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इलाहाबाद मेडिकल एसोसिएशन की ओर से रविवार को एएमए सभागार में वैज्ञानिक कार्यशाला का आयोजन किया गया। अध्यक्षता एएमए अध्यक्ष डॉ। आरकेएस चौहान ने की। टीबी के संक्रमण विषय पर टीबी चेस्ट विशेषज्ञ डॉ। आशुतोष गुप्ता और डीटीओ डॉ। सीपी वर्मा ने अपनी बात रखी।

लक्षण मिलने पर इलाज कराएं

डॉ। आशुतोष गुप्ता ने बताया कि जिन मरीजों में टीबी के लक्षण जैसे की दो सप्ताह से ज्यादा की खांसी, बुखार, वजन का कम होना या बलगम में खून का आना आदि शामिल है, तो ऐसे मरीजों को टीबी की जांच करानी चाहिए। बलगम की जांच, छाती का एक्सरे आवश्यक है। अगर टीबी की बीमारी होने की पुष्टि होती है तो कम से कम छह माह लगातार इलाज चलना चाहिए। सही तरीके से दवाओं का सेवन करने से टीबी की बीमारी पूरी तरह ठीक हो जाती है। खांसी आने पर मरीज को मुंह पर कपड़ा रखना चाहिए। बलगम को खुले में नहीं थूकना चाहिए, ताकि दूसरे लोगों को बीमारी न फैले। डॉ। सीपी वर्मा ने बताया कि टीबी के सभी प्रकार के मरीजों का नोटिफिकेशन आवश्यक है। उन्होंने नोटिफिकेशन करने के तरीके के बारे में विस्तार से बताया। इस अवसर पर डॉ। जीएस सिन्हा, डॉ। जीएल गुप्ता, डॉ। मोहम्मद हक, डॉ। अनिल अग्रवाल, डॉ। शरद साहू, डॉ। युगांतर पांडेय, डॉ। नागेश्वर मिश्र, डॉ। अनूप चौहान, डॉ। सुभाष वर्मा आदि मौजूद रहे।

Posted By: Inextlive