तत्काल टिकट ना मिलने का दर्द तब और बढ़ जाता है जब आपको पता चले कि आपका हक कोई और मार ले रहा है. कुछ ऐसा ही हो रहा है सिटी के डिफरेंट रिजर्वेशन काउंटर में.

रात के 2 बजे से रेलवे रिजर्वेशन सेंटर के बाहर खड़े रहना। सुबह आठ बजे काउंटर खुलते ही लाइन में अपनी पोजीशन बरकरार रखने के लिए धक्का-मुक्की और कुछ देर की जद्दोजहद। कभी-कभी तो मारपीट की स्थिति भी बन जाना। इस सबके बाद जब आपका नंबर आए तो पता चले कि  सीट्स अवेलेवल नहीं है। जरा सोचिए! ऐसे ही सिचुएशन का तो सामना करना होता है तत्काल टिकट बुक कराने के दौरान। टिकट ना मिलने का दर्द तब और बढ़ जाता है जब आपको पता चले कि आपका हक कोई और मार ले रहा है। कुछ ऐसा ही हो रहा है सिटी के डिफरेंट रिजर्वेशन काउंटर में।

तो क्या रेलवे स्टाफ की मिलीभगत है?
मंडे की सुबह साकची स्थित रिजर्वेशन काउंटर पर तत्काल टिकट के साथ सत्यप्रकाश पाठक नाम का व्यक्ति पकड़ा गया। उसके पास से डिफरेंट ट्रेंस की चार टिकटें थी जो 11 लोगों के नाम से ली गई थीं। उस दलाल को पकडऩे वाले आरपीएफ थाना इंचार्ज दिगंजय शर्मा ने कहा कि वह व्यक्ति चार बार लाइन में लगकर टिकट लिया था। यहां पर एक बड़ा सवाल यह है कि एक ही व्यक्ति चार बार लाइन में लगकर तत्काल टिकट कैसे ले सकता है? अगर कोई इस तरह का गलत काम कर रहा है तो क्या रिजर्वेशन काउंटर पर बैठे रेलवे स्टाफ को यह नजर नहीं आता? दलालों के साथ रेलवे स्टाफ की मिलीभगत के बिना ऐसा होना मुश्किल है।

रेलवे के सारे दावे हवा-हवाई
रेलवे के ऑथराइज एजेंट को भी तत्काल टिकट नहीं लेने दिया जाएगा। तत्काल की फैसिलिटीज सिर्फ आम लोगों को ही मिलेगी। नए सॉफ्टवेयर से टिकट बुकिंग की स्पीड कम हो जाएगी ताकि दलाली पर रोक लगाई जा सके। कुछ ऐसे ही दावे किए थे रेलवे के ऑफिसियल्स ने। अक्सर तत्काल टिकट की बुकिंग के समय दलालों और आम लोगों के बीच मारपीट की शिकायत और साकची में पकड़े गए दलाल ने रेलवे के सारे दावे को खोखला साबित कर दिया है। रेलवे के टाटानगर में तीन ऑथराइज एजेंट हैं। इनमें, ईस्टर्न ट्रैवल, कुलदीप सिंह और ओम शांति शामिल हैं।

डेली 250-300 तत्काल टिकट सिटी में बुक कराई जाती हैं
टाटानगर में टोटल रिजर्वेशन काउंटर की संख्या 12 हैं। इनमें, टाटानगर रेलवे स्टेशन पर 6, साकची में 2, बिष्टुपुर में 2, टेल्को में 2 और मानगो में 1 हैं। इन काउंटर्स पर डेली तत्काल टिकट के लिए लगभग 600 लोग आते हैं जबकि 250-300 लोगों को ही तत्काल टिकट मिल पाता है। तत्काल के अलावा टाटानगर से डेली टोटल रिजर्वेशन टिकट की बुकिंग 3500-4000 होती है। तत्काल टिकट में दलालों की चांदी रहती है। स्लीपर में तत्काल टिकट के लिए रेलवे द्वारा 75 से 150 रुपए एक्स्ट्रा लिए जाते हैं। पकड़े गए दलाल ने कहा कि स्लीपर के लिए वे प्रति पैसेंजर 400 से 600 रुपए तक वसूली करते हैं। एसी क्लास में तत्काल टिकट के लिए 200-300 रुपए रेलवे द्वारा चार्ज लिया जाता है जबकि दलाल इसके लिए 800-1000 रुपए तक वसूली करते हैं।
अगर कोई दलाल अपने तीन-चार लोगों को लाइन में खड़ा करके तत्काल टिकट लेता है ऐसे में उनकी पहचान कर उन्हें पकडऩा मुश्किल काम है। बहुत हद तक दलाली पर रोक लगाई गई है।
- एन गणेश, चीफ रिजर्वेशन सुपरवाइजर टाटानगर
हमने साकची रिजर्वेशन काउंटर पर जिस व्यक्ति को पकड़ा है वह खुद चार बार लाइन में लगकर तत्काल टिकट ले चुका था। ऐसा करने वालों पर नजर रखने की जरूरत है।
- डी शर्मा, इंस्पेक्टर आरपीएफ थाना टाटानगर
तमाम कोशिशों के बावजूद तत्काल में गड़बड़ी है, तो यह गलत है। साकची वाली घटना की जानकारी मुझे नहीं थी.  जिम्मेवार व्यक्ति के खिलाफ एक्शन लिया जाएगा।
- बी पांडा, एडीआरएम चक्रधरपुर रेलवे डिवीजन        

Posted By: Inextlive