महज पांच हजार में गिरोह तक पहुंचता था टेबुलेशन चार्ट
- चार कर्मचारियों को वीसी ने किया सस्पेंड
lucknow@inext.co.in LUCKNOW : फर्जी मार्कशीट गिरोह के तार एलयू से जुड़े हैं. इसकी तस्दीक यूनिवर्सिटी के पकड़े चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी नायाब से हो गयी है. नायाब को गिरोह के सक्रीय सदस्य के रूप में काम करते हुये ब्लू ट्ब्यूलेशन चार्ट को बाहर निकलना होता था. इसके लिए उसे पांच हजार प्रति के हिसाब से पैसा दिया जाता था. दो तरह का चार्टपरीक्षा विभाग गोपनीयता की दृष्टि से दो चार्ट तैयार कराता है. इसमें एक ब्लू और एक रेड चार्ट होता है. ब्लू चार्ट से परीक्षा विभाग के बाबू स्टूडेंट्स की समस्याओं का समाधान करते हैं इस कारण यह चार्ट पिछले पांच वषरें का उन्हीं के पास रहता है. वीसी प्रो. एसपी सिंह ने बताया कि इस तरह प्रत्येक बाबू के पास एक रेगुलर चार्ट और एक बैक पेपर का चार्ट को मिलाकर एक साल के दो चार्ट हुये और पांच साल की बात की जायें तो उसके पास दस चार्ट होने चाहिए. यूनिवर्सिटी चौकी इंचार्ज अभय कुमार सिंह ने बताया कि नायाब हुसैन परीक्षा विभाग में तैनात होने के नाते यहां से चार्ट गायब कर देता था और गिरोह को सौंप देता था.
ऑन व्हील बनती फर्जी मार्कशीटअभय कुमार सिंह ने बताया कि फर्जी मार्कशीट बनाने का काम रविन्द्र प्रताप सिंह करता था. वह मेहमूदाबाद, सीतापुर के सरदार सिंह इंटर कॉलेज में प्रिंसिपल था. नायाब सहित उसकी एलयू में कई लोगों से सेंटिंग थी. जिससे यह ट्ब्यूलेशन चार्ट लेकर उसी से अपनी कार में या फिर अपने पास मौजूद लैपटॉप से मार्कशीट का तैयार करता था. इसकी जांच करने पर लैपटॉप में फर्जी मार्कशीट बनाने के लिए कौरल ड्रा साफ्टवेयर पाया गया.
वीसी ने ली बैठकइस पूरे मामले में वीसी प्रो. एसपी सिंह ने गुरुवार को बैठक बुलाई और सभी अधिकारियों के पेंच कसे. उन्होंने बैठक में ब्लू ट्ब्यूलेशन चार्ट, जारी मार्कशीट और रेड ट्ब्यूलेशन चार्ट की स्थिति की जानकारी ली. परीक्षा नियंत्रक प्रो. एके शर्मा को निर्देश दिया कि सभी ब्लू चार्ट की स्थिति स्पष्ट की जाए और जो बाबू मौजूद नहीं है उसकी अलमारी सील करें. जिससे हेरफेर न हो. फिलहाल शाम तक ब्लू चार्ट की स्थिति स्पष्ट नहीं हो पायी है. वीसी ने कुलसचिव एसके शुक्ला को निर्देश दिया कि एसएसपी को पत्र लिखकर जांच किए जाने को कहें. उन्होंने स्पष्ट किया कि किसी भी तरह से कोई भी छूट न पाए. बैठक के दौरान परीक्षा नियंत्रक प्रो. एके शर्मा, कुलसचिव एसके शुक्ला, वित्त अधिकारी एसडी मौर्य, प्रो. वीसी प्रो. राजकुमार सिंह सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे.
चार को किया सस्पेंड इस मामले में वीसी ने जीबी सिंह, संजय चौहान, राजीव पांडेय और नयाब हुसैन को सस्पेंड कर दिया है. साथ ही साफ किया है कि जिनके नाम भी जांच में आएंगे, उन पर एक्शन लिया जाएगा.