घटना में प्रयुक्त तमंचा, दो अलग-अलग नंबर प्लेट बरामद की। लुटेरे ने नंबर प्लेट को घर के पास एक खेत में फेंक दिया था।

अचानक बदल गया टारगेट
लुटेरे विनीत ने पुलिस को बताया कि उसे रुपयों की सख्त जरूरत थी। ऐसे में उसने लूट की योजना बनाई। वह कुछ दिन से राजभवन के सामने एक्सिस बैंक के पास आकर खड़ा हो जाता था। इस दौरान वह बाइक से रुपये लेकर निकलने वालों को देखता था। इस बीच उसने एक व्यक्ति को अपना टारगेट बनाया और 27 जुलाई को उसकी रेकी की। 30 जुलाई को वह सुबह करीब 11.30 बजे बाइक से एक्सिस बैंक के बाहर वारदात को अंजाम देने के लिए पहुंच गया। इत्तिफाक से तेज बारिश होने लगी और वह व्यक्ति बैंक नहीं पहुंचा।

चालक की लापरवाही से हुई लूट
आईजी जोन ने बताया कि घटना के समय कैश वैन सर्विस लेन पर खड़ी थी। वैन में चालक रामसेवक और गार्ड इंद्रमोहन मौजूद थे, जबकि कस्टोडियन उमेश कैश जमा करने के लिए बैंक के अंदर गया था। तेज बारिश से बचने के लिए लुटेरा विनीत बाइक बैंक के बाहर सर्विस लेन खड़ी कर कैश वैन के पास जा खड़ा हुआ। इस बीच वह वैन चालक से बातचीत करने लगा। बातचीत के दौरान वैन चालक ने विनीत को बताया कि उसकी वैन में काफी कैश है, वरना वह उसे वैन के अंदर बारिश से बचने के लिए बैठा लेता। बस चालक की यही बात सुन विनीत ने लूट का इरादा बना लिया।

गार्ड ने मारी थी लुटेरे को गोली
एसएसपी कलानिधि नैथानी ने बताया कि विनीत ने वारदात को अंजाम देने के लिए पिस्टल से पांच राउंड फायरिंग की थी। विनीत ने बताया कि कैश वैन का शीशा खुला हुआ था। जैसे ही उसने गार्ड पर पिस्टल तानी, गार्ड ने उसके ऊपर फायर कर दिया। गोली उसके हाथ को छूते हुए निकल गई, जिससे वह घायल हो गया। घायल होने के बाद भी उसने गार्ड को दो गोली मारी और कैश वैन में रखे रुपयों से भरे दो बैग लूट लिये। वह रुपये से भरा बैग लेकर निकल ही रहा था कि सामने कस्टोडियन आ गया और उसे ललकारने लगा। इस दौरान सर्विस रोड पर रुपयों से भरा एक बैग गिर गया, जिसे कस्टोडियन लेकर भाग निकला। उसने कस्टोडियन पर भी फायर किया था। तभी उसे धक्का लगा और पिस्टल गिर गई। जल्दबाजी में उसने तमंचा निकाला और फायर करता हुआ वह भाग निकला।

लूट की रकम से जेवरात, कपड़े और जूते खरीदे
एसएसपी कलानिधि नैथानी ने बताया कि लूट की वारदात के बाद अगले दिन जब लुटेरे की सीसीटीवी फुटेज अखबारों और चैनलों में प्रसारित हुई तो आरोपी समझ गया कि पुलिस जल्द ही उस तक पहुंच जाएगी। उसने पुलिस के सर्विलांस से बचने के लिए अपना मोबाइल बंद कर दिया और उसे ऑन ही नहीं किया। आरोपी ने बताया कि लूट की कुछ रकम से उसने ब्रांडेड कपड़े, जूते और जेवरात खरीदे हैं। पुलिस ने कपड़े और जूते तो बरामद कर लिये है, लेकिन अभी जेवरात बरामद होना बाकी हैं।

10 से 12 लाख मोबाइल डाटा को खंगाला
10 से 12 लाख इलेक्ट्रानिक्स डाटा खंगाला आईजी जोन ने बताया कि कैश वैन से लूट और गार्ड की हत्या पुलिस विभाग के लिए एक बड़ी चुनौती थी। पुलिस की 20 टीमों को इसके खुलासे के लिए लगाया गया था। बदमाश की सीसीटीवी फुटेज और फोटो को सोशल मीडिया की मदद से लोगों तक पहुंचाया जा रहा था। रोज पुलिस के पास बदमाश से संबंधित कोई न कोई सूचना आ रही थी। उन्होंने बताया कि इस दौरान पुलिस ने 32 से 35 अलग-अलग कैमरों के सीसीटीवी फुटेज निकाले थे। 750 से 800 के करीब फोटो पुलिस के पास मौजूद थे। वहीं अगर सर्विलांस की बात की जाये तो पुलिस ने इस दौरान करीब 10 से 12 लाख मोबाइल डाटा को खंगाला था।

लुटेरे का हेलमेट हो गया था चोरी
लूट की वारदात को अंजाम देने आये विनीत ने पहले हेलमेट पहन रखा था। सुबह 11.30 बजे वह बैंक पहुंचा और बैंक के बगल की सर्विस लेन पर उसने अपनी बाइक खड़ी की थी। बाइक पर उसने हेलमेट टांग दिया था। इसी दौरान उसकी बाइक से हेलमेट चोरी हो गया। जब वह भागने के लिए बाइक के पास पहुंचा तो हेलमेट गायब था, जिसके चलते उसका चेहरा लोगों के सामने आ गया। हेलमेट न होने और पकड़े जाने के डर से ही उसने शहर की गलियों का सहारा लिया था।

कैसरबाग में पकड़ी गई थी स्कूटी
लूट की घटना के बाद जैसे ही विनीत की गाड़ी में लिखा नंबर वायरलेस पर बजने लगा तो हरकत में आई पुलिस ने चेकिंग शुरू की। इस दौरान पुलिस ने कैसरबाग में यूपी 32 जीके 7068 नंबर की एक स्कूटी को पकड़ भी लिया। हालांकि पूछताछ और तफ्तीश के बाद फर्जी नंबर की जानकारी होने पर स्कूटी को छोड़ दिया गया।

Posted By: Inextlive